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Low Risk Investment : मुनाफा देखकर निवेश करते हैं इस म्यूचुअल फंड के मैनेजर, गिरावट के दौर में भी FD से बेहतर रहा 1 साल का रिटर्न

Low Risk Investment : टॉप 10 आर्बिट्राज फंड्स का पिछले 1 साल का रिटर्न 8% के आसपास रहा है. इक्विटी में 65% निवेश के बावजूद इन्हें लो-रिस्क इनवेस्टमेंट माना जाता है.

Low Risk Investment : टॉप 10 आर्बिट्राज फंड्स का पिछले 1 साल का रिटर्न 8% के आसपास रहा है. इक्विटी में 65% निवेश के बावजूद इन्हें लो-रिस्क इनवेस्टमेंट माना जाता है.

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Viplav Rahi
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Low Risk Investment : आर्बिट्राज फंड्स को कम से कम 65% निवेश इक्विटी में करने के बावजूद लो-रिस्क इनवेस्टमेंट माना जाता है. (Image : Freepik)

Why Arbitrage Funds are considered Low Risk : इक्विटी मार्केट यानी शेयर बाजार में निवेश करने वाले फंड्स को आम तौर पर हाई रिस्क या वेरी हाई रिस्क की रेटिंग मिलती है. लेकिन आर्बिट्राज म्यूचुअल फंड्स को कम से कम 65% निवेश इक्विटी में करने के बावजूद को लो-रिस्क इनवेस्टमेंट यानी कम जोखिम वाला निवेश माना जाता है. इसकी वजह बेहद खास है और आर्बिट्राज फंड्स की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी से जुड़ी है. निवेश की इस बेहद दिलचस्प निवेश रणनीति की बदौलत ही टॉप 10 आर्बिट्राज फंड्स ने भारतीय शेयर बाजार में गिरावट और उथल-पुथल के बावजूद पिछले 1 साल में करीब 8 फीसदी तक रिटर्न दिए हैं, जो इतनी ही अवधि के अधिकांश फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) रिटर्न से बेहतर हैं. मुश्किल हालात में भी मुनाफा दिलाने की क्षमता रखने वाली इस निवेश रणनीति पर आगे बात करेंगे, लेकिन पहले एक नजर डाल लेते हैं टॉप 10 आर्बिट्राज फंड्स के पिछले 1 साल के रिटर्न पर.

टॉप 10 आर्बिट्राज फंड्स का पिछला रिटर्न 

आर्बिट्राज फंड का नाम / 1 साल का रिटर्न 

  1. Kotak Equity Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.98%
  2. Invesco India Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.92%
  3. Edelweiss Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.90%
  4. Bandhan Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.90%
  5. Mirae Asset Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.89%
  6. Tata Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.88%
  7. Aditya Birla Sun Life Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.85%
  8. UTI Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.83%
  9. ICICI Prudential Equity Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.82%
  10. HDFC Arbitrage Fund (Direct Plan) : 7.79%

(Source : AMFI, 25 फरवरी 2025 तक अपडेटेड) 

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बेंचमार्क से बेहतर रहा प्रदर्शन

हमने यहां जिन आर्बिट्राज फंड्स के पिछले 1 साल के रिटर्न की जानकारी दी है, उन सभी का बेंचमार्क निफ्टी 50 आर्बिट्राज टोटल रिटर्न इंडेक्स (NIFTY 50 Arbitrage Total Return Index) है. इस इंडेक्स का पिछले एक साल का रिटर्न 7.48% रहा है. इस हिसाब से इन सभी फंड्स ने पिछले 1 साल में अपने बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न दिया है. इतना ही नहीं, इनका रिटर्न आमतौर पर 1 साल के एफडी से भी बेहतर है. खास बात ये है कि रिस्कोमीटर पर इन सभी को लो रिस्क (Low Risk) यानी कम जोखिम की रेटिंग दी गई है. 

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आर्बिट्राज फंड में कम क्यों रहता है रिस्क?

