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Low Return Equity Mutual Funds: कई इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने 2024 में रिटर्न के मामले में निवेशकों को निराश किया है. (Image : Microsoft copilot)
Lowest Return Equity Mutual Funds of 2024: शेयर बाजार हो या इक्विटी म्यूचुअल फंड, इनमें निवेश करने वाले बाजार में आने वाले उतार-चढ़ावों के के साथ जुड़ा रिस्क इसीलिए उठाते हैं, क्योंकि उन्हें बेहतर रिटर्न की उम्मीद रहती है. लेकिन जरूरी नहीं कि हर बार उनकी ये उम्मीद पूरी हो. कई बार उन्हें अपने इक्विटी इनवेस्टमेंट पर निराशाजनक रिटर्न भी मिल सकते हैं. हालांकि बीता साल अधिकांश इक्विटी फंड्स के लिए रिटर्न के मामले में औसत या अच्छा ही रहा है. लेकिन कुछ ऐसे इक्विटी फंड्स भी हैं, जिनके बेहद कम रिटर्न ने 2024 में अपने निवेशकों का दिल तोड़ दिया है.
2024 के फिसड्डी फंड : इक्विटी में निवेश से नहीं हुआ फायदा
साल के आखिरी दिन हम आपको कुछ ऐसे ही फिसड्डी फंड्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका रिटर्न सिंगल डिजिट में रहा है. हमने इस लिस्ट में उन इक्विटी फंड्स के नाम शामिल किए हैं, जिनके रेगुलर प्लान का 1 साल का रिटर्न 8% से कम रहा है. सारे आंकड़े 30 दिसंबर तक अपडेटेड हैं और एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के पोर्टल से लिए गए हैं.
इक्विटी फंड का नाम । एक साल का रिटर्न
- LIC MF Banking & Financial Services Fund : 0.61% (Regular), 2.31% (Direct)
- ICICI Prudential FMCG Fund : 2.02% (Regular), 2.91% (Direct)
- Samco Flexi Cap Fund : 4.35% (Regular), 5.80% (Direct)
- ITI Banking and Financial Services Fund : 6.80% (Regular), 8.84% (Direct)
- Sundaram Financial Services Opportunities Fund : 7.33% (Regular), 8.79% (Direct)
- ICICI Prudential Commodities Fund : 7.51% (Regular), 8.66% (Direct)
- SBI Equity Minimum Variance Fund : 7.96% (Regular), 8.31% (Direct)
- HDFC MNC Fund : 7.97% (Regular), 9.27% (Direct)
(Source : AMFI, Data: Updated till 30 December 2024)
'हाई रिस्क' के बावजूद 'लो रिटर्न' का दर्द
ऊपर जिन इक्विटी फंड्स के डिटेल दिए हैं, उन सभी को रिस्कोमीटर पर वेरी हाई रिस्क (Very High Risk) की कैटेगरी में रखा गया है. यानी ज्यादा रिस्क लेने के बावजूद इनमें से कई फंड्स ने तो अपने निवेशकों को उतना रिटर्न भी नहीं दिया है, जितना पोस्ट ऑफिस की गारंटीड रिटर्न देने वाली फिक्स्ड इनकम स्कीम्स में मिलता है.
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
ऊपर दी गई लिस्ट में शामिल इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने पिछले 1 साल में काफी कमजोर रिटर्न दिए हैं. खास तौर पर लिस्ट में सबसे ऊपर मौजूद फंड्स के रिटर्न तो ज्यादा ही निराशाजनक हैं. लेकिन क्या इसका मतलब ये है कि इक्विटी फंड में पैसे नहीं लगाने चाहिए? सिर्फ 1 साल के रिटर्न के आधार पर ऐसा फैसला करना सही नहीं होगा. यह बात हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए कि इक्विटी फंड में बेहतर रिटर्न लॉन्ग टर्म के लिए रेगुलर इनवेस्टमेंट करने पर ही मिलते हैं. अगर किसी स्कीम का लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस ठीक रहा है और उसने जिन शेयर्स में पैसे लगाए हैं, वे फंडामेंटल तौर पर मजबूत हैं, तो शॉर्ट टर्म उथल-पुथल से घबराना नहीं चाहिए. लेकिन अगर किसी फंड का रिटर्न लगातार काफी कम चल रहा है, तो उसमें निवेश के फैसले पर फिर से विचार करने की जरूरत हो सकती है. इक्विटी फंड में अगर सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये नियमित निवेश किया जाए, तो बाजार में उथल-पुथल का बेहतर ढंग से सामना करने में मदद मिलती है और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है किसी फंड में निवेश करने या नहीं करने के बारे में सलाह देना नहीं. इक्विटी म्यूचुअल फंड के पिछले रिटर्न भविष्य में जारी रहेंगे या नहीं, इस बारे में पक्के तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. निवेश से जुड़े फैसले सेबी अधिकृत इनवेस्टमेंट एडवाइजर की राय लेकर ही करें.)