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New Fund Offer : बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स ने पिछले 1, 3, 7 और 15 सालों में बीएसई 500 टीआरआई से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है. Photograph: (Freepik)
Baroda BNP Paribas Health and Wellness Fund : बड़ौदा बीएनपी पारिबा एसेट मैनेजमेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी) ने अपना न्यू फंड ऑफर (NFO), बड़ौदा बीएनपी पारिबा हेल्थ एंड वेलनेस फंड लॉन्च किया है. यह फंड 9 जून, 2025 को खुलेगा और 23 जून, 2025 को बंद होगा. यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो उन कंपनियों पर फोकस करेगी, जिन्हें भारत और दुनिया भर में हेल्थ सर्विसेज और वेलनेस की बढ़ती मांग से फायदा होने की उम्मीद है. यह एक उभरता हुआ मेगाट्रेंड है.
यह फंड (New Fund Offer) हेल्थकेयर एंड वेलनेस सेक्टर में कई दशकों से चली आ रही स्ट्रक्चरल ग्रोथ का फायदा उठाना चाहता है. अभी भारत में प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य पर खर्च विकसित देशों के मुकाबले काफी कम है, लेकिन उम्मीद है कि यह तेजी से बढ़ेगा. इसके कई कारण हैं, जैसे लोगों की खरीदने की क्षमता बढ़ना, जागरूकता बढ़ना, जीवन प्रत्याशा में सुधार और पुरानी बीमारियों के मामलों में बढ़ोतरी.
NFO की डिटेल
फंड हाउस : बड़ौदा बीएनपी परिबा म्यूचुअल फंड
एनएफओ ओपेन डेट : 09 जून 2025
एनएफओ क्लोजिंग डेट : 23 जून 2025
टाइप : ओपेन एंडेड
कैटेगरी : इक्विटी सेक्टोरल फार्मा
कम से कम निवेश : 1,000 रुपये
लॉक इन पीरियड : कुछ नहीं
एग्जिट लोड : 1 साल के अंदर भुनाने पर 1%
रिस्कोमीटर : वेरी हाई
बेंचमार्क : BSE Healthcare TRI
हेल्थकेयर इंडेक्स का मजबूत प्रदर्शन
बीएसई हेल्थकेयर इंडेक्स ने पिछले 1, 3, 7 और 15 सालों में बीएसई 500 टीआरआई से लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है. इसकी मुख्य वजह मजबूत अर्निंग ग्रोथ है. यह बढ़ोतरी सभी मार्केट कैप (लार्ज कैप, मिडकैप और स्मॉलकैप) वाली कंपनियों में देखी गई है.
BSE हेल्थकेयर इंडेक्स का प्रदर्शन
1 साल का रिटर्न : 21.4%
5 साल का CAGR : 21.7%
10 साल का CAGR : 10.6%
(सोर्स : स्क्रीनर)
NSE हेल्थकेयर इंडेक्स का प्रदर्शन
1 साल का रिटर्न : 18.44%
5 साल का CAGR : 20.37%
इंसेप्शन के बाद से CAGR : 14.88%
(सोर्स : एनएसई फैक्ट शीट)
किनके लिए बेहतर है ये फंड
यह थीमेटिक फंड (Mutual Fund) उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है, जिनका निवेश का लक्ष्य 3 साल या उससे अधिक है. यह फंड निवेशकों को भारत में बढ़ती स्वास्थ्य जागरूकता और वेलनेस-फोकस्ड व्यवसायों के उभरते इकोसिस्टम का हिस्सा बनने का मौका देता है.
निवेश की मजबूत स्ट्रैटेजी
फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर पर फोकस : यह योजना उन कंपनियों में निवेश करती है, जिनमें फार्मा और हेल्थकेयर सेक्टर की ग्रोथ से लाभ मिलने की संभावनाएं होती हैं.
कम से कम 80% निवेश : योजना अपने कुल नेट एसेट्स का कम से कम 80% हिस्सा फार्मा, हेल्थकेयर और उससे जुड़े सर्विस प्रोवाइडर्स में निवेश करती है.
सक्रिय रूप से प्रबंधित योजना : यह योजना नीचे से ऊपर तक स्टॉक्स चुनने की रणनीति अपनाती है.
लंबे समय के लिए निवेश : यह योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो अपनी निवेश राशि को तीन साल या उससे अधिक समय तक बनाए रखना चाहते हैं ताकि सेक्टर की पूरी विकास क्षमता का लाभ उठा सकें.
हर मार्केट कैप में निवेश : इस योजना में किसी विशेष मार्केट कैपिटलाइजेशन लिमिट या प्राथमिकता नहीं है.
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इस सेक्टर के लगातार ग्रोथ की उम्मीद
बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी के सीईओ, सुरेश सोनी ने कहा कि पिछली शताब्दी में, भारत में लोगों की औसत उम्र 3 गुना से अधिक बढ़ गई है. बचपन से लेकर बुजुर्ग अवस्था तक, जीवन के हर फेज में व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए लगातार खर्च की आवश्यकता होती है. भारत में प्रति व्यक्ति स्वास्थ्य खर्च का स्तर अभी बहुत कम है, इसलिए हमें यह सेक्टर दशकों तक निवेश के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करता दिख रहा है, जिसमें अच्छे मुनाफे की उम्मीद है.
भारत में गंभीर बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इस दशक में हृदय रोग, डायबिटीज और कैंसर के मामले लगभग 34-41% तक बढ़ सकते हैं. यह गंभीर स्थिति एक मजबूत रोकथाम और इलाज आधारित स्वास्थ्य प्रणाली की जरूरत को दर्शाती है, जो निवेश के लिए बड़े अवसर प्रदान करती है.
बड़ौदा बीएनपी पारिबा एएमसी के सीआईओ- इक्विटी, संजय चावला ने कहा कि भारत फार्मा, डायग्नोस्टिक्स, मेडटेक, अस्पताल, इंश्योरेंस और हेल्थकेयर रिसर्च जैसे क्षेत्रों में 100 से अधिक निवेश के लायक कंपनियों के साथ 200 बिलियन डॉलर का बाजार अवसर प्रदान करता है.
भारतीय फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री की उपलब्धियां
- अफ्रीका की 50% जेनेरिक दवाओं की जरूरत पूरी करता है.
- अमेरिका में इस्तेमाल होने वाली 40% जेनेरिक दवाएं भारत से आती हैं.
- यूके में उपयोग होने वाली 25% दवाएं भारत की होती हैं.
- भारत के पास वैश्विक स्तर पर सबसे ज्यादा यूएसएफडीए से स्वीकृत दवाओं का हिस्सा है.
#सोर्स : पीआईबी (Press Information Bureau), 17 दिसंबर 17, 2024 (उपलब्ध लेटेस्ट डाटा).
# सोर्स : BCG Analysis, रिपोर्ट डेट 2024 (उपलब्ध लेटेस्ट डाटा)
(नोट : किसी भी इंडेक्स या इक्विटी फंड में पुराना रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)