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महंगे किराए और खाली जेब से तंग हैं? ये 8 भारतीय शहर देंगे सुकून और बचत भरी जिंदगी!

अगर आप ऐसे शहर की तलाश में हैं जहां करियर, आराम और कम खर्च साथ मिले, तो ये 7 भारतीय शहर आपके लिए सही हैं. साफ गलियों, कम किराए और अच्छे माहौल वाले ये शहर आपकी जिंदगी और बचत बदल सकते हैं.

अगर आप ऐसे शहर की तलाश में हैं जहां करियर, आराम और कम खर्च साथ मिले, तो ये 7 भारतीय शहर आपके लिए सही हैं. साफ गलियों, कम किराए और अच्छे माहौल वाले ये शहर आपकी जिंदगी और बचत बदल सकते हैं.

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Aanya Desai
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महंगे किराए से तंग आ चुके हैं? ये 8 शहर देंगे सस्ती और सुकून भरी जिंदगी. (AI Image)

आपके पास एक ठीक-ठाक नौकरी है, नियमित इनकम है और ज़िंदगी को अच्छे से जीने के प्लान भी. लेकिन महीने की शुरुआत में जो तनख्वाह आती है, वह किराया, राशन, ऑफिस आने-जाने और कभी-कभी दोस्तों के साथ बाहर खाने-पीने में ही खत्म हो जाती है. और फिर महीने के अंत में आप खुद से पूछते हैं—"पैसा आखिर जा कहां रहा है?"

मुंबई, दिल्ली और बेंगलुरु जैसे भारत के बड़े शहरों में काम और तरक्की के भरपूर मौके हैं, लेकिन इनका खर्च भी उतना ही भारी है. किराया आसमान छूता है, रोज़ की लंबी यात्रा थका देती है, और लाइफस्टाइल का दबाव आपको ऐसे खर्चों में घसीटता है जो आप शायद खुद नहीं करना चाहते. फिर चाहे आप 20-25 साल का फ्रेशर हों, फ्रीलांसर हों या छोटे बच्चे वाले युवा माता-पिता—आपका शहर सीधे तौर पर आपकी सेविंग और जीवन स्तर को प्रभावित करता है.

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लेकिन क्या हो अगर आपको तरक्की और बचत में से किसी एक को चुनना ही न पड़े? क्या ऐसा मुमकिन है कि आपको अच्छी सड़कों, स्वास्थ्य सुविधाओं, स्कूल-कॉलेज, और एक जीवंत सामाजिक माहौल के साथ-साथ कम खर्च में बेहतर जीवन मिले? जवाब है—हां, बिल्कुल मुमकिन है.

भारत में कई ऐसे शहर और क्षेत्र हैं जहां कम खर्च में शानदार जीवन जिया जा सकता है. यहां रहकर आप अपनी इनकम का बड़ा हिस्सा खर्चों में नहीं, बल्कि बचत और विकास में लगा सकते हैं.

यह लेख आपको बताएगा भारत के कुछ बेहतरीन और संतुलित शहरों के बारे में, जहां आप समझदारी से रह सकते हैं, सोच-समझकर खर्च कर सकते हैं और अपने जीवन को बेहतर दिशा में ले जा सकते हैं.

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"बजट में क्वालिटी लाइफ" का मतलब क्या होता है?

इससे पहले कि हम भारत के कुछ बेहतरीन शहरों के बारे में बात करें, हमें यह समझना होगा कि “बजट में क्वालिटी लाइफ” का असल मतलब क्या है. इसका मतलब सिर्फ सस्ते किराए या सस्ते किराना स्टोर ढूंढना नहीं है. इसका मतलब है ऐसे शहर में रहना, जहां जीवन का अनुभव अच्छा, संतुलित और आरामदायक हो — वो भी बिना ज़्यादा खर्च किए.

यह सोच सिर्फ घर के किराए और बिजली-पानी जैसी ज़रूरतों तक सीमित नहीं है, बल्कि उन सार्वजनिक सेवाओं और सुविधाओं तक भी जाती है जो औसतन हों लेकिन जीवन को आसान बनाएं.

