scorecardresearch

10 साल में 15 से 18% एनुअलाइज्‍ड रिटर्न, लार्ज एंड मिड कैप फंड के दोहरे एक्‍सपोजर में है इसकी ताकत

Large and Mid Cap Funds : इस कैटेगरी की ताकत इसके दोहरे एक्सपोजर में दिखती है. लार्ज कैप में तुलनात्मक रूप से स्थिरता और कम उतार-चढ़ाव रहता है. वहीं, मिड-कैप लंबी अवधि के ग्रोथ की क्षमता दिखाते हैं.

Large and Mid Cap Funds : इस कैटेगरी की ताकत इसके दोहरे एक्सपोजर में दिखती है. लार्ज कैप में तुलनात्मक रूप से स्थिरता और कम उतार-चढ़ाव रहता है. वहीं, मिड-कैप लंबी अवधि के ग्रोथ की क्षमता दिखाते हैं.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
large and mid cap funds, mutual fund investment, best equity funds, why invest in large and mid capo fund, लार्ज एंड मिड कैप फंड, low risk investment

High Return : फ्लेक्सी-कैप या लार्ज-कैप फंड की तुलना में, लार्ज एंड मिड कैप फंड एक व्यवस्थित लेकिन फ्लेक्सिबल स्‍ट्रक्‍चर प्रदान करते हैं. (Freepik)

Large and Mid Cap Funds Investment Strategy and Features : इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेशक करने वालों के पास निवेश के लिए कई तरह की कैटेगरी या विकल्प हैं. म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में ओपन-एंडेड, एक्टिवली मैनेज्ड इक्विटी फंड्स के तहत 11 सब-कैटेगरी हैं. इनमें एक खास कैटेगरी जिसे निवेशकों के पोर्टफोलियो में जगह मिलनी चाहिए, वह है लार्ज एंड मिड कैप फंड. जून 2025 तक, लार्ज और मिड कैप कैटेगरी में एक्टिवली मैनेज्ड फंड्स के 2.94 लाख करोड़ रुपये के एसेट्स हैं.

Also Read : Low Cost High Return : 0.50% से कम एक्सपेंस रेश्यो वाले 7 टॉप रेटेड फंड, 5 साल में 25 से 37% सालाना रिटर्न

Advertisment

जैसा कि नाम से ही साफॅ हो जाता है, लार्ज एंड मिड कैप फंड्स कम से कम 35% निवेश लार्ज कैप और 35% मिड कैप शेयरों में करते हैं. बाकी 30% हिस्सा फंड मैनेजर की मर्जी से लार्ज, मिड, स्मॉल कैप शेयरों या डेट विकल्पों (जैसे बॉन्ड) में लगाया जा सकता है. ये फंड क्‍यों चुनना चाहिए, निवेश की अवधि कितनी होनी चाहिए, ग्रोथ के साथ स्‍टेबिलिटी के लिए ये फंड क्‍यों बेहतर हैं, आपको जानना चाहिए.

10 साल में 15% सालाना से ज्‍यादा रिटर्न वाले 12 फंड

Mirae Asset Large & Midcap Fund : 18.10%

Invesco India Large & Mid Cap Fund : 17.12%

Quant Large & Mid Cap Fund : 16.95%

Bandhan Large & Mid Cap Fund : 16.81%

Canara Robeco Large and Mid Cap Fund : 16.73%

ICICI Pru Large & Mid Cap Fund : 16.57%

Kotak Large & Midcap Fund : 16.40%

DSP Large & Mid Cap Fund : 16.06%

LIC MF Large & Mid Cap Fund : 15.82%

Edelweiss Large & Mid Cap Fund : 15.57%

Sundaram Large & Midcap Fund : 15.38%

SBI Large & Midcap Fund : 15.37%

Also Read : Return : 10 हजार रुपये निवेश करने वालों को मिले पूरे 25 लाख, इस लार्जकैप फंड ने किया ये कमाल, फुल डिटेल 

दोहरे एक्सपोजर में है इसकी ताकत

पीजीआईएम इंडिया म्यूचुअल फंड के ईडी एंड सीबीओ, अभिषेक तिवारी का कहना हैकिइस कैटेगरी की ताकत इसके दोहरे एक्सपोजर में दिखती है. लार्ज कैप में तुलनात्मक रूप से स्थिरता और कम उतार-चढ़ाव रहता है. वहीं, मिड-कैप लंबी अवधि के ग्रोथ की क्षमता दिखाते हैं. यह रणनीतिक संतुलन फंड मैनेजर को बाजार की स्थितियों के आधार पर पोर्टफोलियो को बैलेंस और मजबूत बनाने की सुविधा देता है.

बाजार में अनिश्चितता या उतार-चढ़ाव की संभावना हो तो फंड मैनेजर नुकसान से बचाने के लिए लार्ज कैप में ज्यादा निवेश कर सकते हैं या 30% फ्लेक्सिबल हिस्से को डेट में आवंटित कर सकते हैं. इसके उलट, जब बाजार में तेजी हो या अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा हो, तो फंड मैनेजर मिड कैप या स्मॉल कैप शेयरों में निवेश बढ़ा सकतें हैं, ताकि ज्यादा रिटर्न (अल्फा) कमाया जा सके.

