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Tata AMC को GIFT सिटी में India Dynamic Equity Fund लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है. (AI Generated Image)
Tata India Dynamic Equity Fund at GIFT City : टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी को इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विसेज सेंटर्स अथॉरिटी (IFSCA) से GIFT सिटी में "टाटा इंडिया डायनैमिक इक्विटी फंड" लॉन्च करने की मंजूरी मिल गई है. भारत की ग्रोथ स्टोरी तक ग्लोबल निवेशकों की पहुंच बनाने वाले इस फंड में निवेश की शुरुआत 500 अमेरिकी डॉलर से की जा सकती है.
ग्लोबल निवेशकों के लिए आसान रास्ता
यह नया डायनैमिक इक्विटी फंड (Tata India Dynamic Equity Fund - GIFT IFSC) ग्लोबल रिटेल इन्वेस्टर्स को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. यह एक इनबाउंड फीडर फंड होगा, जो म्यूचुअल फंड इक्विटी स्कीम्स और एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में निवेश करेगा. यानी अंतरराष्ट्रीय निवेशकों और एनआरआई को एक ही प्लेटफॉर्म के जरिये भारतीय इक्विटी मार्केट में निवेश का मौका मिलेगा.
टाटा एसेट मैनेजमेंट के सीईओ और एमडी प्रथित भोबे का कहना है कि यह फंड एनआरआई और विदेशी निवेशकों को भारतीय कैपिटल मार्केट से जोड़ने का बेहतर तरीका साबित होगा. उनका मानना है कि भारत डेमोग्राफिक्स, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर और इकॉनमिक फॉर्मलाइजेशन की वजह से मल्टी-डिकेड ग्रोथ साइकिल के मुहाने पर खड़ा है. ग्लोबल निवेशकों को ग्रोथ के इस मौके से जोड़ने में GIFT सिटी की अहम भूमिका होगी.
क्या है डायनैमिक एसेट एलोकेशन स्ट्रैटजी
इस फंड की सबसे बड़ी खासियत इसकी डायनैमिक एसेट एलोकेशन स्ट्रैटेजी है. इसका मतलब ये है कि इसमें फंड का एलोकेशन बाजार के हालात को देखते हुए किया जाएगा, जिससे लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक्स समेत सभी एसेट्स में बैलेंस्ड तरीके से निवेश किया जा सके. इसके अलावा यह फंड टेक्नोलॉजी, एनर्जी और हेल्थकेयर जैसे उभरते सेक्टर्स में भी निवेश के मौके ढूंढेगा.
टाटा एसेट मैनेजमेंट के हेड-इंटरनेशनल बिजनेस अभिनव शर्मा ने इस फंड की निवेश रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि "टाटा इंडिया डायनैमिक इक्विटी फंड बाजार के हालात के अनुसार ब्रॉड-बेस्ड फंड्स में 50 से 100 प्रतिशत तक और सेक्टोरल व थीमैटिक अपॉर्च्युनिटीज में 0 से 50 प्रतिशत तक निवेश करेगा. इसका मकसद निवेशकों को भारत की ग्रोथ स्टोरी में डायवर्सिफाइड एक्सपोजर देना और फ्लेक्सिबिलिटी बनाए रखना है."
निवेशकों को मिलेगा टैक्स बेनिफिट
विदेशी निवेशकों के लिए इस फंड की एक और बड़ी खूबी है टैक्स में छूट. इसमें निवेश से होने वाली आमदनी पर भारत में कोई टैक्स नहीं लगेगा. निवेशकों को सिर्फ अपने देश के टैक्स नियमों के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा. यानी यह भारतीय इक्विटी में निवेश करने का टैक्स-एफिशिएंट तरीका है.
NRI और विदेशी निवेशकों के लिए मौका
यह फंड न केवल व्यक्तिगत निवेशकों बल्कि विदेशी संस्थाओं, एनआरआई और ओवरसीज सिटिजंस ऑफ इंडिया (OCI) के लिए भी खुला होगा. FATF स्टैंडर्ड्स को मानने वाले देशों के निवेशक इसमें हिस्सा ले सकेंगे.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला स्कीम अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह-मशविरा करने के बाद ही करें)