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High Return : निफ्टी 500 मल्टीकैप मोमेंटम क्वालिटी 50 TRI ने 1 अप्रैल 2005 के बाद से 31 अगस्त 2024 के दौरान इंडेक्स ने 23.79% CAGR रिटर्न दिया है. (Freepik)
Edelweiss Mutual Fund NFO : न्यू फंड ऑफर (NFO) में निवेश करना पसंद है तो आपके पास अच्छा मौका है. एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड (Edelweiss Asset Management ) ने एनएफओ लॉन्च किए हैं. एडलवाइस निफ्टी500 मल्टीकैप मोमेंटम क्वालिटी 50 इंडेक्स फंड (Edelweiss Nifty500 Multicap Momentum Quality 50 Index Fund) और एडलवाइस निफ्टी500 मल्टीकैप मोमेंटम क्वालिटी 50 ईटीएफ (Edelweiss Nifty500 Multicap Momentum Quality 50 ETF) नाम से ये न्यू फंड ऑफर 11 अक्टूबर 2024 से 25 अक्टूबर 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुले रहेंगे.
यह मल्टी-फैक्टर इंडेक्स फंड (New Fund Offer) दो फैक्टर मोमेंटम और क्वालिटी पर आधारित है. यह निफ्टी 500 इंडेक्स में शामिल 50 शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है और निवेशकों को मजबूत फंडामेंटल और प्राइस मोमेंटम वाले शेयरों में निवेश का मौका देता है. फंड का लक्ष्य ट्रैकिंग एरर के अधीन निफ्टी 500 मल्टीकैप मोमेंटम क्वालिटी 50 इंडेक्स के प्रदर्शन को दोहराना है. अंतर्निहित सूचकांक निफ्टी 500 शेयरों में से चुने गए 50 शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है.
इंडेक्स परफॉर्मेंस : 20 साल से कम समय में 63 गुना रिटर्न
Nifty500 Multicap Momentum Quality 50 TRI का प्रदर्शन लंबी अवधि में मजबूत रहा है. 1 अप्रैल 2005 के बाद से 31 अगस्त 2024 के दौरान इंडेक्स ने 23.79% CAGR रिटर्न दिया है. यानी इसमें 1 लाख रुपये का निवेश इस दौरान 63 लाख रुपये से अधिक हो गया. इस दौरान अगल अलग इंडेक्स का प्रदर्शन नीचे दिया गया है.
Nifty 50 TRI
रिटर्न : 15.18% CAGR
1 लाख निवेश की वैल्यू : 15,56,398 रुपये
Nifty 500 TRI
रिटर्न : 15.57% CAGR
1 लाख निवेश की वैल्यू : 16,64,367 रुपये
Nifty500 Multicap Momentum Quality 50 TRI
रिटर्न : 23.79% CAGR
1 लाख निवेश की वैल्यू : 63,17,595 रुपये
10 साल का रिटर्न : हर फेज में बेहतर प्रदर्शन
(Source: NSE)
निवेश की क्या है स्ट्रैटेजी
एडलवाइस म्यूचुअल फंड की एमडी और सीईओ, राधिका गुप्ता ने कहा कि क्वालिटी फैक्टर का लाभ उठाने के लिए इंडेक्स फंड और ईटीएफ को लॉन्च किया है, जो अब बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. मोमेंटम और क्वालिटी को मिलाकर, यह फंड मजबूत फाइनेंशियल हेल्थ, अर्निंग स्टेबिलिटी और मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक का चयन करता है. वहीं मार्केट ट्रेंड को भांपते हुए निवेश की स्ट्रैटेजी तैयार करता है, जिससे खासतौर से मिडकैप और स्मॉलकैप में रिस्क कम होते हैं. यह फंड पोर्टफोलियो के लिए 50 50 स्टॉक्स सलेक्ट करने के लिए क्वॉलिटी और मोमेंटम का कॉम्बिनेशन है. पोर्टफोलियो में क्वालिटी और मोमेंटम के आधार पर 10 लॉर्ज कैप, मिडकैप और स्माल कैप कंपनियो के स्टॉक शामिल होंगे.
कम से कम कितना निवेश जरूरी
इंडेक्स फंड में लम्प सम या एसआईपी करने के लिए कम से कम 100 रुपये के साथ निवेश जरूरी है, जिसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी निवेश किया जा सकता है. जबकि ईटीएफ में सब्सक्रिप्शन अमाउंट कम से कम 5000 रुपये और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में कितना भी हो सकता है. इंडेक्स फंड का प्रबंधन भावेश जैन, को-हेड, फैक्टर इन्वेस्टिंग द्वारा भरत लाहोटी, को-हेड, फैक्टर इन्वेस्टिंग, एडलवाइस म्यूचुअल फंड के साथ मिलकर किया जाएगा. जबकि ईटीएफ का प्रबंधन भावेश जैन, को-हेड, फैक्टर इन्वेस्टिंग, एडलवाइस म्यूचुअल फंड द्वारा किया जाएगा.
क्या होते हैं मल्टीकैप म्यूचुअल फंड (Multicap Funds)
मल्टी-कैप म्यूचुअल फंड डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड होते हैं, जो अलग अलग मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनियों के शेयरों में आपका पैसा निवेश करते हैं. यानी निवेशकों का पैसा इन फंड के तहत लार्जकैप, मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों में लगाया जाता है. सेबी के नियम के मुताबिक इस कैटेगरी में फंड का 75 फीसदी हिस्सा इक्विटी में निवेश करना जरूरी होगा. हालांकि म्यूचुअल फंड मल्टीकैप फंड को रीबैलेंस कर सकते हैं. उनके पास समय समय दूसरी स्कीम में स्विच करने का विकल्प भी होता है.
इसका फायदा यह है कि अगर निवेशकों को यह कंफ्यूजन है कि वे अपना पैसा लार्ज-कैप, मिड-कैप, स्मॉल-कैप आखिर कहां लगाएं तो मल्टी-कैप कैटेगिरी न सिर्फ यह दुविधा दूर करता है, बल्कि इसमें आपका पोर्टफोलियो खुद ही डाइवर्सिफाइड हो जाता है. दूसरा फायदा यह है कि लार्ज-कैप फंड आपके पोर्टफोलियो को स्टेबिलिटी देते हैं, जबकि मिड-कैप और स्मॉल-कैप में आपको हाई रिटर्न मिल सकता है.
(नोट : हमने यहां म्यूचुअल फंड की नई स्कीम के बारे में जानकारी दी है. इंडेक्स का पुराना रिटर्न रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होती है, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)