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Investment Tips : मार्केट साइकिल्स निवेश की दुनिया का एक अनिवार्य हिस्सा हैं, बाजार में तेज उछाल और उसके बाद डीप करेक्शन का दौर समय समय पर देखने को मिलता है. Photograph: (Reuters)
Warren Buffett Success Tips : अरबपति कारोबारी और दुनिया के मशहूर निवेशक वॉरेन बफेट की सफलता का आखिर क्या राज है. उनके पास अरबों की दौलत कैसे आई. इस बारे में उन्होंने एक बार खुद कहा था कि उनकी किस्मत हाइएस्ट रिटर्न पाने के पीछे भागने से नहीं, बल्कि उनके निवेश की अवधि से बनी थी. वेंचुरा की रिपोर्ट के अनुसार 1960 में 30 साल की उम्र में उनकी दौलत 1 मिलियन डॉलर थी, जो 1986 में यानी 56 साल की उम्र में 100 करोड़ डॉलर हो गई और 2025 में यानी 94 साल की उम्र में वह 16100 करोड़ डॉलर के मालिक हो गए. यानी टाइम न सिर्फ हाई रिटर्न, बल्कि दौलत का असली मल्टीप्लायर होता है. तो क्सया उनके इस मंत्र से आप भी फायदा उठा सकते हैं.
निवेशकों को दी गई सलाह में मार्केट गुरू वॉरेन बफेट का कहना है कि अगर आप बाजार में 10 साल नहीं टिक सकते तो 10 मिनट टिकने के बारे में भी नहीं सोचना चाहिए. उनका यह भी कहना है कि शेयर बाजार जल्द घरा जाने वाले लोगों से धैर्य रखने वालों तक पैसे पहुंचाने का एक साधन है. तो क्या आप उनकी यह सलाह मानना चाहेंगे. अगर कनफ्यूजन है तो हम यहां आपको एक कैलकुलेश दे रहे हें, जिसके आधार पर आप फैसला ले सकते हैं.
गिरावट के दौर में घबराते हैं निवेशक
मार्केट साइकिल्स निवेश की दुनिया का एक अनिवार्य हिस्सा हैं, बाजार में तेज उछाल और उसके बाद डीप करेक्शन का दौर समय समय पर देखने को मिलता है. बाजार में तेजी आने पर जहां लोग निवेश करना या अपना निवेश बढ़ा देना पसंद करते हैं, लेकिन हर मंदी से घबराहट होने लगती है. बहुत से लोग साचते हैं या एडवाइजर से पूछते हैं कि क्या मुझे अपनी SIP बंद कर देनी चाहिए? इस पर मार्केट गुरू की हमेशा राय रही है कि अगर बाजार का समय इतना आसान होता, तो किस्मत आसानी से बन जाती. लेकिन हर बार घबराकर फैसला लेने से पछतावा होता है, जबकि धैर्य रखने वाले निवेशकों को इसका बेहतरीन परिणाम (SIP Return) मिलता है. इसलिए निवेशकों को अस्थिरता में बिना घबराए निवेश बनाए रहकर कंपाउंडिंग का फायदा उठाना चाहिए.
SIP Calculator : 12% रिटर्न के साथ 25 साल
मंथली इन्वेस्टमेंट : 3000 रुपये
ड्यूरेशन : 25 साल
अनुमानित रिटर्न : 12% सालाना
25 साल में कुल निवेश : 9,00,000 रुपये
25 साल में निवेश की वैल्यू : 51,06,620 रुपये
SIP Calculator : 18% रिटर्न के साथ 15 साल
मंथली इन्वेस्टमेंट : 3000 रुपये
ड्यूरेशन : 15 साल
अनुमानित रिटर्न : 18% सालाना
25 साल में कुल निवेश : 5,40,000 रुपये
25 साल में निवेश की वैल्यू : 24,03,329 रुपये
दोनों केस में साफ है कि लंबी अवधि तक निवेश बनाए रहने का फायदा कंपाउंडिंग के रूप में मिलता है.
25 साल का निवेश vs बाजार में मौजूदा करेक्शन
वेंचुरा सिक्योरिटीज ने एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप ग्रोथ फंड के 25 साल की जर्नी का उदाहरण दिया है. यहां बताया गया कि 1 मार्च, 2000 को अगर 1000 रुपये की एसआईपी शुरू कर उसे 2025 तक बनाए रखते या दूसरे केस में 20008 की मांदी में एसआईपी बंद कर देते या तीसरे केस में मार्च 2020 में कोविड 19 क्रैश में इसे बंद कर दिया होता, तो रिटर्न पर क्या असर होता.
शुरुआती फेज में, पोर्टफोलियो वैल्यू को 3.2 गुना बढ़ने में करीब 12 साल लग गए, जबकि कुल इन्वेस्टमेंट एडिशन 2.5 गुना था. 2020 के बाद, तुलनात्मक रूप से छोटे 1.2 गुना निवेश बढ़ने से पोर्टफोलियो वैल्यू को 3.9 गुना बढ़ा देता है, जो बाद के साल में कंपाउंडिंग के चलते है. कंपाउंडिंग की ताकत सिर्फ इक्विटी बाजारों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि एसआईपी में इसका जबरदस्त फायदा मिलता है.
(source : ventura)