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RBI on Kotak Mahindra Bank : रिजर्व बैंक ने कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा नए क्रेडिट कार्ड जारी करने और ऑनलाइन व मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी है. (File Photo : Reuters)
RBI asks Kotak Mahindra Bank to stop issuing fresh credit cards and onboarding new customers via online channels: भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के प्रमुख प्राइवेट बैंकों में शामिल कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ सख्त कदम उठाया है. आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा नए क्रेडिट कार्ड जारी किए जाने और ऑनलाइन व मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहक बनाने पर रोक लगा दी है. हालांकि रिजर्व बैंक ने यह भी साफ किया है कि कोटक महिंद्रा बैंक अपने क्रेडिट कार्ड ग्राहकों सहित सभी मौजूदा ग्राहकों को अपनी सेवाएं देना जारी रखेगा.
आरबीआई के आदेश में क्या कहा गया है
रिजर्व बैंक की तरफ से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है, “बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट 1949 के सेक्शन 35A के तहत मिली अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड को ये आदेश देता है कि वह तत्काल प्रभाव से (i) ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के जरिए नए ग्राहकों को जोड़ना और (ii) नए क्रेडिट कार्ड जारी करना बंद करे. हालांकि बैंक अपने मौजूदा ग्राहकों को, जिनमें क्रेडिट कार्ड कस्टमर भी शामिल हैं, अपनी सेवाएं देना जारी रखेगा.”
RBI के IT एग्जामिनेशन में चिंताजनक बातें सामने आईं
रिजर्व बैंक ने अपने आदेश में आगे कहा है कि उसे कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ ये कदम इसलिए उठाना पड़ रहा है, क्योंकि वर्ष 2022 और 2023 के लिए आरबीआई के आईटी एग्जामिनेशन में कई चिंताजनक बातें सामने आई हैं और बैंक इन चिंताओं को पूरी तरह से और समयबद्ध ढंग से दूर करने में लगातार नाकाम रहा है.
उजागर हुईं कई गंभीर खामियां
आरबीआई के मुताबिक बैंक के आईटी इन्वेंटरी मैनेजमेंट, पैच और चेंज मैनेजमेंट, यूजर एक्सेस मैनेजमेंट, वेंडर रिस्क मैनेजमेंट, डेटा सिक्योरिटी और डेटा लीक प्रिवेन्शन स्ट्रैटजी, बिजनेस कंटीन्यूटी और डिजास्टर रिकवरी की प्रक्रिया में गंभीर खामियां और कंप्लायंस की कमी पाई गई है. लगातार दो साल तक बैंक को आईटी रिस्क और इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी गवर्नेंस के मामले में डिफिशिएंट यानी कमजोर पाया गया, जो रेगुलेटरी गाइडलाइन्स के खिलाफ है. इसके बाद हुए मूल्यांकन के दौरान भी पाया गया कि 2022 और 2023 के लिए आरबीआई द्वारा दिए गए करेक्टिव एक्शन प्लान पर अमल करने में बैंक गंभीर रूप से नॉन-कंप्लायंट रहा है. आरबीआई (Reserve Bank of India) की तरफ से जारी आधिकारिक बयान में यह भी कहा गया है कि उसने कोटक महिंद्रा बैंक को 2022 और 2023 में जो करेक्टिव एक्शन प्लान दिया था, उस पर कंप्लायंस की जो जानकारी बैंक ने दी है, वह अपर्याप्त, गलत या अप्रामाणिक (inadequate, incorrect or not sustained) पाई गई है.
डिजिटल ट्रांजैक्शन में वृद्धि से IT सिस्टम पर बोझ और बढ़ा : RBI
आरबीआई के बयान में कहा गया है कि एक मजबूत आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर और आईटी रिस्क मैनेजमेंट फ्रेमवर्क के अभाव में बैंक का कोर बैंकिंग सिस्टम (CBS) और उसके ऑनलाइन एवं डिजिटल बैंकिंग चैनल्स को पिछले दो साल के दौरान बार-बार और बड़े आउटेज (outages) का सामना करना पड़ा है. इसमें 15 अप्रैल 2024 को सर्विस में आई रुकावट भी शामिल है, जिसकी वजह से ग्राहकों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ा था. आरबीआई ने कहा है कि बैंक अपनी ग्रोथ के हिसाब से जरूरी आईटी सिस्टम और कंट्रोल तैयार करने में विफल रहा है, जिसकी वजह से उसका ऑपरेशन पर्याप्त रूप से मजबूत नहीं हो सका.
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रिजर्व बैंक का कहना है कि पिछले दो साल के दौरान उसने बैंक के साथ शीर्ष स्तर पर लगातार इन चिंताओं पर बात की, ताकि उसके आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा सके. लेकिन इसके नतीजे संतोषजनक नहीं रहे. यह भी देखने को मिला है कि पिछले दिनों बैंक के डिजिटल ट्रांजैक्शन वॉल्यूम में काफी बढ़ोतरी हुई है, जिसमें उसके क्रेडिट कार्ड से जुड़े ट्रांजैक्शन भी शामिल हैं. इसकी वजह से बैंक के आईटी सिस्टम पर बोझ और बढ़ा है.