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Zerodha Mutual Fund ने धनतेरस से ठीक पहले गोल्ड ETF FoF का NFO लॉन्च किया है. (Image : Pixabay)
NFO Alert : Gold ETF FoF by Zerodha Mutual Fund : धनतेरस और दिवाली के मौके पर सोना खरीदने की अपने देश में पुरानी परंपरा है. ऐसे में जिरोधा म्यूचुअल फंड ने दिवाली और धनतेरस से ठीक पहले गोल्ड ETF FoF (Fund of Funds) का नया फंड ऑफर (NFO) लॉन्च किया है. इस स्कीम में सब्सक्रिप्शन 25 अक्टूबर से 8 नवंबर तक खुला है. फेस्टिव सीजन में लॉन्च की गई इस स्कीम का मकसद गोल्ड ETFs में निवेश करके कैपिटल ग्रोथ हासिल करना है. आइए जानते हैं इस फंड की प्रमुख बातें. तो क्या सवाल यह भी है कि क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए.
जिरोधा के गोल्ड ETF FoF की क्या है खूबी?
जिरोधा म्यूचुअल फंड का गोल्ड ETF FoF एक ओपन-एंडेड फंड है जो गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (Gold Exchange Traded Funds) यानी ETFs में निवेश करता है. इसका मतलब है कि यह फंड डायरेक्टली गोल्ड में निवेश नहीं करता, बल्कि उन ETFs में निवेश करता है, जो सोने में निवेश करते हैं. यह फंड लंबी अवधि में कैपिटल ग्रोथ के मकसद से निवेश करता है. इसे फिजिकल गोल्ड की घरेलू कीमत के साथ बेंचमार्क किया गया है.
NFO से जुड़ी जरूरी बातें
- NFO खुलने की तारीख: 25 अक्टूबर 2024
- NFO बंद होने की तारीख: 8 नवंबर 2024
- मिनिमम इनवेस्टमेंट : 500 रुपये
- मिनिमम मंथली SIP : 500 रुपये (एक इंस्टॉलमेंट से शुरू)
- एक्सपेंस रेशियो (Total Expense Ratio) : अधिकतम 1% तक (नियमों के तहत अधिकतम संभव रेशियो)
निवेश का तरीका और रणनीति
इस स्कीम के तहत निवेशकों से मिले फंड का 95-100% तक हिस्सा गोल्ड ETFs में और बाकी 0-5% रकम डेट सिक्योरिटीज और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश की जाएगी. यह एक पैसिव इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी पर चलने वाली स्कीम है, जिसमें गोल्ड ETFs में निवेश बनाए रखा जाता है, चाहे सोने की कीमतें कुछ भी हों.
गोल्ड ETF FoF NFO में क्यों करें निवेश
- गोल्ड में आसान निवेश: यह NFO उन निवेशकों के लिए है जो गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं लेकिन सुरक्षा और स्टोरेज से जुड़ी चिंताओं के कारण फिजिकल गोल्ड में इनवेस्ट नहीं करना चाहते.
- महंगाई के खिलाफ सुरक्षा: गोल्ड को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर महंगाई के दौर में. यह फंड आपको महंगाई से निपटने में मदद कर सकता है.
- पोर्टफोलियो का डायवर्सिफिकेशन : गोल्ड का इक्विटी से कम संबंध होने के कारण यह आपके पोर्टफोलियो की वोलेटिलिटी यानी अस्थिरता को कम कर सकता है.
- SIP के जरिए निवेश: इस NFO में आप SIP के जरिए भी निवेश कर सकते हैं, जिससे धीरे-धीरे गोल्ड में निवेश करना आसान हो जाता है.
NFO से जुड़े रिस्क फैक्टर
- गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं. यह वोलेटिलिटी शॉर्ट टर्म में ज्यादा होती है, इसलिए लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बनाएं.
- गोल्ड में निवेश से आपको लंबी अवधि में फायदा हो सकता है, लेकिन शॉर्ट टर्म में इसमें कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं.
क्या आपको इस NFO में निवेश करना चाहिए?
यह NFO उन लोगों के लिए सही विकल्प हो सकता है, जो लंबी अवधि में कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं और गोल्ड ETFs के माध्यम से सोने में निवेश करना चाहते हैं. गोल्ड को एक सुरक्षित एसेट के रूप में देखा जाता है और इसमें उतार-चढ़ाव या अस्थिरता आमतौर पर इक्विटी से कम होते हैं. ऐसे में इसे निवेशकों के पोर्टफोलियो में स्टेबिलिटी बढ़ाने वाला निवेश माना जा सकता है. यानी अगर आप धनतेरस पर गोल्ड में निवेश करने की योजना बना रहे हैं और लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं, तो जिरोधा म्यूचुअल फंड के गोल्ड ETF FoF में निवेश पर विचार कर सकते हैं. लेकिन यह बात ध्यान देने लायक है कि इस स्कीम का रिस्क लेवल ‘हाई’ है. यानी इस स्कीम में उन्हीं निवेशकों को पैसे लगाने चाहिए जो इतना रिस्क लेने को तैयार हैं.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है, निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)