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20 नवंबर 2019 की यह फाइल फोटो उस वक्त ली गई थी, जब डोनाल्ड ट्रंप एपल के सीईओ टिम कुक के साथ टेक्सास में कंपनी का प्लांट देखने गए थे. (File Photo : Reuters)
Trump Tariff on Apple iPhones: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ की तलवार अब खुद अमेरिका की दिग्गज कंपनी ऐपल पर भी तन गई है. ट्रंप ने कहा है कि ऐपल (Apple) अगर भारत में बने iPhone को अमेरिका में बेचती है, तो उसे इंपोर्ट के लिए कम से कम 25% टैरिफ यानी आयात शुल्क देना होगा. ट्रंप का यह बयान ऐपल की उस योजना के खिलाफ है, जिसमें कंपनी ने अमेरिका में अधिकतर iPhone भारत में बनाकर बेचने का ऐलान किया था.
Apple CEO को पहले ही बता दिया था : ट्रंप
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है, "मैंने ऐपल के सीईओ टिम कुक को पहले ही बता दिया था कि अमेरिका में बिकने वाले iPhone अमेरिका में ही बनने चाहिए, न कि भारत या किसी और देश में. अगर ऐसा नहीं हुआ, तो ऐपल को कम से कम 25% टैरिफ देना होगा."
पिछले हफ्ते ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने टिम कुक से कहा है कि ऐपल भारत में मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार केवल तभी करे जब वह भारतीय बाजार के लिए हो. ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है.
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भारत में iPhone प्रोडक्शन पर फोकस
कुछ सप्ताह पहले ऐपल ने कहा था कि अमेरिका में बिकने वाले ज़्यादातर iPhone अब भारत में बनेंगे. कंपनी के सीईओ टिम कुक ने हाल ही में कहा था कि जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले अधिकतर iPhone भारत में बने होंगे. हालांकि ऐपल ने ट्रंप के ताजा बयान पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग क्यों मुश्किल
फिलहाल iPhone की मैन्युफैक्चरिंग मुख्य रूप से चीन, भारत और वियतनाम में होता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में प्रोडक्शन शिफ्ट करना ऐपल के लिए बेहद मुश्किल होगा, क्योंकि वहां कंपनी के पास मजबूत सप्लायर बेस नहीं है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "सप्लाई चेन रातों-रात नहीं बदलती. ऐपल जैसी बड़ी कंपनियां इन फैसलों पर महीनों नहीं, बल्कि वर्षों तक रणनीति बनाती हैं."
फॉक्सकॉन का भारत में नया निवेश
हाल ही में ऐपल के कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन (Foxconn) ने लंदन स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि वह भारत की एक यूनिट में 1.49 बिलियन डॉलर (करीब 12,400 करोड़ रुपये) का निवेश करेगा. यह यूनिट तमिलनाडु के कांचीपुरम जिले में स्थापित होगी, जहां पहले से ऐपल का बड़ा उत्पादन बेस है. पिछले साल अक्टूबर में तमिलनाडु सरकार ने फॉक्सकॉन की इस यूनिट को 13,180 करोड़ रुपये की परियोजना के रूप में मंजूरी दी थी.
भारत बना ऐपल के लिए नया हब
ऐपल अब भारत को iPhone उत्पादन के लिए एक अहम केंद्र के रूप में देख रहा है. कंपनी भारत में लगभग 15% iPhone बनाती है और आने वाले वर्षों में इसे 25% तक बढ़ाने की योजना है. यह भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल की बड़ी सफलता मानी जा रही है.
भारत में ऐपल को PLI स्कीम से बड़ा फायदा
ऐपल और उसके साझेदारों को भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम से सबसे ज़्यादा लाभ मिला है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2022-23 से 2024-25 के बीच भारत सरकार ने इस स्कीम के तहत लगभग 1 अरब डॉलर की सब्सिडी दी है, जिसमें से 75% से अधिक राशि ऐपल के तीन कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स — फॉक्सकॉन, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन — को मिली है. इन कंपनियों को कुल 6,600 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है.