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Post Office RD is Risk Free SIP : पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट में रिस्क फ्री रिटर्न के लिए एसआईपी की तरह निवेश किया जा सकता है. (Image : Freepik)
Post Office RD is 'SIP' with Fixed Return : पिछले कुछ अरसे के दौरान शेयर बाजार में आई गिरावट ने इक्विटी में निवेश करने वाले बहुत सारे निवेशकों को परेशान कर दिया है. शेयर्स में सीधे निवेश करने वालों के साथ ही साथ इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले भी परेशान हैं. खास तौर पर स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये पैसे डालने वाले ज्यादातर निवेशकों को पिछले 1 साल में निगेटिव रिटर्न मिले हैं. दरअसल, देश के इक्विटी फंड मार्केट में मौजूद 27 स्मॉल कैप फंड्स में से 26 का एक साल का SIP रिटर्न निगेटिव रहा है. जिस इकलौते स्मॉल कैप फंड का 1 साल का एसआईपी रिटर्न पॉजिटिव है, वह भी इतना कम है कि उसकी तुलना सेविंग अकाउंट के रिटर्न से की जा सकती है.
SIP से निराश निवेशकों के लिए RD हो सकता है ऑप्शन
मौजूदा माहौल में बहुत सारे निवेशक अपनी म्यूचुअल फंड एसआईपी बंद करने की बातें कर रहे हैं. अब उन्हें ऐसा करना चाहिए या नहीं, यह तो एक अलग मुद्दा है, जिस पर अलग से बात करेंगे. लेकिन जो निवेशक बाजार की उथल-पुथल के ऐसे दौर का सामना नहीं करना चाहते और अपने पैसों पर फिक्स्ड रिटर्न पाने की ख्वाहिश रखते हैं, उनके लिए पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स सबसे सुरक्षित मानी जाती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि पोस्ट ऑफिस की हर स्कीम पर सरकार की गारंटी होती है, इसलिए उसमें पैसे डूबने या रिटर्न न मिलने का तो कोई सवाल ही नहीं उठता. अच्छी बात यह है कि पोस्ट ऑफिस में आप चाहें, तो बिलकुल SIP की तरह छोटी-छोटी रकम के जरिये भी निवेश कर सकते हैं. एसआईपी जैसे निवेश की सुविधा वाली पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम आम बोलचाल में आरडी (RD) या रिकरिंग डिपॉजिट कही जाती है.
क्या है पोस्ट ऑफिस की RD स्कीम
पोस्ट ऑफिस की रिकरिंग डिपॉजिट (RD) स्कीम का पूरा नाम है नेशनल सेविंग्स रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट (National Savings Recurring Deposit Account). इसे 5-वर्षीय डाकघर आवर्ती जमा खाता (5-Year Post Office Recurring Deposit Account) भी कहते हैं. इस स्कीम के तहत खोले गए खाते में हर महीने एक निश्चित रकम जमा की जाती है, जिस पर पहले से तय इंटरेस्ट रेट के हिसाब से गारंटीड रिटर्न मिलता है. इस स्कीम के तहत खोले गए अकाउंट की मैच्योरिटी 5 साल या 60 महीने की होती है. लेकिन ग्राहक चाहें तो इसे और 5 साल के लिए एक्सटेंड भी किया जा सकता है.
खाता एक्सटेंड करने के नियम का फायदा
अगर आप पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट को एक्सटेंड कराते हैं, आपको आगे भी उसी रेट से इंटरेस्ट मिलेगा, जो सबसे पहले खाता खोलते समय फिक्स था. यानी अगर पुरानी ब्याज दर बेहतर है, तो आप उसी दर पर और 5 साल के लिए खाता आगे बढ़ा सकते हैं. लेकिन अगर नई दर बेहतर है, तो आप पुराना खाता बंद करके, नई बेहतर ब्याज दर पर एक नया रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट खोल सकते हैं. यानी पोस्ट ऑफिस आरडी को एक्सटेंड करने से जुड़ा यह नियम डिपॉजिटर्स के लिए काफी फायदेमंद है.
पोस्ट ऑफिस RD की मौजूदा ब्याज दर कितनी है
5 साल के पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट की मौजूदा ब्याज दर सालाना 6.7​% है. इस खात में ब्याज की कंपाउंडिंग हर तीन महीने पर होती है. यानी हर तीन महीने में मिले ब्याज को मूलधन में जोड़कर, आगे उस पर भी ब्याज जोड़ा जाता है. इससे ग्राहको को मिलने वाला कुल रिटर्न बढ़ जाता है. पोस्ट ऑफिस आरडी में हर महीने कम से कम 100 रुपये और उसके बाद 10 रुपये के मल्टिपल में कोई भी रकम जमा की जा सकती है. इसमें पैसे जमा करने की कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है.