बिलकुल ज़रूरी है कि ऐसा शहर साफ-सुथरा हो, सुरक्षित हो और वहां प्रदूषण कम हो — क्योंकि यही बातें आपके रोज़मर्रा के जीवन को बेहतर महसूस कराने में मदद करती हैं. अगर किसी शहर में हरियाली वाले पार्क और घूमने-फिरने की सुविधाएं मुफ्त में या बहुत ही कम कीमत में मिल जाती हैं, तो वह आपके रोज़मर्रा के अनुभव में बहुत बड़ा फर्क लाती है.

“बजट में क्वालिटी लाइफ” का मतलब ये भी नहीं है कि शहर आपको थोड़े समय में कम खर्च करवा दे और फिर धीरे-धीरे आपकी बचत खत्म कर दे. इसका असली मतलब है — ऐसा शहर जो आपको कम खर्च करने, ज़्यादा बचत करने और भविष्य की बेहतर प्लानिंग के लिए प्रेरित करे, ताकि आप आराम से जिएं और अपने दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकें.

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बजट में अच्छी ज़िंदगी जीने के लिए भारत के बेहतरीन शहर

1. मैसूर, कर्नाटक

मैसूर को अक्सर कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है, और ये बात बिलकुल सही है. यहां की हरी-भरी सड़कें, पुरानी विरासत वाली इमारतें और आपसी मेल-जोल वाली संस्कृति, ज़िंदगी को थोड़ा धीमा लेकिन शांतिपूर्ण और सोचने लायक बनाती है. यह शहर उन लोगों के लिए एकदम सही है जो शांत माहौल में संस्कृति से भरपूर जीवन जीना चाहते हैं. यहां रहने का खर्च काफी कम है. लोकल स्तर पर मिलने वाला ताज़ा खाना और सस्ती पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधाएं, लोगों की जेब पर ज़्यादा बोझ नहीं डालतीं. ज़्यादातर परिवार ₹30,000 से ₹50,000 महीने में आराम से जीवन जी सकते हैं.

मैसूर में नागरिक सुविधाएं अच्छी हैं, स्कूल अच्छे हैं और हेल्थ और वेलनेस पर भी सही ध्यान दिया जाता है. यहां की मुख्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट बस और ऑटो रिक्शा हैं, और लोकल सफर के लिए दोपहिया वाहन सबसे आम साधन हैं. जो लोग मैसूर में रहते हैं, उनका मानना है कि यहां की हवा की गुणवत्ता दूसरे बड़े शहरों के मुकाबले बेहतर है और शहर साफ-सुथरा है. इस वजह से यह एक हेल्दी और संतुलित जीवनशैली के लिए बहुत अच्छा विकल्प बन जाता है.

2. पुणे, महाराष्ट्र

पुणे एक ऐसा शहर है जहां पुराने जमाने का आकर्षण आज की युवा और आधुनिक कार्यशक्ति की ऊर्जा से मिलता है. पहले इसे एक यूनिवर्सिटी टाउन माना जाता था, लेकिन अब इसे 'पूर्व का ऑक्सफोर्ड' भी कहा जाता है. आज के समय में पुणे भारत के सबसे संतुलित और रहने लायक शहरों में से एक बन चुका है. पुणे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह हर तरह के लोगों के लिए कुछ न कुछ पेश करता है — पारंपरिक पारिवारिक जीवन से लेकर आधुनिक सुविधाएं, और खर्च और सहूलियत के बीच एक अच्छा संतुलन.

यहां एक परिवार ₹35,000 से ₹55,000 महीने में, अपनी जीवनशैली और इलाके के अनुसार, एक ठीक-ठाक जीवन जी सकता है. पुणे में रोज़मर्रा की ज़िंदगी और सामुदायिक जीवन का अच्छा संतुलन है. यहां की रिहायशी कॉलोनियां अच्छी तरह विकसित हैं, सड़कें अच्छी हैं और मेट्रो लाइन का काम चल रहा है ताकि डेली ट्रैवल और आसान हो सके.

