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SBI Mutual Fund की स्कीम SBI Nifty 50 ETF ने बेहद कम खर्च में आकर्षक रिटर्न दिए हैं. (Image : Freepik)
SBI Nifty 50 ETF : High Return with Very Low Expense: एसबीआई म्यूचुअल फंड की बेहद किफायती और पॉपुलर स्कीम एसबीआई निफ्टी 50 ईटीएफ (SBI Nifty 50 ETF) के 10 साल हाल ही में पूरे हुए हैं. 22 जुलाई 2015 को लॉन्च हुई यह स्कीम अब 2 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) संभाल रही है, जो सभी इक्विटी फंड्स में सबसे ज्यादा है. इसकी सबसे खास बात है इसका महज 0.04% का एक्सपेंस रेशियो. इसका मतलब ये हुआ कि यह हर 100 रुपये का फंड मैनेज करने पर साल में सिर्फ 4 पैसे खर्च कर रही है. यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतरीन ऑप्शन हो सकती है, जो लंबे समय के लिए निवेश करके कम खर्च में बाजार की ग्रोथ से मुनाफा कमाना चाहते हैं. आइए जानते हैं कि इस स्कीम ने पिछले 10 साल में निवेशकों को कितना रिटर्न दिया, इसका इनवेस्टमेंट स्ट्रक्चर क्या है और इसमें निवेश करने के फायदे और रिस्क क्या हैं.
SBI निफ्टी 50 ईटीएफ की निवेश रणनीति
SBI निफ्टी 50 ईटीएफ एक ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है, जो Nifty 50 TRI को ट्रैक करता है. इसका मतलब है कि ये फंड Nifty 50 इंडेक्स में शामिल सभी कंपनियों में उसी अनुपात में निवेश करता है. इस तरह से यह स्कीम बेंचमार्क इंडेक्स के बराबर रिटर्न देने की कोशिश करती है. इस फंड की बड़ी खासियत ये है कि इसमें निवेश करके आप Nifty 50 की सभी दिग्गज कंपनियों जैसे HDFC Bank, ICICI Bank, Reliance, Infosys में एक साथ एक्सपोजर ले सकते हैं, वो भी बहुत ही कम खर्च पर.
निवेशकों को कितना मिला रिटर्न
SBI Nifty 50 ETF में किए गए इनवेस्टमेंट पर सालाना रिटर्न (CAGR) 3 साल में 18.63%, 5 साल में 21.23% और 10 साल में 12.78% रहा है. इस रिटर्न के हिसाब से अगर आपने इस स्कीम की शुरुआत में ही 1 लाख रुपये लगाए होते, तो आज उस निवेश की फंड वैल्यू 3.31 लाख रुपये होती. यानी 10 साल में आपका पैसा लगभग 3.3 गुना हो गया होता, वो भी किसी एक्टिव फंड मैनेजमेंट या ज्यादा खर्च के बिना. वहीं, 5 साल पहले 1 लाख के निवेश की मौजूदा वैल्यू 2.62 लाख रुपये और 3 साल पहले इतने ही इनवेस्टमें की करेंट वैल्यू 1.67 लाख रुपये होती.
3, 5 और 10 साल का औसत रिटर्न
3 साल का CAGR : 18.63%
5 साल का CAGR : 21.23%
लॉन्च से अब तक यानी 10 साल का CAGR : 12.78%
1 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश की मौजूदा वैल्यू
3 साल में : 1,67,030 रुपये (1.67 लाख रुपये)
5 साल में : 2,62,010 रुपये (2.62 लाख रुपये)
लॉन्च के बाद से (10 साल में : 3,30,860 रुपये (3.31 लाख रुपये)
(Source : SBI Mutual Fund Website)
एक्सचेंज में लिस्टेड ईटीएफ होने की वजह से इस स्कीम में एकमुश्त (Lumpsum) निवेश ही किया जा सकता है. फंड हाउस की तरफ से सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) उपलब्ध नहीं होता. लेकिन अगर आप चाहें तो अपने डीमैट एकाउंट में स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन का इस्तेमाल करके हर महीने SIP की तरह ही एक फिक्स अमाउंट का निवेश ईटीएफ में भी कर सकते हैं.
