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SIP Investment : नवंबर महीने में SIP के जरिए कुल इनफ्लो 25,320 करोड़ रुपये रहा है, जो अक्टूबर में 25323 करोड़ रुपये था. (Pixabay)
Amfi Latest News : इक्विटी म्यूचुअल फंड में नवंबर में मंथली बेसिस पर निवेश 14 फीसदी घटकर 35,943 करोड़ रुपये रहा है. अलग अलग मैक्रो इकोनॉमिक फैक्टर, जियो-पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिकी चुनाव के परिणाम से पैदा हुई अस्थिरताओं से इक्विटी फंड्स में निवेश कम हुआ है. हालांकि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP के जरिए निवेश लगातार दूसरे महीने 25000 करोड़ रुपये के पार निकल गया. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) द्वारा नवंबर 2024 के लिए जारी लेटेस्ट आंकड़ों में यह जानकारी मिली है.
इंडस्ट्री का AUM 68 लाख करोड़ के पार
नवंबर महीने में SIP के जरिए कुल इनफ्लो 25,320 करोड़ रुपये रहा है, जो अक्टूबर में 25323 करोड़ रुपये था. यह लगातार दूसरा महीना है जब SIPs ने 25,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार किया है. वहीं, ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड्स में निवेश में 75 फीसदी की गिरावट आई. ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड्स में निवेश नवंबर 2024 में 60,363 करोड़ रुपये रहा, जो अक्टूबर में 2.39 लाख करोड़ रुपये था. हालांकि म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 68.08 लाख करोड़ रुपये हो गया, जोकि अक्टूबर में 67.25 लाख करोड़ रुपये था.
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किसमें घटा, किसमें बढ़ा निवेश
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया की ओर से जारी डेटा के मुताबिक, नवंबर में इक्विटी फंड्स में 35943 करोड़ रुपये रहा, जबकि अक्टूबर में इक्विटी फंड्स में 41,887 करोड़ रहा था. नवंबर में डेट फंड्स में 12,916 करोड़ रुपये और हाइब्रिड फंड्स में 4,124 करोड़ रुपये का इन्फ्लो देखने को मिला. जबकि अक्टूबर में डेट फंड्स में 1.57 लाख करोड़ और हाइब्रिड फंड्स में 16,863 करोड़ रुपये का इन्फ्लो हुआ था.
इक्विटी में सबसे ज्यादा इनफ्लो सेक्टोरल फंड्स में 7658 करोड़ रुपये रहा, जबकि फ्लेक्सी कैप फंड्स में 5,084 करोड़ रुपये इनफ्लो हुआ. मिडकैप फंड्स में 4,883 करोड़, लार्ज एंड मिडकैप फंड्स में 4,679 करोड़, स्मॉलकैप फंड्स में 4,112 करोड़, मल्टीकैप फंड्स में 3,626 करोड़, लार्जकैप फंड्स में 2,548 करोड़ और (ELSS) में 618 करोड़ रुपये का इन्फ्लो आया. ELSS (इ​क्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स) में नवंबर में 61 फीसदी निवेश बढ़ा है, वहीं स्मॉलकैप फंड्स ने 9 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की.
आर्बिट्राज फंड्स और कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड्स में भी गिरावट देखने को मिली. आर्बिट्राज फंड्स में 119 फीसदी की गिरावट आई और इस कैटेगरी में नवंबर में 1352 करोड़ रुपये का आउटफ्लो हुआ. जबकि अक्टूबर में 7181 करोड़ रुपये का इन्फ्लो था. कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड्स में भी 112 फीसदी की गिरावट आई और इसमें नवंबर में 36 करोड़ रुपये का आउटफ्लो हुआ. जबकि अक्टूबर में 310 करोड़ रुपये का इन्फ्लो था. ओवरआल नवंबर में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का इनफ्लो 60,295 करोड़ रुपये रहा, जो अक्टूबर में यह 2.39 लाख करोड़ रुपये था.
लगातार 45वें महीने इनफ्लो
आंकड़ों के अनुसार, गिरावट के बावजूद यह इक्विटी में निवेश करने वाले फंड्स में नेट इनफ्लो का लगातार 45वां महीना है, जो निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड के बढ़ते आकर्षण को दर्शाता है. मोतीलाल ओसवाल एएमसी के अखिल चतुर्वेदी ने कहा कि मैक्रो इकोनॉमिक फैक्टर्स, जियो-पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिकी चुनाव के परिणाम के कारण अस्थिरता बढ़ गई. इसके चलते बड़ी संख्या में निवेशकों ने वेट एंड वाच का रुख अपनाया. इसके चलते नवंबर 2024 के लिए फ्लैट एसआईपी नंबर्स सहित लम्प सम निवेश में गिरावट आई.