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Retirement Fund : आज से अगर रिटायरमेंट तक की सोचते हैं तो कम से कम 2 करोड़ से 2.5 करोड़ रुपये का कॉर्पस जरूरी है.
EPF Account Balance : एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) एक ऐसी रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है, जिसे अगर आप बीच में डिस्टर्ब न करें तो रिटायरमेंट पर बड़ा फंड हासिल कर सकते हैं. इसका प्रूफ देखना चाहते हैं तो नौकरी के कुछ साल बाद इसमें बैलेंस चेक कर अंदाजा लगा सकते हैं. इस स्कीम को आपकी पूरी नौकरी के दौरान इसे एम्पलाइज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) द्वारा मैनेज किया जाता है. इस अकाउंट में पीएफ के रूप में आपका पैसा कटता रहता है और उस पर मिलने वाले ब्याज पर ब्याज भी जुड़ता रहता है. यह स्कीम आपको चुपके से इतना बड़ा कॉर्पस दे सकती है, जिससे आपका बुढ़ापा बड़े आराम से कट सकता है.
रिटायरमेंट की सारी टेंशन होगी दूर
आज से अगर रिटायरमेंट तक की सोचते हैं तो कम से कम 2 करोड़ से 2.5 करोड़ रुपये का कॉर्पस जरूरी है. आपकी यह टेंशन एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) अकाउंट दूर कर सकता है, अगर आप अपने नौकरी के दौरान इसमें अनुशासित तरीके से निवेश करते रहें. इसका कैलकुलेशन आप अपनी बेसिक सैलरी के हिसाब से चंद मिनट में कर सकते हैं. इस स्कीम में कर्मचारी को अपनी सैलरी का एक हिस्सा जमा करना होता है, वहीं जितना योगदान कर्मचारी की ओर से किया जाता है, उतना ही कंपनी भी अपनी ओर से योगदान करती है. योगदान की राशि सैलरी स्ट्रक्चर के हिसाब से तय होती है. हर साल इस EPF अकाउंट में जमा राशि पर सरकार ब्याज तय करती है. अभी इस पर ब्याज दर 8.25 फीसदी सालाना है.
अकाउंट में डिपॉजिट के नियम
ईपीएफ अकाउंट के लिए कर्मचारी को अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर बनी सैलरी का 12 फीसदी योगदान देना होता है. इतना ही योगदान कंपनी या इम्प्लॉयर भी अपनी ओर से करता है. कंपनी के योगदान में से 8.33 फीसदी ईपीएस (EPS) यानी पेंशन फंड में जाता है. वहीं ईपीएफ में कंपनी का योगदान केवल 3.67 फीसदी होता है. इस तरह दोनों के योगदान की राशि को जोड़कर आप यह पता लगा सकते हैं कि साल में ईपीएफ अकाउंट में कितना पैसा जमा होगा.
EPF Calculator : 25 की उम्र में 30,000 रुपये हो बेसिक और डीए
कर्मचारी की उम्र: 25 साल
रिटायरमेंट की उम्र: 58 साल
बेसिक सैलरी + DA : 30,000 रुपये
कर्मचारी की ओर से योगदान: 12%
कंपनी की ओर से योगदान: 3.67%
सालाना इंक्रीमेंट अनुमान: 8%
पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना
कुल योगदान: 55,99,680 रुपये
ब्याज का फायदा: 1,52,23,250 रुपये
रिटायरमेंट पर फंड: 2,25,88,720 रुपये ( करीब 2.25 करोड़ रुपये )
कैसे होता है ब्याज कैलकुलेट
बेसिक सैलरी + महंगाई भत्ता (DA) = 25,000 रुपये
ईपीएफ में कर्मचारी का योगदान = 25,000 रुपये का 12% = 3000 रुपये
कंपनी का ईपीएफ में योगदान = 25,000 रुपये का 3.67% = 917.50 रुपये
कंपनी का ईपीएस में योगदान = 25,000 रुपये का 8.33% = 2082.50 रुपये
ईपीएफ खाते में हर महीने योगदान= 3000 + 917.50 = 3817.50 रुपये
यह राशि हर महीने ईपीएफ खाते में जमा होगी और इस पर निर्धारित ब्याज दर खाते में क्रेडिट होगा. 8.25 फीसदी की सालाना ब्याज दर के मुताबिक हर महीने 0.6875 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा लेकिन यह वित्त वर्ष के आखिरी दिन क्रेडिट होगा. ईपीएस में जो राशि जाती है, उससे आपकी पेंशन तय होती है.
EPFO : कभी भी ऑनलाइन पोर्टल से चेक करें अकाउंट बैलेंस
- सबसे पहले EPFO Member Passbook पोर्टल पर जाएं.
- अब अपना UAN नंबर यानी यूनिवर्सल अकाउंट नंबर और पासवर्ड की मदद से लॉग-इन करें.
- इस पोर्टल पर अगर आप पहली बार विजिट कर रहे हैं तो आपको UAN नंबर एक्विवेट करना होगा.
- आधार कार्ड की मदद से पंजीकृत मोबाइल नंबर आए ओटीपी भरकर UAN नंबर एक्विवेट कर लें और अब UAN नंबर और पासवर्ड की मदद से लॉग-इन करें.
- लॉग-इन करने के बाद, एक से अधिक पीएफ अकाउंट होने पर जिस भी अकाउंट का आपकों बैलेंस चेक करना है उसे चुनें.
- अपनी ट्रांजेक्शन हिस्ट्री और अपने ईपीएफ अकाउंट का बैलेंस चेक करने के लिए व्यू पीएफ पासबुक (View PF Passbook) लिंक पर क्लिक करें.
- ऐसा करते ही नया विंडो खुलेगा. नए सिरे से UAN नंबर और पासवर्ड की मदद से लॉगइन करके अपना डिटेल देखें.
- एन्युअल योगदान देखने के लिए व्यू पासबुक के तहत वित्त वर्ष का चयन करें.
UMANG App : ऐप से चेक करें बैलेंस
- UMANG ऐप पर ईपीएप बैलेंस चेक समेत तमाम सरकारी सुविधाएं उपलब्ध है.
- UMANG ऐप पर जाकर EPFO सेक्शन जाएं.
- अब UAN नंबर और पासवर्ड की मदद से लॉग-इन करें.
- फिर आप अपना EPF बैलेंस और अन्य डिटेल देख सकते हैं.