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Mutual Fund Magic: 5 साल में पैसे 4 से 7 गुना करने वाली 10 स्कीम, इन म्यूचुअल फंड्स ने कैसे किया ये कमाल?

Top 10 Small Cap Funds: कम से कम 10 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स स्कीम्स ऐसी हैं, जिन्होंने 5 साल में निवेशकों की पूंजी को 4 से 7 गुना तक कर दिखाया है. क्या है इन फंड्स की खासियत?

Top 10 Small Cap Funds: कम से कम 10 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स स्कीम्स ऐसी हैं, जिन्होंने 5 साल में निवेशकों की पूंजी को 4 से 7 गुना तक कर दिखाया है. क्या है इन फंड्स की खासियत?

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Viplav Rahi
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Top 10 Small Cap Mutual Funds ने सिर्फ 5 साल में निवेशकों के पैसे 4 गुना से लेकर 7 गुना तक कर दिए हैं. (Image : Freepik)

Wealth Multiplier Small Cap Mutual Funds: सिर्फ 5 साल में निवेशकों के पैसे 4 गुना से लेकर 7 गुना तक हो जाएं, तो भला इससे बेहतर क्या हो सकता है. ये कमाल टॉप 10 स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स ने कर दिखाया है. इन स्मॉल कैप स्कीम्स के रिटर्न के आंकड़े बताते हैं कि इनके फंड मैनेजर्स पिछले 5 साल में अपने निवेशकों को मालामाल करने में बेहद कामयाब रहे हैं. आपको इन 10 स्कीम्स के बारे में आगे बताएंगे, लेकिन उससे पहले स्मॉल कैप फंड्स की खूबियों के बारे में और जानकारी ले लेते हैं.

स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स की परिभाषा

सेबी की परिभाषा के मुताबिक किसी भी स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड के लिए अपने कुल एसेट्स का कम से कम 65% हिस्सा स्मॉल कैप कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है. ये कंपनियां आमतौर पर बाजार पूंजीकरण (Market Capitalization) के आधार पर टॉप 250 कंपनियों से बाहर होती हैं और उनकी मार्केट वैल्यू 100 करोड़ रुपये से कम होती है.

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स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स की खूबियां

  • हाई ग्रोथ पोटेंशियल: स्मॉल कैप कंपनियां अपने विकास के शुरुआती चरण में होती हैं, जिससे उनमें तेजी से बढ़ने की क्षमता होती है.

  • जोखिम और उतार-चढ़ाव: इन कंपनियों में निवेश ज्यादा रिस्की यानी जोखिम भरा होता है क्योंकि ये बाजार की स्थितियों पर अधिक निर्भर करती हैं.

  • बुल और बियर मार्केट पर असर: बुल मार्केट यानी तेजी के दौरान ये फंड्स मिड और लार्ज कैप फंड्स से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं, जबकि बियर मार्केट यानी गिरावट के दौर में इनका प्रदर्शन कमजोर हो सकता है.

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5 साल में 4 से 7 गुना रिटर्न देने वाली 10 स्कीम्स

फंड का नाम (डायरेक्ट प्लान)

सालाना रिटर्न (CAGR)

1 लाख रुपये की 5 साल में वैल्यू

Quant Small Cap Fund

47.82%

7,05,690 रुपये

Bank of India Small Cap Fund

39.62%

5,31,508 रुपये

Nippon India Small Cap Fund

37.03%

4,84,032 रुपये

Canara Robeco Small Cap Fund

36.07%

4,67,328 रुपये

Edelweiss Small Cap Fund

35.12%

4,51,079 रुपये

Tata Small Cap Fund

34.45%

4,40,012 रुपये

Invesco India Small Cap Fund

34.03%

4,33,272 रुपये

Kotak Small Cap Fund

32.67%

4,11,623 रुपये

HSBC Small Cap Fund

32.57%

4,09,811 रुपये

DSP Small Cap Fund

32.05%

4,02,096 रुपये

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स्मॉल कैप फंड्स में निवेश क्यों करें?

स्मॉल कैप फंड्स उन कंपनियों में निवेश करते हैं जो अपने शुरुआती दौर में होती हैं और उनके बिजनेस में आगे चलकर काफी ग्रोथ और डायवर्सिफिकेशन की संभावना रहती है. छोटे बिजनेस के शेयर भी कई बार अंडरवैल्यूड होते हैं. जैसे-जैसे ये कंपनियां विकसित होती हैं, उनके वैल्युएशन में सुधार होता है. लिहाजा, उनमें निवेश करने पर निवेशकों को लंबी अवधि में हाई रिटर्न मिल सकता है. इसके अलावा स्मॉल कैप कंपनियों का कई बार बड़े ग्रुप द्वारा अधिग्रहण भी किया जाता है. ऐसा होने पर भी उनके शेयर की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है.

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निवेश से पहले इन बातों पर दें ध्यान

स्मॉल कैप फंड्स में हाई रिटर्न की संभावना के साथ ही साथ हाई रिस्क भी होता है. इसलिए निवेश करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति और जोखिम उठाने की क्षमता को समझना जरूरी है. किसी भी फंड में निवेश करने से पहले उसके प्रदर्शन का इतिहास, निवेश की रणनीति और पोर्टफोलियो मैनेजर के पिछले रिकॉर्ड के बारे में जानकारी लेनी चाहिए. इसके अलावा स्मॉल कैप फंड्स में निवेश करते समय हमेशा लॉन्ग टर्म नजरिया रखना चाहिए, क्योंकि ये फंड लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न दे सकते हैं. लिहाजा, जो निवेशक अधिक जोखिम लेने को तैयार हैं और दीर्घकालिक नजरिये से निवेश करना चाहते हैं, वे अपने पोर्टफोलियो में स्मॉल कैप फंड्स को शामिल करने पर विचार कर लसकते हैं. हालांकि, पोर्टफोलियो में स्मॉल कैप का हिस्सा 10-15 फीसदी से ज्यादा नहीं रखना चाहिए. साथ ही स्मॉल कैप फंड्स के रिटर्न के पिछले आंकड़ों पर गौर करते समय यह बात भी ध्यान में रखें कि पिछले प्रदर्शन को भविष्य में दोहराने की कोई गारंटी नहीं होती है.

(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश से जुड़े फैसले अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)