पुणे की लोकल संस्कृति लोगों को सामूहिक जीवन जीने की ओर प्रेरित करती है. यहां के लोकल सब्ज़ी बाज़ार, फूड स्टॉल्स और सामुदायिक आयोजन जैसे इवेंट्स इस बात का ध्यान रखते हैं कि खर्च कम हो, और लोग आपस में जुड़े रहें. पुणे का मौसम भी इसे रहने लायक बनाता है — मुंबई के मुकाबले यहां औसतन ठंडक ज़्यादा होती है और हवा की गुणवत्ता भी बेहतर मानी जाती है. इस वजह से बहुत से लोग पुणे को एक संतुलित और सुकून देने वाली जीवनशैली के लिए चुनते हैं.

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3. कोयंबटूर, तमिलनाडु

कोयंबटूर को अक्सर "दक्षिण भारत का मैनचेस्टर" कहा जाता है. यह शहर इंडस्ट्री और रिहायशी जीवन का अच्छा मेल है. तमिलनाडु के सबसे साफ-सुथरे और व्यवस्थित शहरों में से एक कोयंबटूर, अपने अच्छे मौसम और हरियाली के लिए भी जाना जाता है. एक छोटा परिवार यहां ₹27,000 से ₹37,000 प्रति माह में आराम से रह सकता है — जिसमें किराना, आवाजाही, स्वास्थ्य खर्च और थोड़ा बहुत खर्च करने के लिए जेब खर्च भी शामिल है.

शहर में पब्लिक सर्विसेज भरोसेमंद हैं, स्कूल अच्छे हैं और भीड़भाड़ कम है, जिससे शहर के अंदर ट्रैवल करना आसान हो जाता है. कोयंबटूर वैकल्पिक स्वास्थ्य सेवाओं और वेलनेस सेंटरों के लिए भी जाना जाता है, जिससे यह एक सम्पूर्ण जीवनशैली को अपनाने वालों के लिए आकर्षण बन जाता है. अगर कोई ऐसा जीवन जीना चाहता है जो धीमा, सुरक्षित हो और जिसमें किफायती घर हों, तो कोयंबटूर बजट में शहरी जीवन के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.

4. भुवनेश्वर, ओडिशा

भुवनेश्वर ने स्मार्ट सिटी बनने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाया है, लेकिन इसके बावजूद यह अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान को बनाए रखने में सफल रहा है. यहां की बढ़ती हुई आधारभूत संरचना और अच्छी सड़क व्यवस्था के कारण ट्रैफिक की भीड़ कम होती है और कम खर्च में अच्छी क्वालिटी की ज़िंदगी मिलती है. एक सामान्य परिवार यहां ₹28,000 से ₹40,000 प्रति माह के बजट में आराम से रह सकता है.

भुवनेश्वर एक सुरक्षित, साफ-सुथरा और सुखद शहर है, जो कामकाजी लोगों और परिवारों — दोनों के लिए उपयुक्त है. यहां की पब्लिक ट्रांसपोर्ट धीरे-धीरे बेहतर हो रही है और रोज़मर्रा का सामान उचित दामों पर आसानी से मिल जाता है. भले ही यहां का जॉब मार्केट अभी विकासशील है, लेकिन जो लोग रिमोट वर्क करते हैं या सेल्फ-एम्प्लॉयड हैं, उनके लिए यह शहर कम खर्च में शांत और संतुलित जीवन देने वाला एक अच्छा विकल्प हो सकता है.

शहर में मंदिर, झीलें और ऐतिहासिक स्थल पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं, जहां आप घूम सकते हैं और इनसे आपके बजट पर ज़्यादा असर भी नहीं पड़ता.

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5. इंदौर, मध्य प्रदेश

इंदौर को लगातार कई वर्षों से “भारत का सबसे साफ़ शहर” घोषित किया गया है, और इसके पीछे ठोस वजह भी है. यह एक जीवंत और तेजी से बढ़ता हुआ व्यावसायिक शहर है, जहां आप आरामदायक जीवनशैली का आनंद ले सकते हैं. एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार यहां ₹30,000 से ₹45,000 प्रति माह के बजट में बहुत अच्छी तरह रह सकता है. किराना, स्कूल, ट्रांसपोर्ट और मनोरंजन जैसी ज़रूरी चीज़ें यहां किफायती दामों में उपलब्ध हैं.

