scorecardresearch

SIP का कमाल : टैक्‍स बचाने वाले फंड में मंथली 5000 रुपये का निवेश बना 3 करोड़, टाटा एमएफ की ये स्‍कीम कहां लगाती है पैसे

Tata Mutual Fund Tax saver Fund : टाटा ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी लिंक्ड टैक्स सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) है, जिसमें 3 साल का लॉक-इन है. इस फंड के 31 मार्च 2025 को 29 साल पूरे हो जाएंगे.

Tata Mutual Fund Tax saver Fund : टाटा ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी लिंक्ड टैक्स सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) है, जिसमें 3 साल का लॉक-इन है. इस फंड के 31 मार्च 2025 को 29 साल पूरे हो जाएंगे.

author-image
Sushil Tripathi
New Update
Baroda BNP Paribas Aggressive Hybrid Fund, Aggressive Hybrid Fund Return, बड़ौदा बीएनपी परिबा एग्रेसिव हाइब्रिड फंड

SIP in ELSS : टाटा ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड ने लॉन्‍च होने के बाद एसआईपी करने वाले निवेशकों को करीब 17.50 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न दिया है. (Freepik)

Tata ELSS Tax Saver Fund : टाटा ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी लिंक्ड टैक्स सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) है, जिसमें 3 साल का लॉक-इन है. इस फंड के 31 मार्च 2025 को 29 साल पूरे हो जाएंगे. टाटा म्‍यूचुअल फंड (Tata Mutual Fund) ने इनकम टैक्‍स पेयर्स को ध्‍यान में रखकर ये फंड 31 मार्च 1996 को शुरू किया था. इसमें इनकम टैक्‍स एक्‍ट के सेक्‍शन 80सी के तहत टैक्‍स बेनेफिट मिलता है, साथ ही भारतीय इक्विटी मार्केट की लॉन्‍ग टर्म ग्रोथ से निवेशकों के लिए वेल्‍थ क्रिएशन की भी क्षमता है. हम यह बात फंड के शुरू से अबतक के प्रदर्शन को देखकर कह रहे हैं. 

Also Read : Low Cost SIP : लो कास्ट लेकिन हाई रिटर्न वाले 5 फंड, एसआईपी में 18 से 22% सालाना की दर से बढ़ा रहे हैं पैसा

Advertisment

टाटा ईएलएसएस टैक्स सेवर फंड ने लॉन्‍च होने के बाद एसआईपी करने वाले निवेशकों को करीब 17.50 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न (SIP Return) दिया है. जबकि लम्‍प सम निवेश पर भी निवेशकों को करीब 18 फीसदी एनुअलाइज्‍ड रिटर्न मिला है. फंड की फैक्‍ट शीट के अनुसार 16 मार्च 2025 तक इसका कुल एयूएम 4,108.44 करोड़ रुपये है. जबकि रेगुलर प्‍लान का एक्‍सपेंस रेश्‍यो 28 फरवरी 2025 तक 1.85 फीसदी है. 19 मार्च 2025 तक इसका NAV 40.26 रुपये है. इसके लिए बेंचमार्क Nifty 500 TRI है. स्‍टैंडर्ड डेविएशन 14.54 तो शार्प रेश्‍यो 0.41 फीसदी है.    

फंड की क्‍या है निवेश स्‍ट्रैटेजी  

कम्पाउंडर्स : ऐसे बिजनेस जिनके पास ग्रोथ के लिए एक लंबा रास्ता है और उनकी प्रोडक्‍ट कैटेगरी में किसी प्रकार का मार्केट लीडरशिप है (वॉल्‍यूम, रेवेन्‍यू, कास्‍ट, प्रॉफिट प्रति यूनिट या रिटर्न ऑन कैपिटल के संदर्भ में). ये कंपनियां मुनाफा कमाने में निरंतरता दिखाने की भी संभावना रखती हैं और उनके पास एक सक्षम मैनेजमेंट टीम और बेहतर कैपिटल एलोकेशन पॉलिसी होती हैं.

