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SWP: एसडबल्यूपी में एक बार निवेश करके हर महीने एक तय राशि निकाल सकते हैं. (Freepik)
SIP/SWP Strategy for REtirement: आज जब आप नौकरी में हैं और जिस तरह की लाइफ स्टाइल जी रहे हैं, क्या रिटायरमेंट के बाद भी ऐसी जिंदगी जी सकते हैं. अगर यह सवाल आप पढ़ रहे होंगे तो बहुतों के माथे पर चिंता की लकीर खिंच सकती है. अगर आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट की टेंशन से बचे रहें तो समय रहते इसके लिए प्लानिंग कर लें. रिटायरमेंट के लिए कई योजनाएं या स्कीम बाजार में मौजूद हैं, जिनमें से एक म्यूचुअल फंड (Mutaul Funds) भी है. ट्रेडिशनल स्कीम के मुकाबले अगर म्यूचुअल फंड में सही तरीके से प्लानिंग करें तो रिटायरमेंट के बाद टेंशन बहुत हद तक कम हो सकती है. रिटायरमेंट प्लानिंग का एक स्मार्ट तरीका यह भी है कि पहले SIP यानी सिस्टमैटि इन्वेस्टमेंट प्लान और बाद में SWP यानी सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान का विकल्प चुन सकते हैं.
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क्या है SIP+SWP
SIP+SWP स्ट्रैटेजी के तहत आप अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग (Retirement Planning) कर सकते हैं. इसमें जब आप वर्किंग ईयर्स में यानी नौकरी में होते हैं और आपकी अर्निंग इतनी रहती है कि आप उनमें से एक हिस्सा निवेश कर सकते हैं. निवेश के जरिए दौलत में कई गुना इजाफा करने के लिए आप म्यूचुअल फंड SIP (Sip Investment) का विकल्प चुन सकते हैं. SIP में निवेश से कंपाउंडिंग का बेनिफिट भी मिलता है.
वहीं जब रिटायर हो जाते हैं तो आपको सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान यानी SWP (SWP Investment) का विकल्प चुनना होगा. यह अपने हाथ में रेगुलर इनकम पाने का उतना ही प्रभावी तरीका है, जितना कि दौलत बढ़ाने के लिए है SIP होता है. SWP में, आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विद्ड्रॉल अमाउंट और उसके लिए अवधि यानी 10 साल, 20 साल या ज्यादा का विकल्प चुन सकते हैं. जैसे कि आपको 25 साल तक हर महीने 50 हजार रुपये निकालने हैं या 20 साल तक हर महीने 1 लाख रुपये निकालने हैं.
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SWP में एक बार निवेश करके हर महीने एक तय राशि निकाल सकते हैं. इसमें कोई तय राशि निकालने के लिए मंथली के अलावा तिमाही या फिर साल भर का विकल्प चुन सकते हैं. वैसे पेंशन के रूप में राशि चाहें तो मंथली विकल्प बेस्ट है. हालांकि यह आपके एसआईपी के जरिए तैयार फंड पर निर्भर करेगा कि आप एसडबल्यूपी के जरिए कितना फायदा पा सकते हैं.
इसलिए नौकरी के समय अगर आप अनुशासित तरीके से SIP में निवेश कर बड़ा फंड जमा करते हैं, तो आप रिटायरमेंट पर SWP सुविधा का फायदा ले सकते हैं. अगर SIP नहीं कर पाए तो रिटायरमेंट पर आप मिलने वाले फंड का भी इस्तेमाल इसके लिए कर सकते हैं.
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30 साल की उम्र में निवेश की प्लानिंग
हर महीने SIP: 10,000 रुपये
SIP टेन्योर: 30 साल
SIP पर रिटर्न अनुमान: 12 फीसदी सालाना
SWP पीरियड: 20 साल
SWP पर रिटर्न अनुमान: 8 फीसदी
हर महीने SWP अमाउंट: 2,52,000 रुपये
यहां 20 साल तक आप हर महीने करीब 2.50 लाख रुपये निकाल सकते हैं.
40 साल की उम्र में निवेश की प्लानिंग
हर महीने SIP: 10,000 रुपये
SIP टेन्योर: 20 साल
SIP पर रिटर्न: 12 फीसदी सालाना
SWP पीरियड: 20 साल
SWP पर रिटर्न अनुमान: 8 फीसदी
हर महीने SWP अमाउंट: 75,000 रुपये
यहां 20 साल तक आप हर महीने करीब 75 हजार रुपये निकाल सकते हैं.
50 साल की उम्र में निवेश की प्लानिंग
हर महीने SIP: 10,000 रुपये
SIP टेन्योर: 10 साल
SIP पर रिटर्न: 12 फीसदी सालाना
SWP पीरियड: 20 साल
SWP पर रिटर्न अनुमान: 8 फीसदी
हर महीने SWP अमाउंट: 18,000 रुपये
यहां 20 साल तक आप हर महीने करीब 18 हजार रुपये निकाल सकते हैं.
(सोर्स: बीपीएन फिनकैप)
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टैक्स के नियम (Tax Rules)
इक्विटी: एक साल से अधिक समय तक निवेश रखने पर 1 लाख रुपये से अधिक के लाभ पर 10 फीसदी लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स लगता है. वहीं एक साल से कम समय के निवेया पर 15 फीसदी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स लगता है.
डेट फंड सहित नॉन-इक्विटी: निवेशक की स्लैब दर के अनुसार टैक्स लगाया जाता है (1 अप्रैल, 2023 को या उसके बाद किए गए निवेश के लिए)