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Smallcap Funds Return: बीते फाइनेंशियल ईयर में स्मॉलकैप फंड रिटर्न देने के मामले में इक्विटी कैटेगरी में नंबर 1 साबित हुए हैं. (Pixabay)
Smallcap Mutual Funds Performance in FY24 : स्मॉलकैप शेयर आजकल चर्चा में हैं. बीते 1 साल के दौरान इन्होंने आउटपरफॉर्म किया है. बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स (Smallcap Stocks in FY24) ने फाइनेंशियल ईयर 2024 में करीब 65 फीसदी रिटर्न दिया है; जबकि लार्जकैप का रिटर्न 25 फीसदी रहा है. इस दौरान कई स्मॉलकैप स्टॉक में 100 फीसदी या इससे ज्यादा तेजी आई है. फिलहाल स्मॉलकैप की इस तेजी का फायदा म्यूचुअल फंड निवेशकों (Mutual Fund Investors) को भी मिला है. बीते फाइनेंशियल ईयर में स्मॉलकैप फंड रिटर्न देने के मामले में इक्विटी कैटेगरी में नंबर 1 साबित हुए हैं.
स्मॉलकैप फंड सबसे ऊपर
1 साल में रिटर्न देने के मामले में स्मॉलकैप फंड का प्रदर्शन दूसरे इक्विटी फंड कैटेगरी से बेहतर रहा है. इनका असैसत रिटर्न 53 फीसदी रहा. नीचे हमने अलग अलग इक्विटी कैटेगरी में 1 साल का औसत रिटर्न दिया है.
स्मॉलकैप फंड: 53 फीसदी
मिडकैप फंड: 52.60 फीसदी
लार्जकैप फंड: 41 फीसदी
लार्ज एंड मिडकैप फंड: 44 फीसदी
फ्लेक्सी कैप फंड: 39.67 फीसदी
मल्टीकैप फंड: 45.62 फीसदी
ईएलएसएस: 39.37 फीसदी
वैल्यू ओरिएंटेड: 50 फीसदी
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FY24 में टॉप रिटर्न वाली 10 स्कीम (Top Small Cap Funds)
1. Quant Small Cap: 68%
2. Nippon India Small Cap: 57%
3. Invesco India Smallcap: 55%
4. Bank of India Small Cap: 51%
5. Edelweiss Small Cap: 50%
6. HSBC Small Cap: 49%
7. ICICI Pru Smallcap: 43%
8. Axis Small Cap: 41%
9. Canara Robeco Small Cap: 41%
10. Tata Small Cap: 41%
(source: value research)
छोटी कंपनियों के शेयर क्यों चढ़े
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर सुनील न्याति ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में सेंसेक्स की तुलना में छोटी कंपनी के शेयरों का बेहतर प्रदर्शन भारतीय घरेलू बाजार की गतिशील प्रकृति और निवेशकों को प्रदान किए जाने वाले विविध अवसरों को दर्शाता है. बाजार के विश्लेषकों के अनुसार, छोटी कंपनियों के शेयर आमतौर पर स्थानीय निवेशकों द्वारा खरीदे जाते हैं, जबकि विदेशी निवेशक बड़ी कंपनियों के शेयर पर ध्यान केंद्रित करते हैं. हेज फंड हेडोनोवा में सीआईओ सुमन बनर्जी ने कहा कि निवेशकों के सेंटीमेंट में यह बदलाव भारत में मजबूत व्यापक आर्थिक स्थितियों से प्रेरित है. यह परंपरागत रूप से आर्थिक विस्तार की अवधि के दौरान छोटी कंपनियों के शेयरों में तेज ग्रोथ को बढ़ावा देता है.
क्या होते हैं स्मॉलकैप फंड
स्मॉलकैप फंड की बात करें तो ये मार्केट कैप के लिहाज से स्मॉल कैप कंपनियों के स्टॉक और इक्विटी-रिलेटेड विकल्पों में निवेश करते हैं. सेबी के अनुसार, मिड कैप कंपनियां, मार्केट कैपिटलाइजेशन में 250 से 500 के बीच रैंक की जाती हैं. ये फंड आमतौर पर लार्ज-कैप और मिडकैप फंडों की तुलना में बेहतर रिटर्न देते हैं लेकिन उनकी तुलना में इसमें अस्थिरता ज्यादा होती है. बाजार में गिरावट आने पर स्मॉलकैप में गिरावट दूसरे सेगमेंट की तुलना में ज्यादा हो सकती है. उसी तरह तेजी आने पर ये लार्जकैप या मिडकैप की तुलना में ज्यादा रिटर्न भी देते हैं. फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह ली जाए तो ये रिस्क और रिटर्न का सही संयोजन हो सकते हैं.
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स्मॉलकैप फंड में किसे करना चाहिए निवेश
अगर आप बाजार का रिस्क लेने को तैयार हैं और आपके निवेश का लक्ष्य कम से कम 7 साल से 10 साल का है तो स्मॉलकैप फंड हाई रिटर्न पाने के लिए बेहतर विकल्प माने जाते हैं. लंबी अवधि तक निवेश बनाए रहने से बाजार का जोखिम कम हो जाता है. इनका एवरेज रिटर्न बेहतर हो जाता है. ऐसे में अगर युवा हैं और रिस्क लेने को तैयार हैं, तो आप फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेकर इन स्कीम में निवेश कर सकते हैं. फाइनेंशियल एडवाइजर अपनी रिसर्च के आधार पर सही स्कीम चुनने में मदद करते हैं.
(Disclaimer: यहां हमने इक्विटी सेगमेंट और म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन के आधार पर जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. म्यूचुअल फंड बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)