scorecardresearch

Gold vs Silver: चांदी में 30% तक रैली आने का अनुमान, एक्सपर्ट ने बताया सोने से बेहतर निवेश, क्या है वजह?

Gold vs Silver : सोने और चांदी में लोग जमाने से निवेश करते आ रहे हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिलहाल चांदी में ग्रोथ की संभावना सोने से ज्यादा है.

Gold vs Silver : सोने और चांदी में लोग जमाने से निवेश करते आ रहे हैं. लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि फिलहाल चांदी में ग्रोथ की संभावना सोने से ज्यादा है.

author-image
Viplav Rahi
New Update
silver prices crash, gold prices fall, heavy drop in silver rates, Rs 4900 fall in silver, gold and silver market news, silver prices November 2024, gold price update, MCX silver futures, geopolitical tensions impact on gold

Gold vs Silver : निवेश के लिहाज से सोना और चांदी में कौन बेहतर है और एक्सपर्ट्स का क्या कहना है. (Image : Pixabay)

Gold vs Silver, which is better for investment : सोना और चांदी दोनों ही कीमती मेटल्स हैं, जिनमें लोग सदियों से निवेश करते आ रहे हैं. जहां सोने को पारंपरिक रूप से सुरक्षित निवेश माना जाता है, वहीं हाल के वर्षों में चांदी ने निवेशकों का ध्यान खींचा है. खासतौर से औद्योगिक मांग और तकनीकी ब्रेकआउट्स ने चांदी को एक मजबूत निवेश विकल्प बना दिया है. आइए समझते हैं कि निवेश के लिहाज से सोना और चांदी में कौन बेहतर है, और एक्सपर्ट्स का क्या कहना है.

चांदी में निवेश के फायदे

चांदी का उपयोग न केवल गहनों में होता है, बल्कि औद्योगिक उपयोग में भी इसका बड़ा हिस्सा है. इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उत्पादन और सौर ऊर्जा (Solar Energy) जैसे क्षेत्रों में चांदी की मांग तेजी से बढ़ रही है. इसके चलते चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है. 

Advertisment

Also read : Market Cap Explained : लार्ज कैप, मिड कैप या स्मॉल कैप? कहां करें निवेश, आपके लिए क्या है सही

चांदी में दिख सकती है 15-30% की रैली : एक्सपर्ट

एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतीन त्रिवेदी का कहना है कि "चांदी निवेश का एक नायाब मौका दे रही है, क्योंकि कीमती मेटल होने के साथ ही साथ इसे इंडस्ट्रियल डिमांड का लाभ भी मिल रहा है. इलेक्ट्रिक वेहिकल्स (EV) के प्रोडक्शन और सोलर एनर्जी में तेजी, खासकर चीन में इकनॉमिक रिकवरी से चांदी की कीमतों में और उछाल आने की उम्मीद है. 1 लाख रुपये के ऊपर तकनीकी ब्रेकआउट और कॉमेक्स (Comex) सिल्वर के 33 डॉलर का स्तर पार करने के बाद चांदी में सोने के मुकाबले ग्रोथ की ज्यादा संभावना दिख रही है. आने वाले एक साल में इसमें 15-30% की रैली देखने को मिल सकती है."  

Also read : TATA MF Wealth Creator: टाटा की इस स्कीम ने 5 साल में साढ़े चार गुना कर दी दौलत, SIP पर दिया 3 गुना से ज्यादा रिटर्न

सोने की स्थिति और निवेश की संभावना

सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना गया है, खासकर तब जब आर्थिक हालात अनिश्चित होते हैं. हाल ही में सोने की कीमतों में भी वृद्धि देखने को मिली है. डॉलर के कमजोर होने और ग्लोबल लेवल पर आर्थिक अस्थिरता के चलते सोने की मांग स्थिर बनी हुई है. जतीन त्रिवेदी के मुताबिक "डॉलर के कमजोर रहने और सोने की स्थिर मांग के चलते, 10 ग्राम सोने का भाव 77,600 रुपये से 78,350 रुपये के बीच घूम रहा है. हालांकि, अमेरिकी जॉबलेस क्लेम्स डेटा और अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मजबूती के कारण सोने की कीमतों पर थोड़ी देर के लिए दबाव नजर आ सकता है, जिससे 77,000 रुपये से  77,500 रुपये के बीच के सपोर्ट लेवल्स अहम हो जाएंगे."  

