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SBI Card के तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे हैं. (File Photo : SBI Card X Handle)
SBI Card Q3FY25 Result: एसबीआई कार्ड ने वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के नतीजे मंगलवार को घोषित कर दिए, जो उम्मीद से कमजोर रहे हैं. दिसंबर तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 383 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि से 30% कम है. विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट के लिए राइट-ऑफ में हुई भारी बढ़ोतरी मुख्य वजह रही.
मुनाफे में 30% की गिरावट
एसबीआई कार्ड का नेट प्रॉफिट 383 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जबकि बाजार के अनुमान के अनुसार यह 459 करोड़ रुपये होना चाहिए था. कंपनी की ओर से बताया गया कि इस गिरावट के पीछे राइट-ऑफ की राशि में 89% की बढ़ोतरी है, जो इस तिमाही में 1354 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. इस बारे में कंपनी ने बताया, "हम ऊंचे राइट-ऑफ और क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट्स से जूझ रहे हैं, जो लाभ पर सीधा असर डाल रहे हैं."
रेवेन्यू में स्टेबिलिटी, खर्च बढ़े
एसबीआई कार्ड का कुल रेवेन्यू 4619 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के समान ही है. हालांकि, नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) 31 आधार अंकों (bps) की गिरावट के साथ 10.6% तक सिमट गया. इसके अलावा, कार्डधारकों द्वारा किए गए कुल खर्च में भी 11% की गिरावट दर्ज की गई, जो 860.93 अरब रुपये रहा. एसबीआई कार्ड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, रामा मोहन राव अम्मा ने कहा, "हम वर्तमान आर्थिक चुनौतियों और क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट्स को बेहतर तरीके से मैनेज करने पर काम कर रहे हैं. हमारा फोकस एनपीए को नियंत्रित करने और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने पर है."
एनपीए और डिफॉल्ट्स में इजाफा
कंपनी का ग्रॉस एनपीए रेशियो पिछली तिमाही के 3.27% से मामूली रूप से घटकर 3.24% पर आ गया. हालांकि, यह आंकड़ा पिछले साल की समान अवधि के 2.64% की तुलना में काफी अधिक है. एसबीआई कार्ड के लिए यह चिंता का बड़ा कारण है, क्योंकि ऊंचे एनपीए का सीधा असर कंपनी की आय और प्रॉफिटेबिलिटी पर पड़ता है.
कार्ड जारी करने में 10% की ग्रोथ
कंपनी ने बताया कि कार्ड जारी करने की संख्या में 10% की ग्रोथ हुई है, लेकिन ऊंचे डिफॉल्ट्स और राइट-ऑफ्स के कारण यह प्रॉफिटेबिलिटी पर असर डाल रही है. रामा मोहन राव अम्मा ने कहा, "हम दीर्घकालिक विकास रणनीतियों पर काम कर रहे हैं और ग्राहकों की खर्च क्षमता को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं. इसके साथ ही, डिफॉल्ट्स को नियंत्रित करने के लिए नई नीतियां लागू की जा रही हैं."
एसबीआई कार्ड के तीसरी तिमाही के नतीजे बाजार की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे, लेकिन कंपनी की दीर्घकालिक योजनाओं और सुधारात्मक कदमों से भविष्य में प्रदर्शन बेहतर होने की उम्मीद है. अगर राइट-ऑफ और एनपीए में सुधार हो जाए, तो कंपनी का मुनाफा फिर से पटरी पर लौट सकता है.