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SIP Investment : 7 साल के दौरान निफ्टी 100 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न -0.8% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 11.3% और बेस्ट सालाना रिटर्न 18.1% रहा. 7 साल के दौरान निफ्टी 100 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.6% ही रहे हैं. Photograph: (Freepik)
SIP Investment Strategy : शेयर बाजार में तेजी और गिरावट एक आम घटना है, जिसका चक्र समय समय पर चलता रहता है. वैसे तो वोलेटिलिटी एक दिन के कारोबार में भी हो सकती है, लेकिन समय समय पर ऐसा चक्र भी चलता है कि जब लंबे समय तक तेजी रहे या लंबे समय तक बाजार में बिकवाली का माहौल दिखे. जैसा कि अभी कि बात करें तो सिंतबर 2024 के बाद से बाजार करेक्शन के मूड में है. यानी करीब 5 महीने से बाजार दबाव झेल रहा है. जाहिर है कि इतने लंबे समय में निवेशक भी अपने निवेश की वैल्यू घटता देखकर घबरा जाएं. यही वजह है कि बहुत से निवेशक आम तौर पर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान को 10 साल या 15 साल या 20 साल जारी नहीं रख पाते हैं.
निवेशक क्यों घबरा जाते हैं
बहुत से निवेशक 5 साल भी इंतजार नहीं कर पाते. जब बाजार बुल पर सवार होता है तो वे निवेश करते रहते हैं, लेकिन जब बाजार में करेक्शन आता है, तो वे निवेश भुनाने में समझदारी मानते हैं. यही गलत स्ट्रैटेजी है, जिसके चलते बहुत से निवेशकों को एसआईपी का सही फायदा नहीं मिल पा रहा है. मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट में यह समझाया है कि क्यों बाजार में शॉर्ट टर्म वोलेटिलिटी से घबराने की बजाए कम से कम 7 साल तक धैर्य बनाए रखें तो आपको अपने निवेश पर हाई रिटर्न पाने से कोई नहीं रोक सकता है.
मोतीलाल ओसवाल की एनालिसिस
फंड हाउस ने यहां अपने एनालिसिस में 7 साल की SIP के अलावा 5 साल की SIP और 10 साल की SIP का रिटर्न भी शामिल किया है. इसमें अप्रैल 2005 से अब तक निफ्टी 100, निफ्टी मिडकैप 150, निफ्टी स्मॉलकैप 250 और निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स के सभी मंथली रोलिंग एसआईपी रिटर्न शामिल हैं. इस अवधि में बाजार की महत्वपूर्ण घटनाएं, जैसे 2008-09 की ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस, 2013 की मंदी, कोविड 19 का दौर भी शामिल है.
इस अवधि के दौरान एसआईपी की शुरूआत और एंड, दोनों शामिल हैं. पिछले 20 साल में एसआईपी रिटर्न के एनालिसस से पता चलता है कि भले ही इस दौरान ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस, कोविड 19 महामारी का दौर शामिल है, जिन निवेशकों ने एसआईपी जारी रखी, उन्हें आम तौर पर बेहतरीन रिजल्ट मिले. 5 साल, 7 साल या 20 साल के दौरान नुकसान होने की संभावनाएं बहुत कम थीं, चाहे निवेश लार्जकैप में हो या मिडकैप में या स्मॉलकैप सेगमेंट में.
7 साल की SIP में क्या मिला
Nifty 100
7 साल के दौरान निफ्टी 100 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न -0.8% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 11.3% और बेस्ट सालाना रिटर्न 18.1% रहा. 7 साल के दौरान निफ्टी 100 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.6% ही रहे हैं.
Nifty Midcap 150
7 साल के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न 0.4% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 15.3% और बेस्ट सालाना रिटर्न 27.3% रहा. 7 साल के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.0% रहा.
Nifty Smallcap 250
7 साल के दौरान निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न -7.3% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 12.7% और बेस्ट सालाना रिटर्न 27.7% रहा. 7 साल के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में नुकसान के चांस 5.8% रहे हैं.
NIFTY 500 Multicap 50:25:25
7 साल के दौरान निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न -2.0% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 12.8% और बेस्ट सालाना रिटर्न 27.9% रहा. 7 साल के दौरान निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.6% रहे हैं.
(Source : Motilal Oswal AMC)
10 साल की SIP में क्या मिला
Nifty 100
10 साल के दौरान निफ्टी 100 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न 2.8% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 11.5% और बेस्ट सालाना रिटर्न 15.7% रहा. 10 साल के दौरान निफ्टी 100 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.0% ही रहे हैं.
Nifty Midcap 150
10 साल के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न 4.6% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 15.9% और बेस्ट सालाना रिटर्न 22.5% रहा. 10 साल के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.0% रहा.
Nifty Smallcap 250
10 साल के दौरान निफ्टी स्मॉलकैप 250 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न -1.8% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 13.3% और बेस्ट सालाना रिटर्न 21.3% रहा. 10 साल के दौरान निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.8% रहे हैं.
