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NFO Alert: मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल की नई स्कीम के न्यू फंड ऑफर में सब्सक्रिप्शन 20 मई 2025 से 3 जून 2025 तक खुला है. (Image : Pixabay)
Motilal Oswal Services Fund NFO : मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड ने एक नई स्कीम लॉन्च की है, जिसके न्यू फंड ऑफर (NFO) में सब्सक्रिप्शन 20 मई 2025 से 3 जून 2025 तक खुला रहेगा. मोतीलाल ओसवाल सर्विसेज फंड (Motilal Oswal Services Fund)के नाम से पेश यह स्कीम खास तौर पर भारत के सर्विस सेक्टर में निवेश पर फोकस करेगी. स्कीम का उद्देश्य सर्विसेज पर आधारित कंपनियों के शेयर्स में निवेश के जरिए लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन करना है. भारत का सर्विस सेक्टर तेजी से विकास कर रहा है. डिजिटलाइजेशन और पॉलिसी सपोर्ट की वजह से इसमें आगे भी मजबूत ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है.
मोतीलाल ओसवाल सर्विसेज फंड क्या है
मोतीलाल ओसवाल सर्विसेज फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो सर्विसेज सेक्टर में काम करने वाली कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करेगी. इसका उद्देश्य लॉन्ग टर्म कैपिटल एप्रीसिएशन हासिल करना है. इस स्कीम में मुख्य रूप से उन्हीं कंपनियों में निवेश किया जाएगा जो अपनी रेवेन्यू का बड़ा हिस्सा सर्विस सेक्टर से कमाती हैं.
स्कीम का एसेट एलोकेशन
इस एनएफओ के की-इनफॉर्मेश मेमोरेंडम (Key Information Memorandum - KIM) के मुताबिक स्कीम के पोर्टफोलियो में एसेट एलोकेशन का पैटर्न कुछ इस तरह से होगा:
सर्विसेज सेक्टर की कंपनियों में इक्विटी: 80-100%
अन्य कंपनियां या विदेशी इक्विटी: 0-20%
डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स: 0-20%
REITs और InvITs: 0-10%
अन्य म्यूचुअल फंड यूनिट्स: 0-5%
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सर्विसेज थीम में कौन-कौन से सेक्टर शामिल हो सकते हैं?
इस स्कीम के तहत सर्विसेज से जुड़े जिन क्षेत्रों में निवेश किया जा सकता है, उनमें शामिल हैं :
आईटी और सॉफ्टवेयर
बीपीओ
फाइनेंशियल सर्विसेज
हेल्थकेयर और हॉस्पिटल
टेलीकॉम और इंटरनेट
एजुकेशन और ट्रेनिंग
टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी
मीडिया और एंटरटेनमेंट
यूटिलिटीज और पावर ट्रांसमिशन
ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स
रिटेल और कंज्यूमर सर्विसेज
इन सभी सेक्टर्स का भारतीय अर्थव्यवस्था में अहम योगदान है और ये लगातार ग्रोथ और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन से गुजर रहे हैं.
NFO की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी
यह नई स्कीम मोतीलाल ओसवाल एएमसी (MOAMC) की QGLP फिलॉसफी पर आधारित है – जिसका मतलब है Quality, Growth, Longevity और Price. यह स्कीम बॉटम-अप और टॉप-डाउन दोनों अप्रोच अपनाएगी और हाई क्वॉलिटी वाली कंपनियों में फोकस्ड निवेश करेगी. यह स्कीम एक्टिवली मैनेज की जाएगी और इसके पोर्टफोलियो में सभी मार्केट कैप्स (Large, Mid, Small) से जुड़े शेयर शामिल होंगे.
NFO से जुड़ी जरूरी जानकारियां
NFO ओपनिंग डेट: 20 मई 2025
NFO क्लोजिंग डेट: 3 जून 2025
री-ओपन डेट: 16 जून 2025
बेंचमार्क इंडेक्स: Nifty Services Sector Total Return Index
रिस्क प्रोफाइल: बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk)
लंपसम इनवेस्टमेंट: मिनिमम 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में
एसआईपी: मिनिमम 500 रुपये
एग्ज़िट लोड: 90 दिनों के भीतर रिडीम करने पर 1%, उसके बाद कुछ नहीं
थीमैटिक स्कीम में क्यों अधिक होता है रिस्क
चूंकि यह एक थीमैटिक फंड है और केवल सर्विसेज सेक्टर पर आधारित है, इसलिए इसका प्रदर्शन केवल सर्विस सेक्टर की ग्रोथ या उतार-चढ़ावों पर ही ज्यादा निर्भर होगा. मिसाल के तौर पर अगर किसी समय भारतीय बाजार मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनियों के स्टॉक्स में तेज ग्रोथ की वजह से बढ़ता है, तो इस स्कीम को उसका उतना लाभ नहीं होगा. इसलिए निवेश से जुड़े फैसले करने से पहले अपने निवेश के उद्देश्यों और जोखिम बर्दाश्त करने की क्षमता को ठीक से समझना पड़ेगा. इसके अलावा पोर्टफोलियो में थीमैटिक फंड्स का हिस्सा 10 फीसदी से ज्यादा नहीं रखना चाहिए.
किन निवेशकों के लिए सही है ये स्कीम?
कुल मिलाकर मोतीलाल ओसवाल सर्विसेज फंड (Motilal Oswal Services Fund) का एनएफओ उन निवेशकों के लिए इनवेस्टमेंट ऑप्शन हो सकता है जो सर्विसेज सेक्टर की लॉन्ग टर्म संभावनाओं पर भरोसा रखते हैं. ऐसे निवेशक जो लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन चाहते हैं और खास तौर पर सर्विस सेक्टर की कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं, इस न्यू फंड ऑफर (NFO) में पैसे लगाने पर विचार कर सकते हैं. साथ ही उन्हें थीमैटिक इक्विटी फंड में निवेश से जुड़ा हाई रिस्क लेने के लिए भी तैयार रहना होगा.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. इक्विटी फंड्स में निवेश के साथ बाजार रिस्क हमेशा ही जुड़ा रहता है. निवेश का कोई भी फैसला स्कीम के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेने के बाद ही करें. )