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Kisan Credit Card: केसीसी स्कीम के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन 7% की रियायती ब्याज पर मिलता है.
Kisan Credit Card: किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना किसानों की खेती से जुड़े वित्तीय जरूरतों को पूरा करती है. यह स्कीम किसानों के लिए लोन लेने की प्रक्रिया को आसान बनाती है. यह उन्हें कृषि कार्यों के लिए पैसे हासिल करने का एक आसान तरीका देती है. मतलब, किसान बड़े आसानी से अपने काम के लिए समय पर पैसे ले सकते हैं.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हाल में सरकार ने लोकसभा में उठाए गए सवालों के जवाब में केसीसी योजना के कई पहलुओं को स्पष्ट किया. यहां किसानों को इस योजना से जुड़े ब्याज दर, चार्ज और दस्तावेज के बारे में जानना जरूरी है. सरकार ने बैंकों को KCC लोन के लिए 3 लाख तक तक प्रोसेसिंग, दस्तावेजीकरण, निरीक्षण और अन्य सेवा शुल्क माफ करने की सलाह दी है. इस कदम का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों पर वित्तीय बोझ को कम करना है. हालांकि 3 लाख से अधिक लोन लेने के मामले में प्रोसेसिंग शुल्क और निरीक्षण लागत जैसे चार्जेस को अलग-अगल बैंक अपनी नीतियों के आधार पर तय करेंगे.
किसान क्रेडिट कार्ड ब्याज दर पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए राज्य वित्र मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि KCC योजना के तहत 3 लाख रुपये तक के लोन पर 7% सालाना रियायती ब्याज दर उपलब्ध है. इसके अलावा, जो किसान समय पर अपने लोन चुकाते हैं, उन्हें 3% की ब्याज सब्सिडी मिलती है, जिससे ब्याज दर प्रभावी रूप से 4% वार्षिक रह जाती है. 3 लाख रुपये से अधिक के लोन पर ब्याज दरें संबंधित बैंक की बोर्ड द्वारा स्वीकृत नीतियों के अनुसार निर्धारित की जाती हैं.
केसीसी से जुड़े एक अन्य सवाल के जबाव में सरकार ने कहा कि अगर किसानों के पास डिजिटल तरीके से साइन किए गए भूमि रिकॉर्ड हैं, तो वे KCC ऋण के लिए मान्य होंगे. लेकिन कई राज्यों में भूमि रिकॉर्ड पूरी तरह से डिजिटाइज नहीं हुए हैं, इसलिए बैंकों को यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी सलाह लेनी पड़ती है कि ये दस्तावेज सही हैं. उदाहरण के लिए, बारोडा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तहसीलदारों से ऐसे प्रमाण पत्र स्वीकार करता है जो बताते हैं कि किसके पास जमीन है और उस पर कोई सरकारी कर्ज बाकी है या नहीं.
ऐसे करें अप्लाई
- जिस बैंक से आप किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उसकी वेबसाइट पर जाएं.
- बैंक की वेबसाइट पर दिए गए विकल्पों में से "किसान क्रेडिट कार्ड" का चयन करें.
- 'आवेदन करें' के विकल्प पर क्लिक करें, और आप आवेदन पृष्ठ पर पहुंच जाएंगे.
- आवश्यक विवरण के साथ फॉर्म भरें और 'सबमिट' पर क्लिक करें.
- सबमिशन के बाद, आपको एक आवेदन संदर्भ संख्या भेजी जाएगी.
- यदि आप पात्र हैं, तो बैंक 3-4 कार्य दिवसों के भीतर आगे की प्रक्रिया के लिए आपसे संपर्क करेगा.
इसके अलावा केसीसी स्कीम का लाभ पाने के लिए ऑफ लाइन माध्यम से भी किसान अपने नजदीकी बैंक में जाकर वहां के कर्मचारियों की मदद से अप्लाई कर सकते हैं. वे बैंक की आधिकारिक वेबसाइट से एप्लिकेशन फार्म डाउनलोड करके उसे भरकर शाखा में जमा कर सकते हैं.
किन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत
- बैंक द्वारा उपलब्ध कराई गई एप्लिकेशन फार्म के साथ
- आधार कार्ड
- पैनकार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- फोटो
- अपनी जमीन से जुड़े कागजात
- कॉन्ट्रैक्टेड जमीन के मामले में उससे जुड़े दस्तावेज लगाकर केसीसी के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
केसीसी से मिलने वाले फायदे
वैसे तो, केसीसी से मिलने वाले कई फायदे हैं. पहला किसान को सस्ती ब्याज पर लोन मिल जाता है, दूसरा किसान क्रेडिट कार्ड के साथ किसानों को 2 लाख रुपये तक का लोन बिना किसी गारंटी या सिक्योरिटी के मिल जाता है. यानी इस लोन के लिए बैंकों के पास कोलैटेरल के रूप में अपनी कोई प्रापर्टी गिरवी नहीं रखनी पड़ती है. किसान क्रेडिट कार्ड किसानों को फसल बीमा की सुविधा भी देता है साथ ही विकलांगता या मृत्यु की स्थिति में भी इस कार्ज के जरिए बीमा कवरेज मिलता है. केसीसी 2 से 5 साल तक के मिलता है 5 साल के बाद किसान इस लोन को आगे बढ़वा सकते हैं.
ये भी जानें
केसीसी स्कीम के तहत किसानों को 3 लाख रुपये तक का लोन 7% की रियायती ब्याज पर मिलता है. जिसमें वक्त पर लोन चुकाने वाले किसानों को सब्सिडी सरकार देती है. इसके बाद किसानों को सिर्फ 4 फीसदी ब्याज का भुगतान करना होता है. किसान केसीसी के जरिए खेती के कामों के लिए पशुपालन, डेयरी, मछलीपालन और मधुमक्खी पालन के लिए ले सकते हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाला लोन एक किफायती लोन है, जो किसानों को बैंकों द्वारा सस्ते ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाता है. अगर आप भी खेती से जुड़े कामों के लिए पैसे उधार लेना चाहते हैं तो अपने नजदीकी बैंक जाकर अपने जमीन के कागजात और दूसरे डाक्युमेंट जमा कर केसीसी के माध्यम से अल्पकालीन यानी 2 के लिए 3 लाख का लोन ले सकते हैं. ये लोन सिर्फ 4 फीसदी ब्याज दर उपलब्ध कराया जाता है.
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना, मालिक किसान, किरायेदार किसान, बटाईदार, और अन्य सभी तरह के किसानों को आसानी से ऋण उपलब्ध कराती है. यह योजना किसानों को उनकी कृषि ज़रूरतों के लिए समय पर लोन मुहैया कराने का मकसद रखती है.
डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विस की ओर से पहले ही सभी बैंकों को छोटे और सीमांत किसानों की कठिनाई और वित्तीय संकट को ध्यान में रखते हुए 3 लाख रुपये तक के केसीसी/फसल ऋण के निपटारे, दस्तावेजीकरण, निरीक्षण, खाता बही शुल्क और अन्य सभी सेवा शुल्क माफ करने की सलाह दी गई है.