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Investment : पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) लंबी अवधि के निवेश को बढ़ावा देनी वाली हैं. दोनों में 15 साल निवेश के विकल्प हैं. (pixabay)
Post Office Best Small Savings Scheme : इक्विटी मार्केट में लगातार घाटा सह रहे निवेशकों में घबराहत है, जिसके चलते एक बार फिर सरकारी निवेश योजनाओं का आकर्षण बढ़ा है. डाकघर की बचत योजनाएं न सिर्फ पूरी तरह से सुरक्षित हैं और बाजार के गिरावट का उन पर कोई असर नहीं होता, वहीं इनमें बेहतर ब्याज भी मिल रहा है. स्मॉल सेविंग्स स्कीम में भी लॉन्ग टर्म निवेश के विकल्प मौजूद हैं, जिसके जरिए भविष्य में बड़ा कॉर्पस तैयार किया जा सकता है.
इनमें 2 स्कीम पब्लिक प्रोविडेंट फंड ( Public Provident Fund) और सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) प्रमुख रूप से लंबी अवधि के निवेश को बढ़ावा देनी वाली हैं. दोनों ही स्कीम में 15 साल निवेश के विकल्प हैं. अगर आप भी लंबी अवधि का सोचकर 15 साल के लिए निवेश का प्लान कर रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि कहां ज्यादा फायदा होगा.
PPF और SSY
पब्लिक प्रोविडेंट फंड और सुकन्या समृद्धि योजना दोनों ही सरकारी स्कीम हैं और देश के किसी भी डाकघर में इसके लिए खाता खुलवा सकते हैं.
दोनों ही स्कीम लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को ध्यान में रखकर डिजाइन की गई हैं, जिससे आप अपने कई तरह के फाइनेंशियल टारगेट पूरे कर सकते हैं.
दोनों स्कीम में एक वित्त वर्ष में अधिकतम 1.50 रुपये तक जमा करने की सुविधा है, जिसे मंथली बेसिस पर भी किया जा सकता है. मंथली बेसिस पर दोनों स्कीम में 12500 रुपये निवेश करें तो एक साल में 1.50 लाख की लिमिट टच हो जाएगी.
पीपीएफ में 15 साल तक पैसा जमा करना होता है, मैच्योरिटी भी 15 साल की है. सुकन्या समृद्धि स्कीम में भी 15 साल ही आपको निवेश करना है, हालांकि खाता 21 साल पर मैच्योर होगा.
टैक्स फ्री हैं दोनों स्कीम
सुकन्या समृद्धि योजना और पीपीएफ टैक्स फ्री स्कीम है. इन पर EEE यानी तीन अलग-अलग स्तर पर टैक्स छूट मिलता है. पहला इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 सी के तहत 1.50 लाख तक सालाना निवेश पर छूट. दूसरा इससे मिलने वाले रिटर्न पर टैक्स नहीं लगता. तीसरा मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स फ्री है.
PPF कैलकुलेटर
अधिकतम मंथली जमा: 12,500 रुपये
अधिकतम सालाना जमा: 1,50,000 रुपये
ब्याज दर: 7.1 फीसदी सालाना कंपांउंडिंग
15 साल बाद मेच्योरिटी पर रकम: 40,68,209 रुपये
कुल निवेश: 22,50,000
ब्याज का फायदा: 18,18,209 रुपये
SSY कैलकुलेटर
SSY पर ब्याज: 8.2 फीसदी सालाना
1 वित्त वर्ष में जमा की अधिकतम लिमिट: 1.50 लाख रुपये
(मंथली अधिकतम 12,500 रुपये भी जमा कर सकते हैं)
15 साल में निवेश: 22,50,000 रुपये
21 साल की मैच्योरिटी पर कुल अमाउंट: 69,80,100 रुपये
ब्याज का फायदा: 47,30,100 रुपये
एक समान निवेश, लेकिन मुनाफे में अंतर
कैलकुलेशन से साफ है कि दोनों ही योजनाओं में एक निवेशक के तौर पर आप 15 साल में अधिकतम 22.50 लाख रुपये जमा कर सकते हैं. पीपीएफ स्कीम 15 साल बाद ही मैच्योर हो जाती है और मैच्योरिटी पर आपको करीब 40.68 लाख रुपये मिलते हैं. यानी इसमें ब्याज का फायदा करीब 18.18 लाख रुपये होता है.
जबकि सुकन्या समृद्धि योजना में 15 साल में आप पीपीएफ के बराबर ही अधिकतम 22.50 लाख रुपये जमा करते हैं. लेकिन स्कीम 6 साल बाद मैच्योर होती है, इसलिए इसमें कंपाउंडिंग जुड़ने से फायदा बढ़ जाता है. एसएसाई में आपको तय अधिकतम लिमिट में निवेश करने पर 69.80 लाख रुपये का फंड मैच्योरिटी के बाद मिलता है, यानी ब्याज का फायदा 47.30 लाख से ज्यादा होता है.
(source : india post)