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कुछ चीज़ें ध्यान में रखकर आप ऑनलाइन स्कैम से बच सकते हैं.
राष्ट्रीय भुगतान निगम भारत (NPCI) ने यूज़र्स से डिजिटल भुगतान (Digital Payment) में बढ़ती धोखाधड़ी के प्रति सतर्क रहने की अपील की है. NPCI ने कहा कि धोखेबाज लोग त्योहारों के समय जल्दबाजी में होने वाली खरीदारी का फायदा उठाते हैं.NPCI, जो भारत के खुदरा और डिजिटल भुगतान सिस्टम का प्रबंधन करता है, ने सुरक्षित डिजिटल भुगतान के लिए कुछ सरल सुझाव भी साझा किए हैं.
NPCI के अनुसार, “त्योहारों में लोग खरीदारी और उपहार देने में व्यस्त रहते हैं. ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगह छूट, सीमित समय के ऑफर और कैशबैक जैसी चीज़ें लोगों को जल्दी खरीदारी करने के लिए प्रेरित करती हैं.”
NPCI ने कहा कि कई लोग त्योहारों के समय “टू गुड टू बी ट्रू” जैसी डील पाने के लिए जल्दी-बाजी में निर्णय ले लेते हैं. धोखेबाज इन आदतों का फायदा उठाते हैं और लोगों को फंसाने के लिए चालाक तरीके अपनाते हैं.
NPCI ने कहा, “जैसे-जैसे धोखाधड़ी के तरीके तकनीक के साथ बदलते हैं, थोड़ी जागरूकता और कुछ आसान सावधानियाँ यूज़र्स को सुरक्षित और आसान तरीके से डिजिटल भुगतान का आनंद लेने में मदद कर सकती हैं.”
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त्योहारों में सुरक्षित डिजिटल भुगतान के लिए NPCI की 5 आसान टिप्स ये हैं:
सिर्फ आधिकारिक ऐप्स और वेबसाइट्स पर खरीदारी करें
धोखेबाज (Scammers) सेल के समय नकली वेबसाइट्स और लिंक बनाते हैं ताकि आपकी निजी और भुगतान जानकारी चुरा सकें. हमेशा खुद वेबसाइट का पता टाइप करें या आधिकारिक ऐप का ही इस्तेमाल करें. प्रमोशनल ईमेल, SMS या फॉरवर्ड किए गए मैसेज में आए लिंक पर क्लिक न करें. अजनबी स्रोत से फाइल डाउनलोड न करें या लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि इसमें हानिकारक सॉफ्टवेयर हो सकता है और आपका डिवाइस खतरे में पड़ सकता है.
भुगतान हमेशा प्लेटफ़ॉर्म के भीतर ही करें
कुछ स्कैम आपको शॉपिंग ऐप या साइट के बाहर किसी बाहरी UPI ID या लिंक पर भुगतान करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जिससे सुरक्षा चेक पास नहीं होते. हमेशा आधिकारिक चेकआउट पेज पर ही ट्रांजैक्शन पूरा करें और विक्रेता की जानकारी जरूर जांचें.
फ्री वाउचर्स और कैशबैक ऑफर में सावधान रहें
कुछ मैसेज में रिवॉर्ड, कैशबैक या त्योहार के गिफ्ट का झांसा देकर OTP, अकाउंट डिटेल या छोटी “फीस” मांगी जा सकती है. असली ऑफर कभी भी आपकी निजी जानकारी या पहले से भुगतान नहीं मांगते. किसी भी ऑफर में आगे बढ़ने से पहले अच्छे से सोचे और जाँच पड़ताल करें.
अनपेक्षित OTP रिक्वेस्ट को चेतावनी समझें
कुछ मैसेज में कहा जा सकता है कि आपका पेमेंट फेल हो गया या अकाउंट ब्लॉक हो गया, और OTP मांगकर “समस्या ठीक करने” का झांसा दिया जाता है. OTP सिर्फ उसी ट्रांजैक्शन को कन्फर्म करने के लिए होता है जो यूज़र ने शुरू किया हो. बैंक या पेमेंट ऐप कभी कॉल या मैसेज में OTP नहीं मांगते.
दबाव में आकर कोई कदम न उठाएं
धोखेबाज कहते हैं कि ऑफर जल्दी खत्म हो जाएगा या आपका अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा, ताकि आप जल्दी निर्णय लें. असली प्लेटफ़ॉर्म डर या जल्दी में करने की तरकीब नहीं अपनाते. किसी भी कदम से पहले एक पल रूककर फैसला लें.
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सुरक्षित लेन-देन के लिए ‘Stop, Think, Act’ अपनाएं
अचानक आने वाली रिक्वेस्ट पर रुकें (Stop), जानकारी को सोच-समझकर जांचें (Think), और समझदारी से कदम उठाएं (Act). इस तरीके से आप अपने ट्रांजैक्शन और संवेदनशील जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं.
Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.
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