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NFO: इनवेस्को का नया फंड ऑफर, कम रिस्क और कम टैक्स में स्टेबल इनकम का वादा, किनके लिए सही है ये एक्टिव FoF

Invesco India NFO : इनवेस्को इंडिया इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड उन निवेशकों के लिए पेश किया गया है, जो कम रिस्क और टैक्स एफिशिएंसी के साथ स्टेबल इनकम चाहते हैं.

Invesco India NFO : इनवेस्को इंडिया इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड उन निवेशकों के लिए पेश किया गया है, जो कम रिस्क और टैक्स एफिशिएंसी के साथ स्टेबल इनकम चाहते हैं.

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Viplav Rahi
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Invesco India Income Plus Arbitrage Active FoF उन निवेशकों के लिए है, जो स्टेबिलिटी और कम रिस्क के साथ टैक्स एफीशिएंसी भी चाहते हैं. (AI Generated Image)

Invesco Mutual Fund NFO : इनवेस्को म्यूचुअल फंड ने निवेशकों के लिए एक नया फंड ऑफर (New Fund Offer) लॉन्च किया है. इनवेस्को इंडिया इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड (Invesco India Income Plus Arbitrage Active Fund of Fund) के नाम से पेश यह एनएफओ खास तौर पर उन लोगों के लिए डिजाइन किया गया है, जो कम रिस्क में स्टेबल रिटर्न के साथ टैक्स एफीशिएंसी भी चाहते हैं. यानी अगर आप परंपरागत डेट निवेश का विकल्प ढूंढ रहे हैं, तो इस नये फंड ऑफर के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं.

NFO की निवेश रणनीति

यह फंड मुख्य रूप से दो हिस्सों में निवेश करेगा – लगभग 60-65% हिस्सा डेट-ओरिएंटेड स्कीम्स में और 35-40% हिस्सा इक्विटी आर्बिट्राज स्कीम्स में लगाया जाएगा. डेट पोर्शन में निवेश खासतौर पर इनवेस्को इंडिया कॉरपोरेट बॉन्ड फंड (Invesco India Corporate Bond Fund) में किया जाएगा, जो AAA रेटेड कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और सरकारी सिक्योरिटीज़ में निवेश करता है.

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वहीं, आर्बिट्राज हिस्से के तहत यह फंड इनवेस्को इंडिया आर्बिट्राज फंड (Invesco India Arbitrage Fund) में निवेश करेगा जो शेयर बाजार के कैश और डेरिवेटिव्स सेगमेंट के प्राइस डिफरेंस से मुनाफा कमाने की कोशिश करता है. इस फंड की खास रणनीति के कारण इसमें इक्विटी से जुड़ा कोई डायरेक्शनल रिस्क नहीं माना जाता.

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टैक्स के मामले में एफीशिएंट स्कीम

इस NFO का एक खास फायदा इसकी टैक्स एफिशिएंसी है. अगर आप इस स्कीम में 2 साल से ज्यादा समय के लिए निवेश करते हैं, तो इससे होने वाले मुनाफे पर केवल 12.5% की दर से लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा. इसकी तुलना में सामान्य डेट फंड पर टैक्स आपके इनकम स्लैब के हिसाब से लगता है, जो ज्यादा हो सकता है.

फंड लॉन्च के मौके पर विकास गर्ग, हेड ऑफ फिक्स्ड इनकम और फंड मैनेजर, ने कहा,  "बदलते निवेश माहौल में कंज़र्वेटिव निवेशक ऐसी स्कीम चाहते हैं जो उनके रिस्क प्रोफाइल से मेल खाए और टैक्स में भी राहत दे. हमारा नया फंड डेट और आर्बिट्राज स्ट्रैटेजी का ऐसा कॉम्बिनेशन है जो कम जोखिम के साथ बेहतर टैक्स बेनिफिट्स दे सकता है."

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इस फंड में निवेश पर क्यों करें विचार

इनवेस्को म्यूचुअल फंड का कहना है कि इस स्कीम में पैसे लगाने वालों को एक ही स्कीम में निवेश करके दो अलग-अलग एसेट क्लासेस (डेट और इक्विटी आर्बिट्राज) का लाभ मिल सकता है. साथ ही इसमें कम वोलैटिलिटी, टैक्स एफिशिएंसी और डायनैमिक असेट एलोकेशन के फायदे भी जुड़े हुए हैं.

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NFO के बारे में जरूरी बातें

  • NFO खुलने की तारीख: 2 जुलाई 2025

  • बंद होने की तारीख: 16 जुलाई 2025

  • स्कीम की कैटेगरी : हाइब्रिड फंड ऑफ फंड (Hybrid FoF)

  • मिनिमम इनवेस्टमेंट : 1,000 रुपये और इसके बाद 1 रुपये के मल्टिपल में

  • मिनिमम SIP : 1,000 रुपये से शुरू

  • बेंचमार्क: 60% Nifty Corporate Bond Index A-II + 35% Nifty 50 Arbitrage + 5% Nifty 1D Rate Index

  • एक्ज़िट लोड: कुछ नहीं

  • रिस्क लेवल : लो टू मॉडरेट रिस्क (Low to Moderate Risk)

  • फंड मैनेजर : विकास गर्ग (फिक्स्ड इनकम), दीपक गुप्ता (आर्बिट्राज).

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किनके लिए सही है ये NFO

अगर आप निवेश में स्टेबिलिटी और कम रिस्क के साथ टैक्स एफीशिएंसी भी चाहते हैं, तो यह हाइब्रिड फंड (Hybrid Mutual Funds) आपके लिए सही विकल्प हो सकता है. खासतौर पर ऐसे निवेशक जो ट्रेडिशनल डेट स्कीम्स का अल्टरनेटिव खोज रहे हैं और जिनका इनवेस्टमेंट होराइजन यानी निवेश की अवधि कम से कम 2 साल है, वे इस फंड पर विचार कर सकते हैं. लेकिन इस बारे में कोई भी फैसला करने से पहले स्कीम से जुड़ी सभी बातों को अच्छी तरह समझना जरूरी है. यह भी ध्यान में रखें कि इस स्कीम में आप बहुत ऊंचे रिटर्न की उम्मीद नहीं कर सकते. लिहाजा, लंबी अवधि में इससे होने वाली इनकम महंगाई को मात देने में कमजोर साबित हो सकती है. इसलिए अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो का बैलेंस समझदारी से तय करें. 

(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश से जुड़े फैसले लेने से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय जरूर लें.)

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