क्या है इस ETF की सबसे बड़ी खासियत
SBI Nifty 50 ETF की सबसे बड़ी ताकत है, कम खर्च में बाजार के बराबर रिटर्न देने की क्षमता. इस स्कीम का एक्सपेंस रेशियो मात्र 0.04% है, जबकि एक्टिवली मैनेज्ड फंड्स में यह खर्च 1% से ज्यादा हो सकता है. इसके अलावा, इस फंड में कोई एग्जिट लोड नहीं है, यानी आप जब चाहें इसे बेच सकते हैं और आपको कोई पेनाल्टी नहीं देनी होगी.
स्कीम की टॉप होल्डिंग्स
SBI Nifty 50 ETF की टॉप होल्डिंग्स में देश की सबसे बड़ी कंपनियां शामिल हैं. फिलहाल इस फंड की टॉप 6 होल्डिंग्स इस प्रकार हैं:
HDFC Bank – 13.67%
ICICI Bank – 9.38%
Reliance Industries – 8.37%
Infosys – 4.83%
Bharti Airtel – 4.63%
L&T – 3.79%
किस सेक्टर में कितना है निवेश
सेक्टर वाइज देखें तो यह फंड मुख्य रूप से इन सेक्टर्स में निवेश कर रहा है:
फाइनेंशियल सर्विसेज – 37.75%
आईटी – 10.41%
ऑयल एंड गैस – 9.96%
ऑटोमोबाइल – 7.16%
FMCG – 6.74%
टेलीकॉम – 4.63%
SBI Nifty 50 ETF में निवेश के फायदे
एसबीआई म्यूचुअल फंड की इस स्कीम में निवेश करने वाले निवेशकों को कई फायदे मिलते हैं. सबसे पहले तो एक ही स्कीम में निवेश के जरिए देश की टॉप 50 कंपनियों में एक्सपोजर मिलता है. इसके अलावा, इसके अलावा इस फंड में पैसे लगाने और निकालने से जुड़ी फ्लेक्सिबिलिटी और लिक्विडिटी भी बहुत अच्छी है, क्योंकि यह एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है और स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड होने के कारण इसे बाजार खुले रहने के दौरान कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है. फंड की ट्रांसपेरेंसी भी निवेशकों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसकी सभी होल्डिंग्स और एक्सपेंस की जानकारी हमेशा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रहती है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह फंड बेहद कम खर्च पर निवेश का अवसर देता है. इस स्कीम का एक्सपेंस रेशियो सिर्फ 0.04% सालाना है. यानी 100 रुपये का फंड मैनेज करने पर सिर्फ 4 पैसे खर्च होते हैं.
SBI निफ्टी 50 ईटीएफ की हाईलाइट्स
स्कीम का नाम: SBI Nifty 50 ETF
स्कीम टाइप: ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड स्कीम (ETF)
बेंचमार्क इंडेक्स: Nifty 50 TRI
लॉन्च डेट: 22 जुलाई 2015
एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 2,06,657 करोड़ रुपये (30 जून 2025 तक)
एक्सपेंस रेशियो: 0.04%
रिस्क लेवल: बहुत अधिक (Very High)
फंड मैनेजर: रवि प्रकाश शर्मा (24+ साल का अनुभव)
रिस्क को समझकर फैसला करें
अगर आप लॉन्ग टर्म इनवेस्टर हैं और बेहद कम खर्च में देश की टॉप 50 कंपनियों में पैसे लगाकर मार्केट आधारित रिटर्न हासिल करना चाहते हैं, तो SBI Nifty 50 ETF को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने पर विचार कर सकते हैं. इसका 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड, जबरदस्त AUM और शानदार रिटर्न इसे एक भरोसेमंद स्कीम बनाते हैं. हालांकि मार्केट आधारित म्यूचुअल फंड स्कीम होने की वजह से इसका रिस्क लेवल बहुत अधिक है. लिहाजा कोई भी फैसला करने से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को जरूर ध्यान में रखें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. जरूरी नहीं है कि म्यूचुअल फंड का पिछला रिटर्न भविष्य में भी जारी रहे. निवेश का कोई भी फैसला सेबी रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)