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Home Loan Relief : आरबीआई द्वारा रेपो रेट कम किए जाने के बाद कुछ बैंकों ने होम लोन पर अपने ग्राहकों को राहत देना शुरू कर दिया है. (Pixabay)
New Home Loan Interest Rates : देश के सबसे बड़े लेंडर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने रिजर्व बैंक की नीतिगत रेपो दर में कटौती का लाभ अपने ग्राहकों को देते हुए अपनी कर्ज की दरों (Home Loan Interest) में 0.25 फीसद की कटौती की है. इस कटौती के बाद एसबीआई के मौजूदा और नए उधार लेने वाले ग्राहकों दोनों के लिए होम लोन या ऑटो लोन लेना सस्ता हो जाएगा. इस नयी कटौती के साथ एसबीआई की रेपो से जुड़ी उधारी दर (आरएलएलआर) 0.25 फीसदी कम होकर 8.25 फीसदी रह जाएगी. इसके पहले 4 और बैंक भी कर्ज पर राहत का एलान कर चुके हैं.
एसबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, बैंक ने ‘बाह्य मानक आधारित उधारी दर’ (ईबीएलआर) को 0.25 फीसदी घटाकर 8.65 फीसदी कर दिया है. संशोधित दरें (SBI Home Loan) 15 अप्रैल, 2025 से प्रभावी हो जाएंगी. ब्याज दर में यह कटौती पिछले हफ्ते रिजर्व बैंक द्वारा लगातार दूसरी बार प्रमुख ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती के बाद की गई है.
इन बैंकों ने भी दी राहत
आरबीआई द्वारा रेपो रेट कम किए जाने के बाद कुछ बैंकों ने अपने ग्राहकों को राहत देना शुरू कर दिया है. एसबीआई के अलावा सार्वजनिक क्षेत्र के 4 बैंकों ने उधारी दरों में 0.25 फीसदी तक की कटौती की है. जिन बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की है, उनमें पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India), इंडियन बैंक (Indian Bank) और यूको बैंक (UCO Bank) शामिल हैं. बैंकों के इस फैसले से उनके मौजूदा और नए लोन लेने वालें दोनों ग्राहकों को फायदा होगा.
किस बैंक ने कितना सस्ता किया लोन
चेन्नई स्थित इंडियन बैंक ने कहा कि उसकी रेपो-रिलेटेड बेंचमार्क लेंडिंग रेट (आरबीएलआर) 11 अप्रैल से 35 आधार अंकों की कटौती करके 8.70 फीसदी कर दी गई है. इस बीच, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने 10 अप्रैल 2025 से आरबीएलआर को 9.10 फीसदी से रिवाइज्ड कर 8.85 फीसदी कर दिया है. बैंक ऑफ इंडिया की नई आरबीएलआर 8.85 फीसदी है, जबकि पहले यह 9.10 फीसदी थी. बैंक ऑफ इंडिया ने कहा कि नई दरें 9 अप्रैल 2025 से ही प्रभावी हो गई हैं. यूको बैंक ने कहा कि उसने उधारी दर को घटाकर 8.8 फीसदी कर दिया है, जो 10 अप्रैल 2025 से से प्रभावी हैं.
EMI और ब्याज में कितना राहत
बैंकों द्वारा 25 बेसिस प्वॉइंट ब्याज घटाने के बाद होम लोन और आटो लोन की ईएमआई कम हो जाएगी. मान लिया कि आपने 30 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए के लिए लिया है, तो आपको कुल 240 मंथली EMI देनी होगी. अगर पहले ब्याज दर 9% मान लें तो मंथली EMI करीब 26,992 रुपये होगी. जबकि 20 साल में आपको इंटरेस्ट पेमेंट यानी ब्याज भुगतान के तौर पर कुल करीब 34,78,027 रुपये देने होंगे.
रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती के बाद, ब्याज दर 9% से घटकर 8.75% हो जाएगी. ऐसे में आपकी EMI घटकर करीब 26,511 रुपये हो जाएगी. आपको हर महीने ईएमआई के तौर पर 481 रुपये कम देने होंगे. 20 साल में आपका कुल इंटरेस्ट पेमेंट भी घटकर करीब 33,62,717 रुपये रह जाएगा. इस पर 1.15 लाख रुपये के करीब बचत होगी.
एफडी पर भी घट रहा है ब्याज
हालांकि एसबीआई ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज की दरों में भी 0.10-0.25 फीसदी अंकों की कटौती कर दी है. नई दरें 15 अप्रैल से प्रभावी होंगी. अब तीन करोड़ रुपये तक की एफडी के लिए एक-दो साल की अवधि पर ब्याज दर 0.10 फीसदी घटकर 6.70 फीसदी रह जाएगा, जबकि 2 साल से 3 साल से कम की मैच्योरिटी पीरियड वाली जमाओं पर 7 फीसदी की जगह 6.90 फीसदी ब्याज मिलेगा. एचडीएफसी बैंक ने बचत खातों पर ब्याज दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 2.75 प्रतिशत कर दिया है, जो निजी क्षेत्र के अन्य बैंकों में सबसे कम है. बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी 400-दिवसीय विशेष जमा योजना वापस ले ली है, जिसमें 7.3 फीसदी ब्याज मिलता था.