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Small Cap vs Mid Cap Funds : 3, 5 और 10 साल में किस फंड कैटेगरी ने दिया ज्यादा रिटर्न? (Image : Freepik)
Small Cap vs Mid Cap Mutual Fund : अलग-अलग मार्केट कैप सेगमेंट्स को रिप्रेजेंट करने वाले इक्विटी फंड्स में स्मॉल कैप और मिड कैप को हाई रिटर्न देने के लिए जाना जाता है. हालांकि मार्केट की उथल-पुथल के दौरान इनमें रिस्क भी अधिक होता है, जो पिछले 1 साल के दौरान दोनों ही कैटेगरी के एवरेज निगेटिव रिटर्न में नजर आता है. लेकिन 3 साल, 5 साल और 10 साल में स्मॉल कैप और मिड कैप, दोनों ही फंड कैटेगरी का एवरेज रिटर्न काफी बढ़िया रहा है. आइए देखते हैं कि रिटर्न के मामले में दोनों फंड कैटेगरीज में कौन आगे रहा है,स्मॉल कैप या मिड कैप?
स्मॉल कैप vs मिड कैप फंड्स का पिछला प्रदर्शन
स्मॉल कैप और मिड कैप म्यूचुअल फंड्स के पिछले 3, 5 और 10 साल के कैटेगरी एवरेज के आंकड़े काफी दिलचस्प हैं. इनसे हमें क्या पता चलता है, इस पर आगे बात करेंगे. पहले डालते हैं इन आंकड़ों पर एक नजर.
3 साल का औसत सालाना रिटर्न
स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न : 20.86 %
मिड कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न : 20.96 %
5 साल का औसत सालाना रिटर्न
स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न : 28.75 %
मिड कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न : 26.38 %
10 साल का औसत सालाना रिटर्न
स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न : 17.24 %
मिड कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न : 16.29 %
(सोर्स : वैल्यू रिसर्च, 23 सितंबर 2025 तक अपडेटेड आंकड़े)
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5 और 10 साल के रिटर्न में स्मॉल कैप आगे
पिछले 3 साल के रिटर्न के आंकड़ों में मिड कैप और स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का एवरेज लगभग बराबर रहा है. इस दौरान स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न 20.86% और मिड कैप का कैटेगरी रिटर्न उससे थोड़ा बेहतर 20.96% रहा है. लेकिन 5 और 10 साल के कैटेगरी एवरेज में स्मॉल कैप फंड आगे हैं. पिछले 5 साल में स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का एवरेज रिटर्न 28.75 % और मिड कैप कैटेगरी का औसत रिटर्न 26.38% रहा है. वहीं, 10 साल में स्मॉल कैप फंड कैटेगरी ने औसतन 17.24% और मिड कैप कैटेगरी ने 16.29% का एवरेज रिटर्न दिया है.
रिटर्न के साथ रिस्क भी समझ लें
हालांकि 3 साल से लेकर 10 साल तक के कैटेगरी एवरेज में स्मॉल कैप और मिड कैप इक्विटी फंड्स के आकर्षक रिटर्न साफ नजर आ रहे हैं, लेकिन इन आंकड़ों से पूरी तस्वीर साफ नहीं होती. इन दोनों कैटेगरी के इक्विटी फंड्स में निवेश शॉर्ट टर्म में कितना रिस्की होता है, इसका अंदाजा इनके पिछले 1 साल के निगेटिव रिटर्न को देखकर लगाया जा सकता है. पिछले एक साल में स्मॉल कैप फंड कैटेगरी का रिटर्न माइनस (-) 6.54% और मिड कैप कैटेगरी का रिटर्न माइनस (-) 3.94% रहा है.
हाई रिस्क, हाई रिटर्न इनवेस्टमेंट
स्मॉल कैप और मिड कैप इक्विटी फंड्स को हाई रिटर्न, हाई रिस्क इनवेस्टमेंट कहा जा सकता है. रिस्कोमीटर पर भी इन दोनों कैटेगरी के सभी फंड्स को वेरी हाई रिस्क यानी बहुत अधिक जोखिम की रेटिंग ही दी जाती है. ऊपर दिए आंकड़ों से यह भी साफ है कि मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स में लंबी अवधि के लिए निवेश करने की सलाह क्यों दी जाती है.
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किन्हें करना चाहिए निवेश
ऊपर दिए आंकड़ों से ही कुछ बातें साफ होती हैं. पहली बात तो ये कि स्मॉल कैप और मिड कैप इक्विटी फंड्स में निवेश उन्हीं लोगों को करना चाहिए, जो ऊंचा रिटर्न पाने के लिए मार्केट से जुड़ा हाई रिस्क लेने को तैयार हैं. दूसरी बात ये कि इनमें पैसे हमेशा लॉन्ग टर्म के लिए ही इनवेस्ट करने चाहिए. यह समझना भी जरूरी है कि इक्विटी फंड्स में पिछला रिटर्न आगे भी जारी रहेगा, इसकी कोई गारंटी नहीं है. इसलिए निवेश से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को हमेशा ध्यान में रखें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला स्कीम अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह-मशविरा करने के बाद ही करें)