NIFTY 500 Multicap 50:25:25
10 साल के दौरान निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स का सबसे खराब सालाना रिटर्न 2.2% रहा है, जबकि एवरेज रिटर्न 13.2% और बेस्ट सालाना रिटर्न 18.9% रहा. 10 साल के दौरान निफ्टी 500 मल्टीकैप 50:25:25 इंडेक्स में नुकसान के चांस 0.0% रहे हैं.
(नोट : इस एनालिसिस में माना गया है कि एसआईपी हर महीने के पहले वर्किंग डे पर शुरू होती है. दिखाए गए रिटर्न का कैलकुलेशन संबंधित एसआईपी अवधि के अंत में एक्सआईआरआर का उपयोग करके किया गया है. जिसमें एसआईपी अवधि के बाद महीने के पहले वर्किंग डे के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है.)
एनालिसिस से क्या रिजल्ट मिला
इन दिनों मिडकैप और स्मॉलकैप को लेकर ज्यादा चिंता जताई जा रही है. लेकिन इस एनालिसिस से साफ है कि अगर आप एसआईपी को 7 साल तक बनाए रखते हें तो आपके नुकसान की संभावनाएं मिडकैप कैटेगरी में 0 फीसदी और स्मॉलकैप कैटेगी में भी 5.8 फीसदी हैं. जबकि निवेश को 10 साल बनाए रखते हैं तो आपके नुकसान की संभावनाएं मिडकैप कैटेगरी में 0 फीसदी और स्मॉलकैप कैटेगी में भी 0.8 फीसदी हैं. 5 साल में ये संभावनाएं 2.2 फीसदी और 11.7 फीसदी हैं. इसलिए चाहे शादी हो या एसआईपी, अगर आप पहले 7 साल तक इसमें बने रहते हैं, तो आम तौर पर आप भाग्यशाली होते हैं, भले ही आपने किसी अस्थिर शख्स से शादी की हो या स्मॉलकैप में निवेश किया हो.
सबसे खराब साल के बाद का साल कैसा रहा
Nifty 100 के लिए 7 साल की अवधि में जो साल सबसे खराब रहा उसमें 0.8 फीसदी रिटर्न मिला. लेकिन अगर निवेशक पैसा निकालने की बजाय, अपने निवेश में बने रहें तो अगले साल उन्हें अपने एसआईपी अकाउंट पर 15.1 फीसदी रिटर्न मिल गया. Nifty Midcap 150 के लिए सबसे खराब सालाना रिटर्न 0.4 फीसदी रहा, लेकिन उससे अगले साल इस कैटेगरी में 20.4 फीसदी रिटर्न मिल गया. Nifty Smallcap 250 के लिए 7 साल के दौरान जो साल सबसे खराब रहा, उसमें -7.3 फीसदी रिटर्न मिला, लेकिन अगले साल इस कैटेगरी ने 14.8 फीसदी रिटर्न दे दिया. इसी तरह से NIFTY 500 Multicap 50:25:25 के लिए 7 साल की अवधि के दौरान जो साल सबसे खराब रहा, उसमें -2.0 फीसदी रिटर्न मिला. लेकिन इसके अगले साल कैटेगरी में 16.5 फीसदी रिटर्न मिल गया.
(Source : Motilal Oswal AMC)
इस तरह से 10 साल के दैरान Nifty 100 के लिए जो साल सबसे खराब रहा उसमें 2.8 फीसदी रिटर्न मिला. लेकिन अगर निवेशक पैसा निकालने की बजाए बिना एसआईपी किए भी अपने निवेश में बने रहे, तो अगले साल उन्हें अपने एसआईपी अकाउंट पर 13.6 फीसदी रिटर्न मिल गया. Nifty Midcap 150 के लिए सबसे खराब सालाना रिटर्न 4.6 फीसदी रहा, लेकिन उससे अगले साल इस कैटेगरी में 18 फीसदी रिटर्न मिल गया. Nifty Smallcap 250 के लिए 10 साल के दौरान जो साल सबसे खराब रहा, उसमें -1.8 फीसदी रिटर्न मिला, लेकिन अगले साल इस कैटेगरी ने 13.3 फीसदी रिटर्न दे दिया. इसी तरह से NIFTY 500 Multicap 50:25:25 के लिए 10 साल की अवधि के दौरान जो साल सबसे खराब रहा, उसमें 2.2 फीसदी रिटर्न मिला. लेकिन इसके अगले साल कैटेगरी में 14.7 फीसदी रिटर्न मिल गया.
(नोट : किसी भी इंडेक्स या इक्विटी फंड में पुराना रिटर्न आगे भी जारी रहेगा या नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. यह भविष्य में कायम भी रह सकता है और नहीं भी. बाजार में जोखिम होती है, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह लें.)