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Silver Prices Crash: गुरुवार को चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई, सोना भी नीचे बंद हुआ. (Image : Pixabay)
Silver Prices Crash, Gold Closes Lower: गुरुवार को भारतीय सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई. चांदी 4,900 रुपये सस्ती होकर 90,900 रुपये प्रति किलो पर आ गई, जबकि सोने की कीमत में भी 100 रुपये की कमी हुई और यह 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. वहीं, 99.5 फीसदी शुद्धता वाले सोने के भाव में 400 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट देखने को मिली और यह 78,300 रुपये पर बंद हुआ. इसकी तुलना में बुधवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 78,800 रुपये और 99.5 परसेंट प्योरिटी वाला गोल्ड 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. गुरुवार को आई गिरावट के लिए मुख्य तौर पर थोक और खुदरा विक्रेताओं द्वारा की गई जबरदस्त बिकवाली को बताया जा रहा है.
क्यों गिरी चांदी की कीमत?
चांदी की कीमत में यह गिरावट निवेशकों और ज्वेलर्स द्वारा कमजोर मांग के कारण आई है. ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, बुधवार को चांदी ने 5,200 रुपये की तेज बढ़त दर्ज की थी और 95,000 रुपये प्रति किलो के स्तर को फिर से हासिल किया था. लेकिन गुरुवार को कमजोर ऑफटेक के चलते कीमतें फिर से नीचे आ गईं.
इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी और सोने की कीमतें अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और जियो-पोलिटिकल टेंशन के कारण दबाव में हैं. मीराए एसेट शेयरखान (Mirae Asset Sharekhan) के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटीज) प्रवीण सिंह ने कहा, “रूस-यूक्रेन युद्ध और डॉलर की मजबूती ने बाजार में अस्थिरता बढ़ा दी है. निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर रुख कर रहे हैं, लेकिन यह रुझान अस्थिर है.”
सोने की कीमतों पर क्या असर पड़ा?
सोने की कीमत में भी हल्की गिरावट दर्ज की गई. सोना 99.9% शुद्धता के साथ 78,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जबकि 99.5% शुद्धता का सोना 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया.
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतीन त्रिवेदी ने कहा, “जियो-पोलिटिकल टेंशन, विशेषकर रूस और यूक्रेन के बीच, सोने की कीमतों को समर्थन दे रहे हैं. लेकिन डॉलर इंडेक्स की हलचल और वैश्विक बाजार की अनिश्चितता के चलते यह समर्थन स्थिर नहीं है.”
अंतरराष्ट्रीय बाजार का रुख
अंतरराष्ट्रीय बाजार में, कॉमेक्स चांदी 0.15% गिरकर 30.51 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी. वहीं, कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स 0.31% बढ़कर 2,673 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंचे. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के कमोडिटी रिसर्च एनालिस्ट मानव मोदी ने कहा, “मिश्रित अमेरिकी डेटा, डॉलर इंडेक्स में अस्थिरता और फेडरल रिजर्व द्वारा दर कटौती को लेकर बाजार की उम्मीदों में उतार-चढ़ाव सोने की कीमतों को सीमित कर रहा है.”
क्या हैं आगे की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी की कीमतों में निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, “अमेरिकी बाजार में थैंक्सगिविंग की छुट्टी के कारण ट्रेडिंग वॉल्यूम कम रहने की संभावना है. निवेशक अब मध्य-पूर्व में सीजफायर और वैश्विक व्यापार नीतियों पर ध्यान केंद्रित करेंगे.” जेपी मॉर्गन फाइनेंशियल सर्विसेज के उपाध्यक्ष (कमोडिटी रिसर्च) प्रणव मेर ने कहा, “गोल्ड और सिल्वर में आने वाले दिनों में सीमित दायरे में कारोबार होने की संभावना है. बाजार रूस-यूक्रेन युद्ध और डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के प्रभाव का मूल्यांकन करेगा.”
निवेशकों को क्या करना चाहिए
अगर आप सोने और चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो बाजार की मौजूदा अस्थिरता को ध्यान में रखें. कीमतों में गिरावट को निवेश का अवसर माना जा सकता है, लेकिन विशेषज्ञों की सलाह लिए बिना जल्दबाजी में कोई फैसला न करें.