Also Read : Motilal AMC : 5 साल में 30% सालाना रिटर्न, मोतीलाल ओसवाल की 5 स्कीम ने 60 महीनों में 4 से 5 गुना किया पैसा

अनुशासन के साथ फ्लेक्सिबिलिटी

अभिषेक तिवारी का कहना है कि फ्लेक्सी-कैप या लार्ज-कैप फंड की तुलना में, लार्ज एंड मिड कैप फंड एक व्यवस्थित लेकिन फ्लेक्सिबलस्‍ट्रक्‍चर प्रदान करते हैं. इन फंड्स को कम से कम 35% निवेश लार्ज कैप और 35% मिड कैप में बनाए रखना जरूरी होता है, जिससे अनुशासन बना रहता है. बाकी के बचे 30% हिस्सा को लेकर यह फ्लेक्सिबिलिटी होत है कि, उसे फंड मैनेजर बाजार के माहौल के अनुसार निवेश कर सकते हैं.

बाजार में डाइवर्सिफिकेशन

लार्ज और मिड कैप फंड्स का निवेश अलग अलग साइज की कंपनियों में होता है, जो उनकी मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर तय होती हैं. सेबी के अनुसार लार्ज कैप में टॉप 100 कंपनियां होती हैं, जबकि मिड कैप में रैंक 101 से 250 तक की कंपनियां शामिल हैं. इस तरह के मिक्स से अलग अलग सेक्टर और थीम में निवेश होता है.

जिससे निवेशक को भी जहां पहले से स्थापित जानी-मानी बड़ी कंपनियों का भरोसा मिलता है, वहीं नई उभरती कंपनियों की ग्रोथ में हिस्सा लेने का मौका भी मिलता है. इस तरह के फंड उन निवेशकों के लिए वन स्टॉप सॉल्यूशन बन सकते हैं, जो भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था से जुड़ना चाहते हैं. इसमें सुरक्षा भी है और बेहतर रिटर्न की संभावनाएं भी.

Also Read : Multibagger Stocks : 1 साल में 12,700% रिटर्न, 22 का स्टॉक 2,890 रुपये का हुआ, 1 लाख निवेश पर मिला 1.3 करोड़

किसेनिवेशकरनाचाहिए?

यहकैटेगरीपहलीबारम्यूचुअलफंडपोर्टफोलियोबनानेवालेनिवेशकोंकेलिएऔरउनलंबेसमयकेनिवेशकोंकेलिएबेहतरविकल्पहैजोमिड-कैपफंडोंकीतुलनामेंकमजोखिमकेसाथमिड-कैपकीबढ़तीक्षमताकालाभउठानाचाहतेहैं.वेनिवेशकभीइसकैटेगरीमेंनिवेशकरसकतेहैंजोएकही, एक्टिवलीमैनेज्डफंडकेमाध्यमसेअलगअलगमार्केटकैपमेंनिवेशकरडाइवर्सिफिकेशनचाहतेहैं.निवेशकोंकेपासआदर्शरूपसेकमसेकम 5 साल का निवेश लक्ष्य होना चाहिए ताकि मिड-कैप होल्डिंग्स अपनी ग्रोथ की क्षमता को महसूस कर सकें और शॉर्ट टर्म के उतार-चढ़ाव को झेल सकें.

जोखिमऔररिटर्नएनालिसिस

अभिषेक तिवारी का कहना है कि हमने 1-अप्रैल-2005 से 31-दिसंबर-2023 तक निफ्टी 100 TRI (लार्ज कैप), निफ्टी मिडकैप 150 TRI (मिड कैप), निफ्टी स्मॉलकैप 250 TRI (स्मॉल कैप) और निफ्टी लार्ज मिडकैप 250 TRI (लार्ज और मिड कैप प्रॉक्सी) के रिटर्न और स्टैंडर्ड डेविएशन (जोखिम) की तुलना की.

Also Read : 1,000 रुपये की SIP सेट किया था, अब देखा तो हो गए 2 करोड़, इस मिडकैप फंड ने 21% रिटर्न रेट से किया कमाल

साल और 5 साल की रोलिंग रिटर्न देखने पर पता चला कि Nifty Large Midcap 250 TRI की स्टैंडर्ड डिविएशन (जोखिम) बाकी इंडेक्स के मुकाबले कम थी, यानी इसमें कम उतार-चढ़ाव देखा गया. इसके अलावा, 2005 से अब तक के 3 साल के रोलिंग रिटर्न में लार्ज एंड मिड कैप इंडेक्स ने करीब 60 फीसदी अवधि में लार्जकैप इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है. इसलिए, लार्ज एंड मिड कैप फंड एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं जो अच्छे रिटर्न के साथ कम जोखिम का संतुलन देते हैं.

हिस्ट्री देखें तो ऐसा देखा गया है कि जब बाजार में गिरावट आती है, तो लार्ज कैप कंपनियां अपनी स्थिरता की वजह से बेहतर प्रदर्शन करती हैं. वहीं जब बाजार तेजी के मूड में होता है, तो मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियां ज्यादा तेजी से बढ़ती हैं. ऐसे में, लार्ज एंड मिड कैप फंड इन दोनों स्थितियों के बीच संतुलित निवेश का मौका देते हैं, जिससे बाजार के उतार-चढ़ाव का असरकम होता है. ये फंड उन नए सेक्टर्स और ट्रेंड्स में भी निवेश करते हैं, जो अक्सर सिर्फ लार्ज कैप पोर्टफोलियो में नहीं होते.

(नोट : हमने यहां म्यूचुअल फंड की एक कैटेगरी पर जानकारी एक्सपर्ट के हवाले से दी है. वहीं रिटर्न बताने का उद्देश्य जानकारी देना है. किसी भी इक्विटी फंड में पुराना रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होती है, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)

Large and Mid Cap Fund