आर्बिट्राज फंड में निवेश को कम जोखिम वाला माना जाता है, वह भी कम से कम 65% निवेश इक्विटी में करने के बावजूद. इसकी वजह है इनकी खास इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी. दरअसल आर्बिट्राज फंड के मैनेजर इक्विटी में निवेश तभी करते हैं, जब उन्हें मुनाफा सामने नजर आता है. आप पूछ सकते हैं कि भला इक्विटी मार्केट में ऐसा कहां होता है कि मुनाफा सामने दिखने पर निवेश किया जाए. दरअसल, कई बार किसी एक शेयर की एक ही वक्त दो अलग-अलग स्टॉक एक्सचेंज में दो अलग-अलग कीमतें हो सकती हैं. या फिर स्पॉट मार्केट और फ्यूचर्स मार्केट की कीमतों में फर्क हो सकता है. आर्बिट्राज फंड्स के मैनेजर कीमतों में ऐसे ही अंतर की तलाश में रहते हैं और मौका मिलते ही कम दाम में खरीदकर ऊंचे दाम में बेचने के सौदे कर लेते हैं. कीमतों का यह अंतर ज्यादा नहीं होता, लेकिन ऐसे शेयर्स को बार-बार बड़ी संख्या में खरीदने-बेचने की डील्स करके वे मुनाफा हासिल कर लेते हैं. आसान शब्दों में कहें तो फंड मैनेजर सही मौका मिलते ही एक हाथ से निवेश करता है और दूसरे हाथ से प्रॉफिट बुक करने का इंतजाम कर लेता है. निवेश की बिलकुल अलग स्ट्रैटजी के कारण ही इसे इक्विटी में निवेश का सबसे कम जोखिम वाला तरीका भी कहा जा सकता है. मुनाफा नजर आने पर ही निवेश करने के कारण आर्बिट्राज फंड में नुकसान का रिस्क बेहद कम रहता है.

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इक्विटी फंड जैसे टैक्स बेनिफिट

आर्बिट्राज फंड की एक खास बात यह भी है कि हाइब्रिड फंड (Hybrid Mutual Funds) होने के बावजूद इन्हें टैक्स के लिहाज से इक्विटी फंड (Equity Mutual Fund) की कैटेगरी में रखा गया है. इसलिए अगर इसमें किए गए निवेश को 1 साल या उससे ज्यादा समय तक होल्ड करने के बाद बेचने पर मुनाफा हो, तो उस पर 1 वित्त वर्ष के दौरान हुए 1.25 लाख रुपये तक के मुनाफे पर कोई टैक्स नहीं लगता. इससे ज्यादा मुनाफा होने पर 12.5 फीसदी की दर से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) टैक्स लगता है. ऊंचे टैक्स ब्रैकेट में आने वालों के लिए यह नियम भी फायदेमंद है.

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किनके लिए सही हैं आर्बिट्राज फंड

आर्बिट्राज फंड ऐसे इनवेस्टर्स के लिए सही ऑप्शन हो सकते हैं, जो ज्यादा रिस्क लिए बिना इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं. बाजार में आर्बिट्राज मार्जिन आमतौर पर बहुत अधिक नहीं होता. इसलिए इनमें रिटर्न भी औसत ही होते हैं. बहुत से लोग सेविंग अकाउंट में रखे एक्स्ट्रा फंड का कुछ हिस्सा आर्बिट्राज फंड में रखने की सलाह भी देते हैं. लेकिन निवेश का फैसला करने से पहले यह जरूर याद रखें कि आर्बिट्राज फंड में बैंक खातों की तरह गारंटीड या फिक्स्ड रिटर्न नहीं मिलते. 

(डिस्क्लेमर: किसी भी म्यूचुअल फंड में पिछले रिटर्न के आंकड़े भविष्य में उतने ही रिटर्न की गारंटी नहीं देते. यहां हमारा मकसद किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं, सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)

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