scorecardresearch

NFO Alert: HDFC, LIC समेत इन फंड हाउस के खुले हैं न्यू फंड ऑफर, इंडेक्स फंड से लेकर PSU बैंक ETF तक में निवेश का मौका

Mutual Fund NFO Update: बाजार में इस वक्त HDFC, LIC, Kotak समेत कई प्रमुख फंड हाउस के नए फंड ऑफर सब्सक्रिप्शन के लिए खुले हुए हैं. इनमें कम से कम 5 अलग-अलग कैटेगरी के NFO शामिल हैं.

Mutual Fund NFO Update: बाजार में इस वक्त HDFC, LIC, Kotak समेत कई प्रमुख फंड हाउस के नए फंड ऑफर सब्सक्रिप्शन के लिए खुले हुए हैं. इनमें कम से कम 5 अलग-अलग कैटेगरी के NFO शामिल हैं.

author-image
Viplav Rahi
New Update
NFO News, HDFC NFO, LIC NFO, Mutual Fund NFO, Index Fund, PSU Bank ETF, न्यू फंड ऑफर, म्यूचुअल फंड निवेश, HDFC इंडेक्स फंड, LIC थीमैटिक फंड, ETF इन्वेस्टमेंट, Kotak NIFTY Midcap

HDFC, LIC, Kotak समेत कई प्रमुख फंड हाउस के NFO सब्सक्रिप्शन के लिए खुले हुए हैं. (Image : Pixabay)

Mutual Fund NFO Update: बाजार में इस वक्त HDFC, LIC, Kotak समेत कई प्रमुख फंड हाउस के  नए म्यूचुअल फंड ऑफर (NFO) सब्सक्रिप्शन के लिए खुले हुए हैं. ये तमाम ऑफर निवेशकों को अलग-अलग तरह के म्यूचुअल फंड में नए निवेश का मौका दे रहे हैं. ये NFO जिन अलग-अलग कैटेगरी में उपलब्ध हैं, उनमें इंडेक्स फंड्स, सेक्टोरल फंड्स, थीमैटिक फंड्स और ETF शामिल हैं.

मौजूदा NFO और उनकी कैटेगरी

बाजार में फिलहाल सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध 9 म्यूचुअल फंड्स को 5 अलग-अलग कैटेगरी से जुड़े हैं. इनमें से तीन एनफओ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की कैटेगरी हैं, जबकि एक इंडेक्स फंड्स, एक सेक्टोरल फंड, एक थीमैटिक फंड और एक डोमेस्टिक मार्केट में निवेश करने वाला फंड ऑफ फंड (FoF) भी है.

Advertisment

Also read : Active vs Passive Mutual Funds: एक्टिव या पैसिव फंड में कौन है बेहतर, कहां करें निवेश? क्या है इस सवाल का सही जवाब

सब्सक्रिप्शन के लिए खुले प्रमुख NFO

1. Kotak NIFTY Midcap 150 Momentum 50 Index Fund  

   - कैटेगरी: इंडेक्स फंड  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 3 अक्टूबर तक  

   - यह फंड निवेशकों को NIFTY Midcap 150 Momentum 50 इंडेक्स को फॉलो करने का अवसर प्रदान करता है.  

2. HDFC Nifty LargeMidcap 250 Index Fund  

   - कैटेगरी: इंडेक्स फंड  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 4 अक्टूबर तक  

   - यह फंड लार्ज और मिडकैप कंपनियों में निवेश करता है और निवेशकों को डाइवर्सिफिकेशन का लाभ प्रदान करता है.

3. LIC MF Manufacturing Fund  

   - कैटेगरी: थीमैटिक फंड  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 4 अक्टूबर तक  

   - यह फंड मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कंपनियों में निवेश करता है, जो मेक इन इंडिया को सपोर्ट करती हैं.

Also read : Mutual Fund: हाईब्रिड हैं तो क्या हुआ ! हाई रिटर्न देने में पीछे नहीं हैं मल्टी एसेट फंड, 5 साल में कराई धुआंधार कमाई

4. Groww Nifty India Defence ETF और Groww Nifty India Defence ETF FOF  

   - कैटेगरी: ETF और फंड ऑफ फंड  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 4 अक्टूबर तक  

   - ये दोनों ही फंड रक्षा क्षेत्र में निवेश करते हैं और निवेशकों को इस सेक्टर में ग्रोथ का लाभ प्रदान करते हैं.  

5. WOC Digital Bharat Fund  

   - कैटेगरी: सेक्टोरल फंड  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 4 अक्टूबर तक  

   - यह फंड डिजिटल और तकनीकी कंपनियों में निवेश करता है जो भारत के डिजिटल विकास को बढ़ावा देती हैं.  

Also read : Explained: इक्विटी से लेकर गोल्ड तक हर एसेट क्लास में निवेश करते हैं मल्टी एसेट फंड, फिर किस हिसाब से लगता है टैक्स?

6. Mirae Asset Nifty PSU Bank ETF  

   - कैटेगरी: ETF  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 30 सितंबर तक  

   - यह ETF PSU बैंकों में निवेश करता है और निवेशकों को सरकारी बैंकों के प्रदर्शन से लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है.

7. Mirae Asset Nifty Metal ETF  

   - कैटेगरी: ETF  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 30 सितंबर तक  

   - यह ETF मेटल सेक्टर की प्रमुख कंपनियों में निवेश करता है, जिससे निवेशकों को इस सेक्टर के विकास का फायदा मिल सकता है.  

8. Baroda BNP Paribas Nifty200 Momentum 30 Index Fund  

   - कैटेगरी: इंडेक्स फंड  

   - सब्सक्रिप्शन खुला है: 9 अक्टूबर तक  

   - यह फंड Nifty200 Momentum 30 इंडेक्स को फॉलो करता है, जो मिड और लार्ज कैप कंपनियों के बेस्ट स्टॉक्स में निवेश करता है.

Also read : SBI स्मॉल कैप फंड ने 1 लाख को बनाया 18 लाख ! SIP इनवेस्टमेंट पर भी 7.5 गुना से ज्यादा रिटर्न

निवेशकों के लिए क्या है खास

- डायवर्सिफिकेशन: ये तमाम NFO निवेशकों को अलग-अलग सेक्टर और इंडेक्स में निवेश करने का मौका देते हैं, जिससे रिस्क कम होता है.

- कम लागत: इंडेक्स फंड्स और ETF की लागत कम होती है, जिससे निवेशकों को कम खर्च में अच्छा रिटर्न मिल सकता है.

- थीमैटिक और सेक्टोरल इनवेस्टमेंट : किसी खास सेक्टर्स में निवेश करके निवेशक अपनी पूंजी को ग्रोथ वाले क्षेत्रों में लगा सकते हैं.

ये सभी NFO निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश का मौका दे रहे हैं. लेकिन निवेशकों को कहां निवेश करना है, यह उन्हें अपनी आर्थिक जरूरतों और वित्तीय लक्ष्यों के हिसाब से तय करना चाहिए. यह बात भी हमेशा ध्यान रखें कि म्यूचुअल फंड में निवेश के साथ मार्केट रिस्क जुड़े होते हैं. इसलिए अपनी रिस्क लेने की क्षमता का ध्यान जरूर रखें. किसी भी फंड में निवेश से पहले उसके बारे में अच्छी तरह रिसर्च कर लें और तभी कोई फैसला करें.

(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)