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AI का क्या है मतलब? आपके पैसों से जुड़े मामलों में ये कैसे बन सकता है मददगार

What is Artificial Intelligence : एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसी तकनीक है जो मशीनों को इंसानों की तरह सोचने और फैसले लेने में सक्षम बनाती है. ChatGPT, Gemini और Grok जैसे लोकप्रिय ऐप या टूल इसके उदाहरण हैं.

What is Artificial Intelligence : एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसी तकनीक है जो मशीनों को इंसानों की तरह सोचने और फैसले लेने में सक्षम बनाती है. ChatGPT, Gemini और Grok जैसे लोकप्रिय ऐप या टूल इसके उदाहरण हैं.

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Viplav Rahi
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AI न सिर्फ कंपनियों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी निवेश और पैसों से जुड़ी प्लानिंग को आसान बना रहा है. (AI Generated Image )

What is Artificial Intelligence (AI): एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का मतलब है ऐसी तकनीक जो मशीनों को इंसानों की तरह सोचने, सीखने और फैसले लेने में सक्षम बनाती हैं. इसमें मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग जैसी तकनीकें शामिल हैं, जो कंप्यूटर को बड़े वॉल्यूम में डेटा का विश्लेषण करने और उनके आधार पर समझदारी भरे रिएक्शन देने में मदद करती हैं. चैट जीपीटी (ChatGPT), जेमिनी (Gemini), ग्रोक (Grok) जैसे एआई ऐप्स या टूल्स की जबरदस्त लोकप्रियता इस बात का सबूत है कि यह नई तकनीक लोगों को कितनी फायदेमंद लग रही है. 

आपके पैसों से जुड़े मामलों में कैसे काम आ सकता है AI?

पर्सनल फाइनेंस यानी आपके पैसों से जुड़े मामलों में भी AI का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान है. यह न सिर्फ बैंकों और वित्तीय कंपनियों को तेज और सटीक फैसले लेने में मदद करता है, बल्कि आम लोगों के लिए भी यह तकनीक बेहद फायदेमंद साबित हो रही है. साथ ही लोगों को अपने टैक्स से जुड़े फैसले लेने में भी इससे मदद मिलती है.

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ऑटोमेटेड बजटिंग और खर्च पर नजर

AI आधारित ऐप्स और प्लेटफॉर्म्स आज आपके बैंक अकाउंट और ट्रांजैक्शन्स से डेटा लेकर आपके खर्चों को ऑटोमेटिकली क्लासिफाई करते हैं. इससे आपको हर महीने का बजट बनाने, खर्च समझने और पैसों की बचत करने में मदद मिल सकती है. ये ऐप्स आपके खर्च करने के पैटर्न को समझकर पर्सनल फाइनेंस से जुड़ी सलाह भी दे सकते हैं. इस तरह आप अपने पैसों को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं और फालतू खर्चों पर काबू पा सकते हैं.

स्मार्ट इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट

AI निवेश के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव लेकर आया है. अब इनवेस्टमेंट कंपनियां और रिटेल इनवेस्टर्स एल्गोरिदम पर आधारित ट्रेडिंग का सहारा ले सकते हैं, जिसमें प्री-डिफाइन्ड रूल्स के आधार पर बेहतर ढंग से फैसले लिए जा सकते हैं. यहां तक कि अगर निवेशक चाहें तो प्री-डिफाइन्ड रूल्स के आधार पर ऑटोमेटिकली ट्रेडिंग ऑर्डर्स भी दे सकते हैं. इसके अलावा AI सेंटिमेंट एनालिसिस के जरिए यह समझता है कि बाजार की भावना कैसी है – पॉजिटिव, निगेटिव या न्यूट्रल. ये सेंटिमेंट कई बार क्लाइमेट, राजनीतिक घटनाओं, या कॉरपोरेट खबरों से प्रभावित होते हैं. AI इन सब डेटा का विश्लेषण करके आपको निवेश से जुड़ी सलाह दे सकता है.

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क्रेडिट स्कोर तय करने में भूमिका

क्रेडिट स्कोर आम तौर पर लोगों की क्रेडिट हिस्ट्री पर आधारित होता रहा है. लेकिन नए जमाने के AI मॉडल्स क्रेडिट स्कोर तय और अपडेट करने के लिए लोगों के UPI ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन रेंटल पेमेंट्स से लेकर सोशल मीडिया एक्टिविटी तक, तमाम तरह की जानकारियों को जोड़कर लोगों के पूरे फाइनेंशियल बिहेवियर का विश्लेषण कर सकते हैं. इसके जरिये ऐसे लोगों को भी बेहतर ढंग से क्रेडिट स्कोर दिया जा सकता है, जिनकी लंबी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है. कई ऐसे AI आधारित टूल्स हैं, मसलन, Plat.AI, Tribe.AI और Credit Karma, जो लोगों के क्रेडिट स्कोर को रियल टाइम में ट्रैक और अपडेट करते हैं.

फाइनेंशियल बर्ताव का अनुमान

AI के इस्तेमाल से न सिर्फ क्रेडिट रेटिंग तय करने में मदद मिलती है, बल्कि इससे यह अनुमान भी लगाया जा सकता है कि कोई व्यक्ति लोन का भुगतान समय पर कर सकता है या नहीं. इससे बैंक और लेंडर्स को सही फैसले करने में मदद मिलती है और उनके कस्टमर्स को भी क्रेडिट के लिए बेहतर एक्सेस मिल पाता है.

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टैक्सेशन के क्षेत्र में AI की भूमिका 

टैक्सपेयर्स अपने लिए सही टैक्स रिजीम या टैक्स सेविंग एसेट्स का सेलेक्शन करते समय AI आधारित टूल्स की मदद ले सकते हैं. इसके अलावा टैक्स अथॉरिटीज भी ट्रांजैक्शन्स पर नजर रखने और टैक्स रिटर्न की प्रॉसेसिंग समेत कई ऐसे कामों को AI की मदद से काफी तेजी से पूरा कर सकती हैं, जिनमें पुराने तरीकों में काफी वक्त लगता है. रिटर्न जल्दी प्रॉसेस होने पर एलिजिबल टैक्सपेयर्स को अपने रिफंड भी जल्दी और आसानी से मिल जाते हैं.

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स्मार्ट फाइनेंशियल फ्यूचर की ओर

AI ना सिर्फ कंपनियों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी निवेश और पैसे की प्लानिंग को आसान बना रहा है. बजटिंग, खर्च पर नियंत्रण, स्मार्ट इनवेस्टमेंट और बेहतर क्रेडिट स्कोर – ये सब अब कुछ की क्लिक्स में किया जा सकता है. आने वाले दिनों में जैसे-जैसे AI का और ज्यादा विकास होगा, आपकी फाइनेंशियल जिंदगी में इसकी भूमिका और बढ़ने वाली है. इसीलिए जरूरी है कि आप इस नई क्रांतिकारी तकनीक को समझें और उसका सही इस्तेमाल करने के लिए खुद को अच्छी तरह से तैयार करें. 

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