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Post Office Schemes : पोस्ट ऑफिस की 3 स्मॉल सेविंग्स स्कीम ऐसी हैं, जो गारंटीड रिटर्न के अलावा रेगुलर इनकम के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती हैं. (Pixabay)
Govt Best Investment Scheme : शेयर बाजार में लंबे समय से चल रही अनिश्चितताओं ने निवेशकों का ध्यान एक बार फिर सुरक्षित सरकारी निवेश स्कीम की ओर खींचा है. देश में कई सरकारी स्कीम पोस्ट ऑफिस के जरिए चलाई जा रही हैं. इनमें 3 स्मॉल सेविंग्स स्कीम ऐसी हैं, जो गारंटीड रिटर्न के अलावा रेगुलर इनकम के लिए भी इस्तेमाल की जा सकती हैं. इनमें आपका पैसा 100 फीसदी सुरक्ष्रित रहेगा, वहीं रेगुलर इनकम (Regular Income) भी होती रहेगी. ये स्कीम हैं, सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम, मंथली इनकम स्कीम और पब्लिक प्रोविडेंट फंड. लेकिन क्या आपको इनमें रेगुलर इनकम के लिए नियमों की जानकारी है.
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS)
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) से भी मंथली इनकम हो सकती है. इस अकाउंट में जमा की अधिकतम लिमिट 30 लाख रुपये है. जबकि मौजूदा ब्याज दर 8.2 फीसदी सालाना है. SCSS की मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. इस स्कीम में ब्याज तिमाही बेसिस पर अकाउंट में जमा होते हैं. इसका इस्तेमाल आप रेगुलर इनकम के रूप में कर सकते हैं. इस अकाउंट में अगर आप 30 लाख रुपये डिपॉजिट करते हैं तो 8.2 फीसदी ब्याज के हिसाब से 3 महीने में आपके खाते में 60,150 रुपये ब्याज जमा होगा. यानी मंथली 20 हजार रुपये से ज्यादा. इसका इस्तेमाल सीनियर सिटीजेंस रिटायरमेंट के बाद रेगुलर खर्च को पूरा करने में कर सकते हैं.
मंथली इनकम स्कीम (POMIS)
पोस्ट ऑफिस की स्माल सेविंग्स स्कीम मंथली इनकम स्कीम को रेगुलर इनकम के लिए हीि डिजाइन किया गया है. यह योजना उन लोगों के लिए फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के लिए मजबूत विकल्प हो सकती है, जो हर महीने स्थिर इनकम की तलाश में हैं. खासतौर से रिटायरमेंट के बाद इस योजना का लाभ उठाया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (POMIS) के लिए सिंगल अकाउंट के जरिए जमा की अधिकतम लिमिट 9 लाख रुपये है. वहीं अगर आप अपने स्पाउस के साथ ज्वॉइंट अकाउंट खोलते हैं तो यह लिमिट 15 लाख रुपये है. इस अकाउंट पर ब्याज दर 7.4 फीसदी सालाना है.
ज्वॉइंट अकाउंट से अधिकतम 15 लाख रुपये निवेश करने पर 7.4 फीसदी सालाना ब्याज के हिसाब से आपको 1 साल में 1,11,000 रुपये ब्याज मिलेगा. इसे 12 हिस्से में बांट दें तो करीब 9250 रुपये की रकम हर महीने आपके अकाउंट में आएंगे. सिगंल अकाउंट में 9 लाख रुपये जमा करने पर मंथली इनकम 5550 रुपये के आस पास होगी.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड की मैच्योरिटी 15 साल होती है. लेकिन इसे आप 5-5 साल के लिए जब तक चाहें, आगे बढ़ा सकते हैं. इसमें भी नियम है कि मैच्योरिटी के बाद आप चाहें तो इसमें निवेश जारी रखते हुए बढ़ा सकते हैं या बिना कुछ निवेश किए भी एक्सटेंड कर सकते हैं. अगर आप 15 साल की मैच्योरिटी के बाद बिना निवेश किए स्कीम को 5 साल के लिए एक्सटेंड करते हैं तो आपके 15 साल बाद क्लोजिंग बैलेंस पर 7.1 फीसदी सालाना ब्याज मिलता रहेगा. वहीं एक्सटेंड किए गए 5 साल में हर साल में एक बार पूरा पैसा निकाल सकते हैं.
मान लिया कि पीपीएफ में मैच्योरिटी तक यानी 15 साल तक हर फाइनेंशियल ईयर में अधिकतम 1.50 लाख रुपये जमा किया तो मौजूदा ब्याज दर के हिसाब से कुल 40,68,209 रुपये का फंड जुटाया जा सकता है. अब आप इसे 5 साल के लिए बिना कुछ निवेश किए एक्सटेंड करते हैं तो क्लोजिंग बैलेंस पर 7.1 फीसदी ब्याज मिलेगा. यह एक साल में 2,88,843 रुपये होगा. आप एक साल में एक बार में इस पूरी ब्याज की रकम को निकाल सकते हैं. इसे 12 महीनों में बांट दें तो 24,000 रुपये महीना होगा. वहीं इस निकासी पर कोई टैक्स भी नहीं लगेगा.
(source : india poit)