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PM Kisan Rules : अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना में रजिस्टर्ड हैं तो भी कुछ वजहों से आपकी किस्त रुक सकती है. Photograph: (AI Generated)
PM Kisan Yojana : पीएम किसान सम्मान निधि से जुड़ी 20वीं किस्त जून के तीसरे हफ्ते में आनी है. इसकी संभावित डेट 20 से 21 जून है. ऐसे में जो किसान अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं या पहले से जिन्हें लाभ मिल रहा है, उन्हें 20वीं किस्त के लिए इंतजार होगा. लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आपका रजिस्ट्रेशन है या पहले से लाभ मिल रहा है, तो इस बार भी लाभ मिलेगा ही. पीएम किसान से जुड़े कुछ ऐसे नियम हैं या जरूरी काम हैं, जिनके बारे में अनजान हैं तो आपकी ये किस्त मिस हो सकती है. यानी हो सकता है कि इस बार आपको 2,000 रुपये कि किस्त न मिले. ऐसे में हमने 5 जरूरी बातें बताई हैं, जिसे समझ लें तो आपकी एक भी किस्त नहीं छूटने पाएगी और आजीवन इस योजना का लाभ मिलता रहेगा.
रजिस्ट्रेशन के बाद क्यों रुक जाती है किस्त
अगर आप पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi) में रजिस्टर्ड हैं तो भी कुछ वजहों से आपकी किस्त रुक सकती है. सरकार की आरे से समय समय पर कुछ दिशा निर्देश दिए जाते हैं, जिसे पूरा करना होता है. ऐसा न होने पर किस्त रुक सकती है. वहीं, अगर रजिस्ट्रेशन में कोई जानकारी अनजाने में गलत हो गई हो. मसलन एड्रेस में गलती, गलत बैंक अकाउंट या एनपीसीआई में आधार सीडिंग नहीं होना. या अगर आपने अबतक ईकेवाईसी या आधार लिंकिंग नहीं कराया है. लैंड वेरिफिकेशन या फॉर्मर रजिस्ट्री भी जरूरी है.
1. फार्मर रजिस्ट्री कराना जरूरी
फार्मर रजिस्ट्री, भारत सरकार के डिजिटल एग्रीकल्चर मिशन और एग्री स्टैक का हिस्सा है. इसमें किसानों की जमीन, फसल, परिवार, मिट्टी और पशुधन जैसी जानकारियां एक जगह होती हैं, ताकि योजनाओं, सब्सिडी और लोन का लाभ आसानी से मिल सके. यह रजिस्ट्री किसानों की कमाई बढ़ाने और खेती को टिकाऊ बनाने में मददगार साबित हो सकती है.
2. फार्मर आईडी (Farmer ID) जरूरी
किसानों के लिए फार्मर आईडी बेहद अहम डाक्युमेंट है. सरकार हर किसान को डिजिटल यूनिक आईडी दे रही है. भारत सरकार के एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री की ओर से बताया गया है कि बिना इसके किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा और ये यूनिक आईडी न रखने वालों को सीधा नुकसान होगा.
फार्मर आईडी से किसानों के नाम पर कितनी और कहां-कहां जमीन है, किसान ने कौन-सी फसल बोई गई है, मिट्टी की सेहत कैसी है और परिवार में कौन-कौन हैं? जैसी जानकारयों का पता चलता है. बताया जा रहा है कि फार्मर आईडी होने से मुआवजे के लिए दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी और न ही बैंक लोन लेने के लिए भारी भरकम कागज जुटाने की. सिर्फ एक फार्मर आईडी से सभी काम आसानी से होंगे.
3. लाभ पाने के लिए e-KYC भी जरूरी
पीएम किसान की 20वीं किस्त के लिए किसानों को e-KYC जरूरी है. अगर ऐसा नहीं हुआ तो किसानों को जून में जारी होने वाली 2000 रुपये नहीं मिलेंगे. ई-केवाईसी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर Farmers Corner और Update Mobile Number पर क्लिक करें. मोबाइल नंबर के साथ आपको अपना आधार डिटेल शेयर करनी है. अब आपके आधार लिंक नंबर पर आए OTP एड करके वेरिफाई प्रोसेस पूरा करना है.
4. आधार से लिंक
पीएम किसान का लाभ चाहिए तो बैंक अकाउंट को आधार से लिंक करना भी जरूरी है. इसमें आपको अपने बैंक की शाखा में जाकर अपने आधार कार्ड को अपने बैंक खाते से लिंक करवाना होता है. वहीं किसानों को लैंड-वेरिफिकेशन करवाना भी अनिवार्य है, लेकिन जो किसान ये काम नहीं करवाते हैं उनकी किस्त अटक सकती है.
लाभार्थियों को अपने बैंक खाते में डीबीटी का ऑप्शन भी ऑन करवाना होता है, लेकिन अगर आप ये काम नहीं करवाते हैं तो भी आपकी किस्त अटक सकती है क्योंकि सरकार डीबीटी के माध्यम से ही किस्त के पैसे भेजती है.
5. किन बातों की जानकारी देना जरूरी
उपर लिखे गए सभी प्वॉइंट को ध्यान में रखकर ही कोई किसान आवेदन कर सकता है. इनमें से किसी कटेगिरी में आने के बाद गलत जानकारी नहीं दे सकते. इसके अलावा जेंडर और कटेगिरी (SC/ST), बैंक खाता नंबर और IFSC कोड, मोबाइल नंब आधार कार्ड आदि की सही जानकारी देनी होती है. रजिस्ट्रेशन के समय अनजाने में गलती हो जाती है तो सरकार भूल सुधार का विकल्प देती है.
पीएम किसान की वेबसाइट पर जाकर आप अपनी सूचना सही कर सकते हैं. तबतक आपके खाते में पैसे ट्रांसफर नहीं किए जाएंगे. हालांकि कुछ मामलों में जहां जानबूझकर गलत जानकारी दी गई हो या कोई सूचना छुपाई गई हो, नियम के अनुसान पहले पैसे वापस लिए जाते हैं. उसके बाद पेनल एक्शन लिया जा सकता है.