/financial-express-hindi/media/media_files/2025/06/27/jio-blackrock-broking-2025-06-27-13-21-07.jpg)
NFO Alert : फंड अपने निवेश का 65-100% हिस्सा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में लगाएगा. Photograph: (AI Generated)
Jio BlackRock Flexi Cap Fund : डेट फंड्स की सफलता के बाद अब जियो ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड (Jio Blackrock Mutual Fund) अपना न्यू फंड ऑफर (NFO) जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड ले आ रहा है. जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड का एनएफओ (NFO) 23 सितंबर, 2025 को खुलेगा और 7 अक्टूबर, 2025 को बंद होगा. एसेट मैनेजमेंट कंपनी का कहना है कि जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड भारत का पहला एक्टिव इक्विटी फंड होगा जो ब्लैकरॉक के “सिस्टेमैटिक एक्टिव इक्विटी (SAE) से चलेगा.
सिस्टेमैटिक एक्टिव इक्विटी (SAE) क्या है?
जियो ब्लैकरॉक म्युचुअल फंड ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा कि सिस्टमैटिक एक्टिव इक्विटी (SAE) ब्लैकरॉक का खास इन्वेस्टमेंट तरीका है, जिसमें सिग्नल्स को निवेश के मौकों में बदला जाता है. पोस्ट में कहा गया कि यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मानवीय अनुभव साथ आते हैं. पारंपरिक और वैकल्पिक डाटा मिलकर बेहतर निवेश के मौके ढूंढ़ते हैं.
Jio BlackRock Flexi Cap Fund की डिटेल
फंड हाउस : जियो ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड
फंड टाइप : ओपन-एंडेड
कैटेगरी : फ्लेक्सी कैप इक्विटी स्कीम
एनएफओ ओपेन डेट : 23 सितंबर, 2025
एनएफओ क्लोजिंग डेट : 7 अक्टूबर, 2025
मिनिमम निवेश : 500 रुपये
मिनिमम SIP : 500 रुपये
एग्जिट लोड : कुछ नहीं
बेंचमार्क : Nifty 500 TRI
रिस्कोमीटर : वेरी हाई
फंड मैनेजर : तन्वी कचेरिया और सलिल चौधरी
क्या है इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी?
स्कीम इन्फॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) के अनुसार, जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड का उद्देश्य इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में अलग अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन के तहत निवेश कर लॉन्ग टर्म में कैपिटल बनाना है. निवेश का लक्ष्य हासिल करने के लिए यह स्कीम एक्टिव इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी पर चलेगी. शेयरों को चुनने और पोर्टफोलियो बनाने के लिए एक व्यवस्थित सिस्टम को अपनाया जाएगा.
फंड अपने निवेश का 65-100% हिस्सा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में लगाएगा. इसके अलावा, 0-35% हिस्सा डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में और 0-10% हिस्सा रिट्स (REITs) और इनविट्स (InvITs) के यूनिट्स में निवेश किया जाएगा.
EPFO : UPI और ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, लॉन्च होने जा रहा है ईपीएफओ 3.0, क्या होंगे बदलाव
किसे करना चाहिए निवेश?
फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकती है जो लॉन्ग टर्म में कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं और लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों से जुड़े इक्विटी और उससे जुड़ी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहते हैं. रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत ज्यादा जोखिम की कैटगरी में रखा गया है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइज से सलाह-मशविरा करने के बाद ही करें)