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SBI Mutual Fund : यह योजना मुख्य रूप से अपने एसेट्स का कम से कम 95% और अधिकतम 100% निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स वाले शेयरों में निवेश करेगा. (Pixabay)
SBI Nifty India Consumption Index Fund : भारत के सबसे बड़े म्यूचुअल फंड हाउस, एसबीआई म्यूचुअल फंड ने अपना न्यू फंड ऑफर (NFO), एसबीआई निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स फंड (SBI Nifty India Consumption Index Fund) लॉन्च किया है. यह एनएफओ 16 अक्टूबर को पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रहा है और इसमें 25 अक्टूबर 2024 तक निवेश किया जा सकता है. यह एक ओपेन एंडेड इक्विटी स्कीम है जो निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स को ट्रैक करेगी.
इस एनएफओ में मिनिमम 5000 रुपये के साथ निवेश किया जा सकता है. जिसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश किया जा सकता है. इस फंड में डेली, वीकली, मंथली, तिमाही, छमाही और सालाना बेसिस पर एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए भी निवेश किया जा सकता है.
निवेश की क्या है स्ट्रैटेजी
यह योजना मुख्य रूप से अपने एसेट्स का कम से कम 95 फीसदी और अधिकतम 100 फीसदी निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स वाले शेयरों में निवेश करेगा. जबकि 5 फीसदी तक एसेट्स गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (जैसे जी-सेक, एसडीएल, ट्रेजरी बिल और किसी भी ऐसे अन्य विकल्प) में निवेश किया जाएगा.
बेहतर रिटर्न देना है उद्देश्य
एसबीआई निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स फंड का उद्देश्य ट्रैकिंग एरर के अधीन, अंडरलाइंग इंडेक्स में शामिल सिक्योरिटीज के कुल रिटर्न की तरह निवेशकों को रिटर्न देना है. निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड 30 कंपनियां शामिल हैं. हालांकि, यह ध्यान रखना चाहिए कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि योजना का निवेश उद्देश्य हासिल किया जाएगा.
भारत में कंजम्पशन ग्रोथ मजबूत
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड के एमडी और सीईओ शमशेर सिंह का कहना है कि बढ़ती इनकम, डेमोग्राफि​क बदलाव और डिजिटलाइजेशन और शहरीकरण जैसे स्ट्रक्चरल बदलाव के चलते भारत में कंजम्पशन ग्रोथ मजबूत है. कंजम्पशन ग्रोथ मजबूत होने के पीछे युवाओं की ज्यादा संख्या, बढ़ती आबादी, बढ़ती इनकम के साथ बढ़ रहे खर्च और शहरी क्षेत्र का लगातार विस्तार जैसे प्रमुख फैक्टर हैं.
किसके लिए बेहतर है यह विकल्प
शमशेर सिंह का कहना है कि भारत अभी दुनिया के टॉप कंज्यूमर मार्केट में शामिल हो गया है, जिससे कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, रिटेल, हेल्थकेयर सर्विसेज, लग्जरी सामान, एफएमसीजी, एविएशन और ईकॉमर्स जैसे सेक्टर को बहुत ज्यादा लाभ होगा. एसबीआई निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स फंड निवेशकों को घरेलू कंजम्पशन सेक्टर के भीतर कंपनियों के डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में निवेश करने का अवसर प्रदान करता है. ऐसे में जो निवेशक भारत की मजबूत हो रही कंजम्पशन स्टोरी से लाभ उठाना चाहते हैं, उनके लिए यह एनएफओ निवेश के लिए एक बेहतर विकल्प है.
किन सेक्टर पर रहेगा फोकस
एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड के डिप्टी एमडी और ज्वॉइंट सीईओ, डी पी सिंह का कहना है कि घरेलू कंजम्पशन भारत का प्राइमरी इकोनॉमिक ग्रोथ इंजन रहा है, जो देश को इसकी ग्रोथ के अगले फेज में ले जाता है. बढ़ती इनकम के साथ, जरूरी वस्तुओं या जरूरतों पर बढ़ रहे खर्च से कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटोमोबाइल, हेल्थकेयर सर्विसेज, फार्मा, होटल, एंटरटेनमेंट और रिटेल इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा.
एसबीआई निफ्टी इंडिया कंजम्पशन इंडेक्स फंड के फंड मैनेजर हर्ष सेठी हैं जो मई 2007 से फंड हाउस से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में एसबीआई निफ्टी आईटी ईटीएफ, एसबीआई निफ्टी कंजम्पशन ईटीएफ, एसबीआई निफ्टी प्राइवेट बैंक ईटीएफ, एसबीआई निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स फंड और एसबीआई निफ्टी स्मॉल कैप 250 इंडेक्स फंड जैसे पैसिव पेशकशों का प्रबंधन करते हैं.
(नोट : हमने यहां म्यूचुअल फंड की नई स्कीम के बारे में जानकारी दी है. इंडेक्स का पुराना रिटर्न रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होती है, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)