/financial-express-hindi/media/member_avatars/WhatsApp Image 2024-03-29 at 3.25.15 PM.jpeg )
/financial-express-hindi/media/media_files/2025/08/11/scss-ai-image-2025-08-11-17-31-03.jpg)
SCSS स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल की है, जबकि स्कीम पूरा होने के पहले आवेदन देकर इस स्कीम को 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है. (AI Image)
अगर रिटायरमेंट के बाद आपके पास पेंशन का इंतजाम नहीं है, तो सीनियर सिटिज़न्स सेविंग्स स्कीम (SCSS) आपके लिए एक सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प हो सकती है. इस स्कीम के जरिये वरिष्ठ नागरिक हर महीने लगभग 20,000 रुपये की रेगुलर इनकम का इंतजाम कर सकते हैं, वो भी किसी रिस्क के बिना. पोस्ट ऑफिस और अधिकृत बैंकों के जरिए मिलने वाली यह सरकारी स्कीम आपको तय ब्याज दर पर नियमित आय देती है, जिससे रिटायरमेंट के बाद भी आर्थिक स्थिरता बनी रहती है.
SCSS की खासियतें
1. कम से कम और अधिकतम निवेश
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में सिंगल अकाउंट के जरिए अधिकतम 30 लाख रुपये निवेश किया जा सकता है. जबकि इस अकाउंट में कम से कम 1000 रुपये जमा करना जरूरी है. एक लाख रुपये से कम राशि होने पर कोई व्यक्ति कैश में पैसा जमा कर सकता है. जब जमा राशि 1 लाख रुपये से अधिक हो, तो निवेशक को चेक द्वारा पेमेंट करना चाहिए. वहीं एक ही घर में 2 अलग अलग अकाउंट है, जो दोनों में मिलाकर अधिकतम 60 लाख रुपये जमा हो सकता है.
2. कौन खाता खोल सकता है
जिनकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है.
55 से 60 साल के लोग, अगर उन्होंने सुपरएन्नुएशन, VRS या स्पेशल VRS के तहत रिटायरमेंट लिया हो.
डिफेंस सर्विस के रिटायर लोग (सिविलियन डिफेंस कर्मचारी छोड़कर) 50 साल की उम्र से खाता खोल सकते हैं, कुछ शर्तों के साथ.
3. अकेले या साथ में खाता
आप अकेले या अपने पति या पत्नी के साथ संयुक्त खाता खोल सकते हैं.
4. ब्याज भुगतान का तरीका
ब्याज जमा करने की तारीख से तिमाही के अंत (31 मार्च, 30 जून, 30 सितंबर, 31 दिसंबर) तक गिना जाता है और अगले महीने की पहली कार्यदिवस (1 अप्रैल, 1 जुलाई, 1 अक्टूबर, 1 जनवरी) को मिलता है.
5. खाता कब बंद होगा
खाता खोलने के 5 साल बाद इसे बंद किया जा सकता है.
6. मैच्योरिटी के बाद भी एक्सटेंड करने की सुविधा
इस स्कीम की मैच्योरिटी 5 साल की है, जबकि स्कीम पूरा होने के पहले आवेदन देकर इस स्कीम को 3 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है. भारत में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक इस योजना में व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से एकमुश्त निवेश कर सकते हैं और टैक्स बेनेफिट के साथ रेगुलर इनकम भी हासिल कर सकते हैं.
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में सिंगल अकाउंट के जरिए अधिकतम 30 लाख रुपये निवेश किया जा सकता है. जबकि इस अकाउंट में कम से कम 1000 रुपये जमा करना जरूरी है. अगर एक ही घर में हस्बैंड और वाइफ चाहें तो अलग अलग अकाउंट भी खोल सकते हैं.
7. समय से पहले बंद करना
जरूरी होने पर कुछ शर्तों के तहत समय से पहले खाता बंद किया जा सकता है.
8. टैक्स में छूट
इस योजना में जमा रकम पर आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है.
