/financial-express-hindi/media/media_files/2025/10/13/nippon-india-growth-mid-cap-fund-30-years-return-ai-2025-10-13-13-27-54.jpg)
Nippon India Growth Mid Cap Fund के पिछले 30 साल का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है. (AI Generated Image)
Nippon India Growth Mid Cap Fund 30 Years Performance : देश के सबसे पुराने और सबसे बड़े मिड कैप फंड्स में शामिल निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड ने हाल ही में अपनी शुरुआत के 30 साल पूरे किए हैं. 8 अक्टूबर 1995 को लॉन्च हुई इस स्कीम ने इन 30 सालों के दौरान इस स्कीम ने अपने निवेशकों को जबरदस्त मुनाफा कराया है. आइए डालते हैं इस पॉपुलर और निवेशकों की आजमाई हुई स्कीम के पिछले प्रदर्शन पर एक नजर.
1 लाख लंपसम कैसे बना 4 करोड़
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड के रेगुलर प्लान में अगर किसी निवेशक ने शुरुआत में ही 1 लाख रुपये लगाए होंगे, तो उसकी मौजूदा फंड वैल्यू 4 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुकी होगी.
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड - रेगुलर प्लान
(Nippon India Growth Mid Cap Fund - Regular Plan)
स्कीम शुरू होने की तारीख : 8 अक्टूबर 1995
स्कीम शुरू होने के समय लंपसम निवेश : 1 लाख रुपये
1 लाख के लंपसम निवेश की मौजूदा फंड वैल्यू : 4,09,29,860 रुपये (4.09 करोड़ रुपये)
स्कीम शुरू होने से अब तक लंपसम पर सालाना रिटर्न : 22.20%
Also read : CGHS काफी है या सरकारी कर्मचारियों को भी अलग से कराना चाहिए हेल्थ इंश्योरेंस?
1000 रुपये की SIP से जमा हुए 2.58 करोड़
सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) पर भी निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड के रेगुलर प्लान का रिटर्न काफी जबरदस्त रहा है. अगर किसी ने इस स्कीम की शुरुआत से अब तक हर महीने सिर्फ 1 हजार रुपये का निवेश किया होता, तो उसकी मौजूदा फंड वैल्यू 2.58 करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी होती. इसका डिटेल आप यहां देख सकते हैं -
स्कीम की शुरूआत से अब तक मंथली SIP : 1000 रुपये
30 साल में मंथली SIP के जरिये कुल निवेश : 3,59,000 रुपये (3.59 लाख रुपये)
SIP इनवेस्टमेंट की मौजूदा फंड वैल्यू : 2,58,68,976 रुपये (2.58 करोड़ रुपये)
SIP इनवेस्टमेंट पर 30 साल में एन्युलाइज्ड रिटर्न : 22.53%
ऊपर दिए आंकड़ों से जाहिर है कि इस स्कीम ने एकमुश्त निवेश हो या एसआईपी, दोनों ही तरह से किए गए इनवेस्टमेंट पर शानदार रिटर्न दिए हैं. लेकिन यह बात जरूर ध्यान रखें कि यह एक हाई रिस्क इक्विटी फंड है, जिसमें पिछले रिटर्न के भविष्य में जारी रहने की गारंटी नहीं है.
Also read : Gold ETF ने सितंबर में दर्ज किया रिकॉर्ड इनफ्लो, गोल्ड और सिल्वर ईटीएफ की पैसिव फंड्स में 71.9% हिस्सेदारी
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड की जरूरी बातें
एक्सपेंस रेशियो : रेगुलर प्लान 1.55%, डायरेक्ट प्लान 0.75%
रिस्क लेवल : बहुत अधिक (Very High Risk)
बेंचमार्क इंडेक्स : NIFTY Midcap 150 TRI
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 39,328.98 करोड़ रुपये (30 सितंबर 2025)
एग्जिट लोड : यूनिट के अलॉटमेंट से 1 महीने के भीतर रिडीम या स्विच करने पर 1%, उसके बाद कुछ नहीं.
वैल्यू रिसर्च की रेटिंग : 4 स्टार
फंड मैनेजर : रूपेश पटेल (जनवरी 2023 से)
Also read : NPS के फंड्स में क्या हुआ बदलाव, नए सिस्टम में मिलेगा पहले से ज्यादा रिटर्न?
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड की टॉप 10 होल्डिंग्स
फोर्टिस हेल्थकेयर (Fortis Healthcare) : 3.34%
बीएसई (BSE) : 2.65%
चोलामंडलम फाइनेंशियल होल्डिंग्स (Cholamandalam Financial Holdings) : 2.56%
वोल्टास (Voltas Ltd) : 2.21%
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (AU Small Finance Bank Ltd): 2.14%
मैक्स फाइनेंशियल सर्विसेज (Max Financial Services Ltd) : 2.04%
परसिस्टेंट सिस्टम्स (Persistent Systems Ltd) : 2.02%
फेडरल बैंक (The Federal Bank Ltd) : 2.01%
पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (Power Finance Corporation Ltd) : 2.%
अशोक लेलैंड (Ashok Leyland Ltd) : 1.88%
(सोर्स : फंड फैक्टशीट, 30 सितंबर 2025 तक अपडेट)
Also read : Large Cap Funds : टॉप 5 लार्ज कैप फंड ने 5 साल में 20 से 25% तक दिया रिटर्न, कौन सी स्कीम रही सबसे आगे
फंड की निवेश रणनीति
निप्पॉन इंडिया ग्रोथ मिड कैप फंड उन मिड कैप कंपनियों के स्टॉक्स में निवेश करता है, जिनका लगातार मजबूत प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड हो और जिनमें ग्रोथ की बेहतर संभावना नजर आ रही हो. फंड मैनेजर का फोकस ऐसी कंपनियों की पहचान करने पर रहता है, जो आगे चलकर मार्केट लीडर बनने की संभावना रखती हैं, ताकि उनमें निवेश के जरिये लंबी अवधि में बेंचमार्क से बेहतर रिटर्न हासिल किया जा सके. साथ ही इन कंपनियों में वाजिब कीमत पर निवेश करने की कोशिश रहती है, जिसे ग्रोथ ऐट रीजनेबल प्राइस (GARP) का इनवेस्टमेंट स्टाइल कहा जाता है. हालांकि इस बात की कोई गारंटी नहीं दी जा सकती कि फंड अपनी इस रणनीति में हमेशा कामयाब ही रहेगा.
किनके लिए सही है ये फंड
मुख्य तौर पर मिड कैप स्टॉक्स में निवेश करने वाला इक्विटी फंड होने की वजह से इसमें मार्केट रिस्क हमेशा जुड़ा रहता है. साथ ही मिड कैप स्टॉक्स में निवेश पर बेहतर रिटर्न के लिए लंबा इंतजार भी करना पड़ सकता है. इसलिए इस स्कीम में उन्हीं निवेशकों को पैसे लगाने चाहिए, जो हाई रिटर्न के लिए मार्केट से जुड़ा हाई रिस्क लेने की क्षमता रखते हैं और अपने निवेश को कम से कम 5 साल या उससे ज्यादा समय तक होल्ड कर सकते हैं.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला पूरी जानकारी हासिल करने के बाद और अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लेकर ही करें.)