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IndusInd Bank ने गुरुवार को अपने दूसरी तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया. (Photo : Reuters)
IndusInd Bank Q2FY25 Result: इंडसइंड बैंक ने गुरुवार को अपने दूसरी तिमाही के नतीजों का एलान कर दिया. घोषित नतीजों के मुताबिक बैंक का शुद्ध लाभ 40% घटकर 1331 करोड़ रुपये रह गया. जबकि पिछले साल की समान तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 2202 करोड़ रुपये था. इसके बावजूद, बैंक की कुल आय 14871 करोड़ रुपये तक बढ़ गई, जो कि पिछले साल की समान अवधि में 13530 करोड़ रुपये थी.
मुनाफे में गिरावट की क्या रही वजह
बैंक के नेट प्रॉफिट में गिरावट का मुख्य कारण खराब एसेट क्वॉलिटी और प्रॉविजनिंग की बढ़ी हुई रकम रही. बैंक की सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (Gross NPA) बढ़कर 2.11% हो गईं, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 1.93% थी. इसके साथ ही, बैंक के शुद्ध एनपीए (Net NPA) 0.64% तक पहुंच गए, जो कि पिछले साल 0.57% थे.
इंडस्ट्री में डिपॉजिट्स के लिए होड़ बढ़ी : CEO
इंडसइंड बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, सुमंत काठपालिया ने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक अस्थिरताओं के बावजूद मजबूत प्रदर्शन किया है. बैंकिंग इंडस्ट्री में डिपॉजिट्स के लिए प्रतिस्पर्धा और सिक्योर्ड और अन-सिक्योर्ड डेट में अल-अलग रुझान दिखाई दे रहा है. इंडसइंड बैंक ने भी अपनी रणनीति को इसी के अनुसार एडजस्ट किया है, विशेष रूप से रिटेल डिपॉजिट को बढ़ाने पर ध्यान दिया है."
बैंक के नतीजों की 10 बड़ी बातें
1. नेट प्रॉफिट: 1331 करोड़ रुपये, जो पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 40% कम है.
2. कुल आय: 14871 करोड़ रुपये, जो पिछले साल की समान तिमाही में 13530 करोड़ रुपये थी.
3. नेट इंटरेस्ट इनकम (NII): 5347 करोड़ रुपये, 5% की वृद्धि.
4. Gross NPA: 2.11%, जो पिछले साल की समान तिमाही में 1.93% थे.
5. Net NPA: 0.64%, जो पिछले साल की समान तिमाही में 0.57% थे.
6. प्रॉविजनिंग और कंटिंन्जेंसी: 1820 करोड़ रुपये, जो पिछले साल की समान तिमाही में 974 करोड़ रुपये थी.
7. कैपिटल एडीक्वेसी रेशियो (CAR): 16.51%, जो पिछले साल की समान तिमाही में 18.21% था.
8. नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM): 4.08%, जो पिछले साल की समान तिमाही में 4.29% था.
9. कासा अनुपात (CASA Ratio s) : 35.87% रहा, जो डिपॉजिट में मजबूत ग्रोथ को दर्शाता है.
10. ऑपरेटिंग एक्सपेंस (Operating Expenses) बढ़कर 3,932 करोड़ रुपये हो गए, जो पिछले साल 3,450 करोड़ रुपये रहे थे.
एसेट क्वॉलिटी और कैपिटल एडीक्वेसी
इंडसइंड बैंक की एसेट क्वॉलिटी में गिरावट आई है, जिससे बैंक को प्रॉविजनिंग में बढ़ोतरी करनी पड़ी. इसके कारण प्रॉविजनिंग और आकस्मिक राशि 1820 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. बैंक का कैपिटल एडीक्वेसी अनुपात 16.51% तक गिर गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 18.21% था.
बैंक के प्रदर्शन में गिरावट मुख्य रूप से बढ़े हुए बैड लोन्स और अधिक प्रॉविजनिंग के कारण हुई है. हालांकि इंडसइंड बैंक के नेट प्रॉफिट में गिरावट आई है, लेकिन बैंक की कुल आय और नेट इंटरेस्ट इनकम में वृद्धि दर्ज की गई है. बैंक की एसेट क्वॉलिटी में गिरावट और बढ़े हुए प्रॉविजनिंग के बावजूद, बैंक ने रिटेल डिपॉजिट को बढ़ाने और खुद को प्रतिस्पर्धी बनाए रखने की कोशिश की है.