9. ब्याज दर
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम पोस्ट ऑफिस की सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्मॉल सेविंग्स स्कीम है. इस स्कीम में निवेश पर फिलहाल 8.2 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. भारत में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक इस योजना में इनडिविजुअल या कंबाइंड रूप से एकमुश्त निवेश कर सकते हैं और टैक्स बेनेफिट के साथ रेगुलर इनकम भी हासिल कर सकते हैं. अगर कपल हैं तो अलग अलग 2 अकाउंट भी खुल सकता है, जहां डबल बेनेफिट मिलेगा.
SCSS में सालाना 8.2% की तय दर से मिल रहा ब्याज हर तिमाही यानी अप्रैल, जुलाई, अक्टूबर और जनवरी में निवेशक के खाते में जमा होती है. 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक इसमें निवेश कर 5 साल तक इस ब्याज दर का लाभ ले सकते हैं, और इस अवधि में दर में कोई बदलाव नहीं होगा.
निवेश की गई राशि के आधार पर स्कीम हर 3 महीने में अधिकतम 61,500 रुपये तक ब्याज देती है, जो औसतन 20,500 रुपये मंथली बनता है. नीचे कैलकुलेशन से डिटेल समझिए
20,000 रुपये मंथली इनकम का कैलकुलेशन समझिए
अगर कोई सीनियर सिटिजन इस स्कीम में लगभग 30 लाख रुपये निवेश करता है, तो 8.2% सालाना ब्याज दर के हिसाब से उसे हर तीन महीने बाद 60,150 रुपये यानी मंथली लगभग 20,000 रुपये की इनकम होगी.
सिंगल अकाउंट में अधिकतम जमा: 30 लाख रुपये
ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी पीरियड: 5 साल
तिमाही ब्याज: 60,150 रुपये
मंथली ब्याज : 20,050 रुपये
5 साल में कुल ब्याज: 12,03,000
चार्ट : रिटर्न कैलकुलेशन
Interest | 8.2% | Tenure | 5 Years | |
कुल निवेश (Rs) | 3 महीने पर ब्याज | मंथली ब्याज | कुल ब्याज | मैच्योरिटी अमाउंट |
5,00,000 | 10,250 | 3,417 | 2,05,000 | 7,05,000 |
10,00,000 | 20,500 | 6,833 | 4,10,000 | 14,10,000 |
15,00,000 | 30,750 | 10,250 | 6,15,000 | 21,15,000 |
20,00,000 | 41,000 | 13,666 | 8,20,000 | 28,20,000 |
25,00,000 | 51,250 | 17,083 | 10,25,000 | 35,25,000 |
30,00,000 | 61,500 | 20,500 | 12,30,000 | 42,30,000 |
यहां साफ है कि अगर स्कीम में अधिकतम 30,00,000 रुपये जमा करें तो मंथली 20,500 या 3 महीने पर 61,500 रुपये की कमाई कर सकते हैं. अगर ब्याज का पैसा नहीं निकालते, तो वह मैच्योरिटी के बाद मूलधन के साथ जोड़कर मिल जाएगा.
रिटायरमेंट बेनेफिट प्रोग्राम
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम एक सरकारी रिटायरमेंट बेनेफिट प्रोग्राम की तरह है. इस अकाउंट में सिर्फ वरिष्ठ नागरिक ही निवेश कर सकते हैं. अगर आप सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) अकाउंट में डिपॉजिट करते हैं तो आपके डिपॉजिट पर सरकार द्वारा तय ब्याज मिलता है. ब्याज का भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है, जो आपके अकाउंट में आ जाता है.
इस ब्याज को रेगुलर इनकम के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. वहीं स्कीम के मैच्योर होने पर आपका कुल डिपॉजिट आपको मिल जाता है, जिसके बाद आप इसे फिर इसी स्कीम में रीइन्वेस्ट कर सकते हैं.
पूरी तरह सुरक्षित है ये स्कीम
यह स्कीम पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए निवेश की राशि और ब्याज दोनों सुरक्षित रहते हैं. बाजार के उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता, जिससे रिटायरमेंट के बाद स्थिर आय सुनिश्चित होती है.
अगर आप 60 साल या उससे ऊपर हैं और पेंशन का इंतजाम नहीं है, तो SCSS में निवेश करके हर महीने एक तय इनकम सुनिश्चित कर सकते हैं. यह उन लोगों के लिए आईडियल है जो जोखिम से बचकर पक्का रिटर्न चाहते हैं.