री-रेटिंग के अवसर : ये ऐसे बिजनेस हैं, जिन्हें वर्तमान में अलग अलग कारणों से बाजार द्वारा कम आंका गया है. वे साइक्लिक बिजनेस हो सकते हैं, जिनके बारे में बाजार का मानना ​​है कि वे डाउनसाइकिल में हैं, जबकि सुधार के संकेत हैं. वे मैनेजमेंट या पॉलिसी में बदलाव के कारण बिजनेस के भीतर परिवर्तन से गुजर रही कंपनियां हो सकती हैं. कंसोलिडेशन या डिमांड और सप्‍लाई की गतिशीलता में बदलाव के कारण इंडस्‍ट्री लेवल पर बदलाव के कारण भी निवेश के अवसर पैदा हो सकते हैं. बाजार में कंपनियों के वैल्‍युएशन को फिर से रेट करने और अपने कम आंकलन को सही करने की संभावना रहती है.

Also Read : Tata ग्रुप की मिडकैप स्‍कीम का कमाल, 30 साल से दे रही 17% सालाना रिटर्न, 1100 रुपये मंथली SIP की कितनी हुई वैल्‍यू

फंड का SIP प्रदर्शन 

टाटा ईएलएसएस टैक्‍स सेवर फंड की फैक्‍ट शीट के अनुसार इस स्‍कीम में 28 साल के एसआईपी आंकड़े मौजूद हैं. 28 साल में इस फंड ने एसआईपी करने वालों को 17.41 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. यहां 1 अगस्‍त 1996 में पहली किस्‍त के हिसाब से कैलकुलेशन किया गया है. 

28 साल में SIP रिटर्न : 17.41% सालाना
मंथली SIP अमाउंट : 5000 रुपये 
28 साल में कुल निवेश : 16,80,000 रुपये 
28 साल बाद SIP की वैल्‍यू : 3.34 करोड़ रुपये

फंड का लम्‍प सम प्रदर्शन 

फंड लॉन्‍च होने की डेट : 31 मार्च, 1996
लॉन्‍च के बाद से रिटर्न : 17.84% सालाना
वन टाइम इन्‍वेस्‍टमेंट : 1,00,000 रुपये
1 लाख की अब वैल्‍यू : 1,15,54,990    

Also Read : Highest Return : HDFC म्‍यूचुअल फंड की हाइएस्‍ट रिटर्न वाली 5 स्‍कीम, 10 साल में 5 गुना तक बढ़ा पैसा, SIP में भी कमाल

पोर्टफोलियो तैयार करने के लिए किन बातों पर ध्‍यान 

  • पोर्टफोलियो को बॉटम-अप बेसिस पर तैयार किया गया है. पोर्टफोलियो अलग अलग सेक्‍टर और मार्केट कैपिटलाइजेशन में अच्छी तरह से डाइवर्सिफाइड है.
  • स्टॉक सेलेक्‍शन के लिए बिजनेस फंडामेंटल और वैल्‍युएशन प्राइमरी ड्राइवर्स होंगे.
  • लो चर्न पोर्टफोलियो, निवेशक को वेल्‍थ क्रिएशन के लिए कंपाउंडिंग इफेक्‍ट को भुनाने की अनुमति देता है.
  • लॉन्‍ग टर्म कैपिटल एप्रिसिएशन और टैक्‍स सेविंग्‍स बेनेफिट. 

पोर्टफोलियो : टॉप होल्डिंग्‍स 

HDFC Bank : 7.37%
ICICI Bank : 6.31%
Infosys : 4.83%
Reliance Industries : 4.00%
State Bank Of India : 3.70%
Bharti Airtel : 3.64%
Axis Bank : 3.26%
Larsen & Toubro : 2.75%
NTPC : 2.65%
Bajaj Finance : 2.25%

Also Read : NPS : 25 की उम्र में चुनें एक्टिव च्वॉइस स्कीम, रिटायरमेंट पर मिलेगा 1.50 करोड़ फंड और 1 लाख रुपये पेंशन, कितना करें निवेश

पोर्टफोलियो : टॉप सेक्‍टर्स 

Financial Services : 32.98%
Auto And Auto Components : 8.69%
Information Technology : 7.77%
Capital Goods : 6.34%
Oil Gas : 5.32%
Healthcare : 5.23%
Consumer Services : 4.44%
Construction : 3.99%
Telecommunication : 3.91%
Metals And Mining : 2.95%

(source : fact sheet)

(नोट : हमने यहां म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन के आधार पर जानकारी दी है. किसी भी स्‍कीम का पुराना प्रदर्शन आगे भी जारी रहे, इस बात की कोई गारंटी नहीं है. यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और यह किसी भी तरह से निवेश की सलाह नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें.)

SIP Return Elss Tata Mutual Fund