यह शहर आधुनिक शहरी योजना के साथ आगे बढ़ रहा है, सड़कें आमतौर पर साफ रहती हैं और इसकी बुनियादी सुविधाएं हर दिन बेहतर होती जा रही हैं. इंदौर खाने-पीने के लिए भी बहुत मशहूर है, और बाहर खाना भी यहां ज़्यादा महंगा नहीं है. यह शहर अन्य बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, और यहां का इंडस्ट्रियल और सर्विस सेक्टर भी रोज़गार के लिहाज से तेज़ी से विकसित हो रहा है. इंदौर की सुरक्षा, पैदल चलने की सहूलियत और नागरिकों की जागरूकता इस शहर की खासियतों में गिनी जाती हैं.

6. अहमदाबाद, गुजरात

अहमदाबाद एक विकसित और व्यवस्थित शहर है, जहां मजबूत औद्योगिक आधार और जमी-जमाई कारोबारी संस्कृति मौजूद है. यह गुजरात के सबसे बड़े शहरों में से एक है, फिर भी भारत के टियर-1 मेट्रो शहरों के मुकाबले यहां रहना काफी सस्ता है. एक परिवार ₹40,000 से ₹50,000 प्रति माह के बजट में यहां आराम से जीवन जी सकता है.

यह शहर अच्छी बुनियादी सुविधाएं देता है — सड़कें ठीक स्थिति में हैं, पीने के लिए साफ पानी की पर्याप्त सप्लाई है और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की भी अच्छी व्यवस्था है. स्वास्थ्य सेवाएं, स्कूलों की उपलब्धता, सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मामले में भी यह शहर अच्छा स्कोर करता है. यहां पारंपरिक बाज़ारों के साथ-साथ आधुनिक रिटेल स्टोर्स भी मौजूद हैं, जिससे खर्च पर नियंत्रण बनाए रखना आसान हो जाता है.

अहमदाबाद में संस्कृति और समुदाय की भावना साफ महसूस होती है, क्योंकि यहां की सामाजिक ज़िंदगी त्योहारों, खाने और परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है. यह सब मिलकर इस शहर को बजट में रहने और अच्छे से जीने के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है.

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7. जयपुर, राजस्थान

जयपुर सिर्फ एक पर्यटन शहर नहीं है, बल्कि यह एक सुंदर और किफायती शहर भी है, जहां रहना आसान और सुकून भरा हो सकता है. यहां चौड़ी सड़कें हैं, ऐतिहासिक इमारतें हैं और साथ ही टूरिज्म और सर्विस सेक्टर में नौकरियों की बढ़त हो रही है — जिससे कम बजट में भी अच्छी ज़िंदगी जीना मुमकिन है. एक परिवार यहां ₹30,000 से ₹40,000 प्रति माह खर्च करके आराम से रह सकता है.

आपको यहां अच्छे स्कूल, अस्पताल और जुड़ी हुई सड़कों की सुविधा मिलेगी. जयपुर के लोकल मार्केट्स में रोज़मर्रा की ज़रूरतों की चीजें और लोकल उत्पाद किफायती दामों पर मिल जाते हैं. शहर में घूमना-फिरना भी आसान है क्योंकि पब्लिक ट्रांसपोर्ट लगातार बेहतर हो रहा है — बसें और मेट्रो सफर को और आसान बना रहे हैं. जयपुर कला, हस्तशिल्प और संगीत जैसी सांस्कृतिक विविधताओं से भरपूर है, जो रोज़मर्रा की ज़िंदगी को और दिलचस्प बना देता है.

यहां का मौसम अधिकतर सूखा और गर्म होता है, हालांकि सर्दियां कभी-कभी काफी ठंडी हो जाती हैं. फिर भी, जीवनशैली और खर्च के लिहाज़ से जयपुर एक अच्छा और संतुलित विकल्प है.

