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Small Savings : पीपीएफ और एसएसवाई दोनों लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देती हैं, जिनमें छोटी बचत से बड़े वित्तीय लक्ष्य पूरे हो सकते हैं. Photograph: (Pixabay)
Best Small Savings for Every Tax Payers : बजट 2025 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इनकम टैक्स सिस्टम में बड़ा बदलाव करते हुए न्यू टैक्स रिजीम के तहत 12 लाख रुपये तक की सालाना आय को टैक्स फ्री कर दिया है. यह कदम मिडिल क्लास के साथ ही इकोनॉमी के लिए गेम चेंजर बताया जा रहा है. इससे जहां मिडिल क्लास सैलरीड की सेविंग्स में इजाफा होगा, वहीं कंजम्पशन को बड़ा बूस्ट मिलेगा. फिलहाल इस कदम के बाद से बहुत से लोगों का मानना है कि अब ओल्ड टैक्स रिजीम का बहुत ज्यादा महत्व नहीं रह गया. वहीं, अगर ओल्ड टैक्स रिजीम का महत्व कम हो गया तो देश में चल रही तमाम स्मॉल सेविंग्स का भी महत्व कम हो जाएगा, जिसमें बहुत से लोग टैक्स सेविंग के लिए निवेश करते थे. लेकिन 2 स्मॉल सेविंग्स ऐसी हैं, जो हर टैक्स रिजीम अपनाने वालों के लिए बेस्ट हैं.
PPF, SSY : दोनों में मैच्योरिटी बेनेफिट भी टैक्स फ्री
हम यहां बात कर रहे हैं सुकन्या समृद्धि योजना और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) की. इन दोनों स्कीम में मैच्योरिटी बेनेफिट भी टैक्स फ्री है, जो अन्य टैक्स सेवर स्कीम में नहीं है. फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी स्मॉल सेविंग्स हो या ईएलएसएस जैसी टैक्स सेविंग इक्विटी स्कीम, सभी में मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्सेबल होती है. लेकिन एसएसवाई और पीपीएफ दोनों स्कीम पूरी तरह से टैक्स फ्री स्कीम है. इन पर EEE यानी तीन अलग-अलग स्तर पर टैक्स छूट मिलता है. पहला इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 सी के तहत 1.50 लाख तक सालाना निवेश पर छूट. दूसरा इससे मिलने वाले रिटर्न पर टैक्स नहीं लगता. तीसरा मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स फ्री है. इसलिए इनमें पैसे लगाने पर सिर्फ रिटर्न का फायदा ले सकते हैं. न कि टैक्स के रूप में आपका रिटर्न कट होगा.
PPF और SSY में कई बातें एक जैसी
पीपीएफ और एसएसवाई दोनों ही स्कीम लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा देती हैं, जिनमें छोटी छोटी बचत से बड़ा फाइनेंशियल लक्ष्य पूरा किया जा सकता है. दोनों स्कीम में एक फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.50 रुपये तक जमा करने की सुविधा है. यह निवेश मंथली बेसिस पर भी किया जा सकता है, जो एक साल में अधिकतम 1.50 रुपये होना चाहिए. पीपीएफ में 15 साल तक पैसा जमा करना होता है, मैच्योरिटी भी 15 साल की है. सुकन्या समृद्धि स्कीम में भी 15 साल ही आपको निवेश करना है, हालांकि खाता 21 साल पर मैच्योर होगा.
PPF : कितना बनेगा कॉर्पस
एक फाइनेंशियल ईयर में मैक्सिमम जमा : 1,50,000 रुपये
ब्याज दर: 7.1 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग
15 साल बाद मैच्योरिटी पर रकम: 40,68,209 रुपये
कुल निवेश: 22,50,000
ब्याज का फायदा: 18,18,209 रुपये
SSY : कितना बनेगा कॉर्पस
एक फाइनेंशियल ईयर में मैक्सिमम जमा : 1,50,000 रुपये
SSY पर ब्याज दर : 8.2 फीसदी सालाना
15 साल में निवेश: 22,50,000 रुपये
21 साल की मैच्योरिटी पर कुल अमाउंट: 69,80,100 रुपये
ब्याज का फायदा: 47,30,100 रुपये
सेफ्टी के साथ बेहतर रिटर्न
पब्लिक प्रोविडेंट फंड और सुकन्या समृद्धि योजना दोनों डाकघर की स्मॉल सेविंग्स स्कीम हैं. इसके चलते इनमें सेफ्टी को लेकर कोई टेंशन नहीं होता है. वहीं ये फिक्स्ड इनकम स्कीम हैं, जिनमें केंद्र सरकार द्वारा तय किए गए ब्याज के अनुसार रिटर्न मिलता है. ध्यान रहे कि केंद्र सरकार हर 3 महीने में स्मॉल सेविंग्स स्कीम की समीक्षा करती है और ब्याज दर निर्धारित करती है. अभी पब्लिक प्रोविडेंट फंड पर 7.1 फीसदी सालाना और सुकन्या समृद्धि योजना पर 8.2 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है.