पोस्ट ऑफिस RD पर रिटर्न का कैलकुलेशन
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट पर मिलने पर रिटर्न को आप नीचे दिए कैलकुलेशन (Post Office RD Return Calculator) की मदद से समझ सकते हैं:
पोस्ट ऑफिस RD पर मौजूदा ब्याज दर : 6.7​% (हर 3 महीने में कंपाउंडिंग)
पोस्ट ऑफिस RD में हर महीने जमा की जाने वाली रकम : 5,000 रुपये
5 साल में जमा की गई कुल रकम : 3 लाख रुपये
5 साल बाद मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम : 3,56,829 रुपये
5 साल में मिला कुल ब्याज : 56,829 रुपये
क्या 5 साल की मैच्योरिटी से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं?
पोस्ट ऑफिस RD अकाउंट को खाता खोले जाने की तारीख के 3 साल बाद भी एप्लीकेशन देकर बंद किया जा सकता है. लेकिन ऐसी स्थिति में जमा रकम पर ब्याज पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की दर से कैलकुलेट किया जाएगा. इस लिहाज से आरडी अकाउंट का प्री-मैच्योर क्लोजर ग्राहकों के लिए घाटे का सौदा साबित हो सकता है. इसकी जगह ग्राहक चाहें, तो बीच में जरूरत पड़ने पर पोस्ट ऑफिस आरडी के साथ मिलने वाली लोन की सुविधा का लाभ ले सकते हैं.
क्या पोस्ट ऑफिस RD अकाउंट पर लोन भी मिलता है?
पोस्ट ऑफिस RD अकाउंट की एक बड़ी खासियत यह है कि इसमें जमा पैसों पर 50% के बराबर रकम लोन के तौर पर ली जा सकती है. यह सुविधा खाता खोलने के एक साल यानी 12 किस्तें जमा करने के बाद मिलती है. इस लोन को एक बार में या मंथली इंस्टालमेंट में वापस किया जा सकता है. इस लोन पर आरडी पर मिल रहे ब्याज से 2% ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. यानी अगर आपको आरडी पर 6.7% ब्याज मिल रहा है, तो आरडी खाते के आधार पर लिए गए लोन पर सालाना 8.7% की दर से ब्याज देना होगा. यह ब्याज लोन की रकम रिलीज किए जाने से लेकर री-पीमेंट की तारीख तक लिया जाएगा.
पोस्ट ऑफिस में RD अकाउंट कौन खोल सकता है?
पोस्ट ऑफिस में कोई भी भारतीय नागरिक अपना खाता खोल सकता है. सिंगल अकाउंट के अलावा ज्वाइंट अकाउंट भी खोले जा सकते हैं.ज्वाइंट अकाउंट में अधिकतम 3 बालिग अकाउंट होल्डर हो सकते हैं. नाबालिग बच्चों के लिए उनके गार्जियन खाता खोल सकते हैं. साथ ही 10 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों के नाम पर भी पोस्ट ऑफिस RD अकाउंट खोला जा सकता है. इसके अलावा एक व्यक्ति चाहे जितने आरडी अकाउंट खोल सकता है.
हर महीने कब तक जमा करनी होगी रकम?
पोस्ट ऑफिस का RD अकाउंट अगर महीने की 15 तारीख तक खोला गया है, तो हर महीने तय रकम 15 तारीख तक जमा करना जरूरी है. अगर खाता 16 तारीख या उसके बाद खोला गया है, तो हर महीने की अंतिम कामकाजी तारीख (last working day) तक पैसे जमा हो जाने चाहिए. देर से पैसे जमा करने पर लेट पेमेंट की पेनाल्टी देनी पड़ती है. लगातार 4 महीने पैसे नहीं जमा होने पर खाता निष्क्रिय (discontinued) हो जाता है, जिसे दो महीने के भीतर बकाया पैसे जमा करके फिर से रिवाइव किया जा सकता है. हर महीने पैसे जमा न करने पर भी खाते को 5 साल तक जारी रखा जा सकता है.
रिस्क के हिसाब से ही मिलता है रिटर्न
कुछ निवेशकों को ऐसा लग सकता है कि पोस्ट ऑफिस के रिकरिंग डिपॉजिट पर मिलने वाला रिटर्न तो इक्विटी म्यूचुअल फंड के SIP के संभावित मुनाफे की तुलना में कुछ भी नहीं है. लेकिन ऐसा सोचना इसलिए सही नहीं है, क्योंकि इक्विटी फंड में हाई रिटर्न की संभावना के साथ हाई रिस्क भी जुड़ा होता है और पूंजी की सुरक्षा और मुनाफे की कोई गारंटी नहीं होती. इन दिनों बहुत सारे इक्विटी फंड्स की एसआईपी पर हो रहा घाटा, इसी का उदाहरण है. वहीं, पोस्ट ऑफिस आरडी में जमा पैसों और उस पर मिलने वाला रिटर्न पूरी तरह से रिस्क-फ्री है. इसलिए जो लोग मार्केट से जुड़ा रिस्क नहीं लेना चाहते और शॉर्ट टर्म लॉस से भी परेशान हो जाते हैं, उन्हें पोस्ट ऑफिस आरडी जैसी स्कीम में निवेश पर विचार करना चाहिए.