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How to Deal With Market Volatility: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव कई बार अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने का मौका भी देता है. (Image : Pixabay)
Investment Tips during Market Volatility: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव एक आम बात है, लेकिन यह सिर्फ चुनौतियों का समय नहीं है, बल्कि निवेश की रणनीतियों को सुधारने और पोर्टफोलियो को मजबूत करने का भी मौका है. जब बाजार गिरावट पर हो, तो घबराने की बजाय धैर्य बनाए रखना और समझदारी भरे फैसले लेना बेहद जरूरी है. यहां हम आपको 5 ऐसे सुझाव दे रहे हैं, जिनका ध्यान रखकर आप गिरावट को भी मुनाफे के अवसर में बदल सकते हैं.
1. भावनाओं पर काबू रखें
बाजार गिरने पर घबरा जाना और भावनाओं में बहकर जल्दबाजी में फैसले लेना सबसे बड़ी गलती हो सकती है. इनवेस्टमेंट से जुड़े पुराने फैसलों पर पछताने की जगह भविष्य की संभावनाओं पर फोकस करें. इस तरह आप पुरानी गलतियों को दोहराने की बजाय लंबी अवधि के लक्ष्यों पर ध्यान दें. याद रखें, शेयर बाजार में निवेश लंबी अवधि में ही सबसे बेहतर वेल्थ क्रिएशन करता है.
2. अपनी रिस्क लेने की क्षमता को समझें
बाजार की गिरावट आपको अपनी रिस्क लेने की क्षमता का सही मूल्यांकन करने का मौका देती है. इस दौरान उन इनवेस्टमेंट्स की पहचान करें जो आपको सबसे ज्यादा परेशान कर रहे हैं. अफसोस करने की जगह अपने पोर्टफोलियो को अपने रिस्क प्रोफाइल के अनुसार नए सिरे से एडजस्ट करें.
3. इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी को री-बैलेंस करें
अगर आप अपने पोर्टफोलियो में 60% स्टॉक्स और 40% बॉन्ड रखने का लक्ष्य लेकर चल रहे थे, तो हो सकता है गिरावट की वजह से यह बैलेंस बिगड़ गया हो. अगर कीमतों में गिरावट के कारण आपके स्टॉक्स का हिस्सा टारगेट से कम हो चुका है, तो कम वैल्यूएशन पर ज्यादा स्टॉक्स खरीदकर आप अपने पोर्टफोलियो को री-बैलेंस कर सकते हैं. दरअसल बाजार में गिरावट को उन स्टॉक्स या एसेट्स में निवेश का मौका मानना चाहिए जिन्हें ऊंचे वैल्यूएशन के कारण आपने छोड़ रखा था. मार्केट करेक्शन आपके लिए "कम कीमत में खरीद" की रणनीति पर अमल का अवसर हो सकता है.
4. सनसनीखेज एनालिसिस से दूर रहें
बाजार में गिरावट के दौरान अगर आप अपने सेंटिमेंट को मजबूत बनाए रखकर लॉन्ग टर्म स्ट्रैटजी पर फोकस करना चाहते हैं, तो मार्केट के सनसनीखेज लाइव कवरेज और सोशल मीडिया पर मची खलबली से दूरी बनाकर रखें. ऐसे माध्यमों पर होने वाली चर्चाएं और बेहद शॉर्ट टर्म पर फोकस करने वाली मार्केट एनालिसिस आपको बेवजह परेशान कर सकती है. इनकी बजाय मार्केट के लॉन्ग टर्म डायरेक्शन और फंडामेंटल्स पर फोकस करने वाली जानकारी और विश्लेषण पर ध्यान दें.
5. अपने पोर्टफोलियो को अपडेट करें
बाजार में गिरावट की वजह से कई बार आपको अपने कमजोर इनवेस्टमेंट को समझने और उनसे बाहर निकलने का फैसला करने में मदद मिलती है. खास तौर पर ऐसे एसेट्स की समीक्षा करें जो आपके लॉन्ग टर्म लक्ष्य से मेल नहीं खाते. उनकी बजाय ऐसे सेक्टर्स या कंपनियों में निवेश करें जो पहले महंगे थे और अब सही वैल्यूशन पर उपलब्ध हैं.
कुल मिलाकर सबसे जरूरी बात यह है कि बाजार में गिरावट के समय अपना धैर्य बनाए रखें. इतिहास गवाह है कि बाजार की गिरावट के दौरान किए गए निवेश अक्सर लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न देते हैं. इसलिए अपने लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट प्लान पर टिके रहें और वक्त को अपना काम करने दें. मार्केट की गिरावट एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन यह आपके निवेश को बेहतर बनाने का एक अवसर भी है. अगर आप इन 5 बातों का ध्यान रखेंगे, तो गिरावट का दौर भी आपके लिए फायदे का सौदा बन सकता है.