8. चंडीगढ़ (ट्राइसिटी: मोहाली, पंचकूला)

चंडीगढ़ और इसके पास के शहर मोहाली और पंचकूला को भारत के सबसे बेहतर तरीके से विकसित और प्लान किए गए शहरों में गिना जाता है. हालांकि चंडीगढ़ का मुख्य हिस्सा थोड़ा महंगा हो सकता है, लेकिन ट्राइसिटी के बाहरी इलाकों में रहना किफायती है. ज़्यादातर वर्किंग क्लास परिवार ₹35,000 से ₹50,000 प्रति माह के खर्च में, इलाके के हिसाब से आराम से रह सकते हैं.

यह शहर साफ-सुथरा है, सार्वजनिक सेवाएं, स्कूल और पार्क काफी अच्छी हालत में हैं. यहां की पब्लिक ट्रांजिट (बसें, ऑटो आदि) सुरक्षित और इस्तेमाल में आसान है. बड़े मेट्रो शहरों के मुकाबले यहां आना-जाना कहीं कम तनावपूर्ण होता है. शहरी सुविधाओं और प्राकृतिक सुंदरता का ये मेल फैमिलियों, रिटायर्ड लोगों और प्रोफेशनल्स सभी के लिए आकर्षक है. यहां अपराध दर कम है, सड़कें चौड़ी हैं और छोटे शहर जैसा अपनापन मिलता है, जिससे बजट की सही योजना और शांत जीवनशैली संभव हो पाती है.

आपको एक शानदार और भरपूर ज़िंदगी जीने के लिए बहुत बड़ी इनकम की ज़रूरत नहीं होती. मैसूर, कोयंबटूर, इंदौर और पुणे जैसे शहर सिर्फ सस्ते नहीं हैं, बल्कि ये आपको सांस लेने, आगे बढ़ने और बेहतर जीवन जीने की जगह भी देते हैं. साफ हवा, कम तनाव और मज़बूत सामुदायिक भावना के साथ ये शहर ये साबित करते हैं कि अच्छी क्वालिटी वाली ज़िंदगी के लिए कोई बड़ी कुर्बानी नहीं देनी पड़ती.

अगर ऐसा जीवन आपकी सोच के करीब लगता है, तो थोड़ी रिसर्च करें. इन शहरों को खुद जाकर देखें, वहां के लोगों से मिलें और असली अनुभव लें. आपकी जानकारी और आपके अनुभव से ही तय होगा कि कौन-सा शहर आपकी ज़रूरत और सोच के सबसे ज़्यादा करीब बैठता है. कभी-कभी सबसे बेहतर जीवन बड़े शहरों से बाहर होता है, और कभी वो किसी सही शहर में छिपा होता है.

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डिस्क्लेमर : यह लेख सार्वजनिक जानकारी, भरोसेमंद रिपोर्ट्स, लोगों के अनुभव और AI टूल्स की मदद से तैयार किया गया है. हमने सही जानकारी देने की पूरी कोशिश की है, लेकिन ध्यान रखें कि खर्च और रहने की स्थिति समय, जगह और व्यक्ति की पसंद के हिसाब से अलग हो सकती है.

नोट : लेखिका अपनी प्राइवेसी बनाए रखने के लिए काल्पनिक नाम "आन्या देसाई" का इस्तेमाल करती हैं. लेकिन यह प्रोफाइल उनकी असली जानकारी और काम को दिखाता है.

आन्या देसाई को एक प्रोफेशनल फाइनेंशियल जर्नलिस्ट और कंटेंट राइटर के तौर पर पर्सनल फाइनेंस पर लिखने का 5 साल से ज्यादा का अनुभव है. वे पर्सनल बजटिंग, टैक्स प्लानिंग, म्यूचुअल फंड और लॉन्ग टर्म वेल्थ मैनेजमेंट जैसे मुश्किल आर्थिक विषयों को खासतौर पर भारतीय पाठकों को आसान भाषा में समझाने का काम करती हैं.

Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed for accuracy. 

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