Also read : Mutual Fund Losers: म्यूचुअल फंड में हमेशा नहीं मिलता मुनाफा, 3 साल में 11 FoF ने दिया निगेटिव या 1% से कम रिटर्न, इनमें कॉमन क्या है?

सोने और चांदी में निवेश के लिए कौन बेहतर है?

-सोने की स्थिरता: सोना पारंपरिक रूप से सुरक्षित निवेश माना जाता है, और यह निवेशकों को स्टेबिलिटी देता है. आर्थिक अनिश्चितता के समय में सोने की कीमतें बढ़ती हैं. उदाहरण के लिए, फिलहाल सोना 78,305 प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है.  

-चांदी की ग्रोथ पोटेंशियल: चांदी की कीमतों में हाल के दिनों में बड़ा उछाल देखने को मिला है. चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड और तकनीकी ब्रेकआउट इसे निवेश के लिए आकर्षक विकल्प बनाते हैं. चांदी का भाव 1 लाख रुपये को छू चुका है और एक्सपर्ट इसमें और तेजी की संभावना मान रहे हैं.

Also read : HDFC MF की दमदार स्कीम, 1100 रुपये की SIP से बना 2 करोड़ का फंड, 1 लाख हो गए 1.95 करोड़, 29 साल में बेंचमार्क से रही आगे

अगले एक साल में चांदी का भाव कहां तक जाएगा?

एक्सपर्ट का मानना है कि आने वाले एक साल में चांदी की कीमतों में 15-30% की बढ़ोतरी हो सकती है. इस हिसाब से चांदी के भाव 1.15 लाख से 1.30 लाख रुपये प्रति किलो तक जा सकते हैं. यह तेजी मुख्य रूप से औद्योगिक मांग, खासतौर पर ईवी और सोलर एनर्जी सेक्टर से आने की संभावना है. इसके अलावा, चीन की अर्थव्यवस्था में सुधार और बेस मेटल्स की बढ़ती मांग भी चांदी की कीमतों को और ऊपर ले जा सकती है. 

Also read : Small Cap Mutual Funds: स्मॉल कैप के सात सितारे, 1 साल में 67% तो 5 साल में 48% तक दिया रिटर्न, लेकिन रिस्क कितना है?

निवेशकों के लिए सुझाव

-सोने में निवेश: अगर आप कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न चाहते हैं, तो सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है. आर्थिक अस्थिरता के दौरान सोना आपके पोर्टफोलियो में स्थिरता लाने का काम करता है.

-चांदी में निवेश: अगर आप अधिक जोखिम के साथ तेजी से बढ़ने वाले निवेश की तलाश में हैं, तो चांदी आपके लिए बेहतर हो सकती है. औद्योगिक मांग और ग्रोथ पोटेंशियल के कारण चांदी में आने वाले समय में बड़ी वृद्धि की संभावना है.

सोना और चांदी दोनों ही मेटल्स निवेश के लिए फायदेमंद हैं, लेकिन आपके निवेश के लक्ष्य और जोखिम सहनशीलता के आधार पर सही विकल्प चुनना जरूरी है. चांदी की तेजी से बढ़ती कीमतों और औद्योगिक मांग के चलते यह सोने से अधिक ग्रोथ पोटेंशियल प्रदान करती है. दूसरी ओर, सोना स्थिरता और सुरक्षित निवेश के लिए बेहतर विकल्प है.

Silver Price Silver vs Gold Silver Outlook Silver Gold