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Bank Stocks : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा रेपो रेट में कटौती से बैंकिंग सिस्टम के लिए लोन देने की यील्ड पर सीधा असर पड़ेगा. (Pixabay)
Banking Sector Outlook and Top Stocks to Buy : आरबीआई ने कंट्रोल्ड इनफ्लेशन आउटलुक और आर्थिक विकास को सपोर्ट देने की जरूरत का हवाला देते हुए फरवरी 2025 मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट में लंबे समय बाद 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की है. इसके साथ ही माना जा रहा है कि रेपो रेट साइकिल में रिवर्सल शुरू कर दिया है. रेपो रेट में कटौती से बैंकिंग सिस्टम के लिए लोन देने की यील्ड पर सीधा असर पड़ेगा, जिससे मार्जिन और ओवरआल अर्निंग ट्रैजेक्टरी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. फिलहाल आरबीआई द्वारा रेपो रेट कट और रेपो रेट साइकिल में रिवर्सल शुरू करने का फाइनेंशियल सेक्टर पर क्या असर होगा, कौन से स्टॉक इसमें बेनेफिशियरी होंगे, इन सब को लेकर ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने विस्तार से अपनी रिपोर्ट दी है.
तत्काल दिखेगा मार्जिन प्रेशर
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि बैंकिंग सेक्टर में एक महत्वपूर्ण नेट इंटरेस्ट मार्जिन कॉम्प्रेशन देखा गया है, कुछ लेंडर्स पहले से ही 4QFY22 में रिपोर्ट किए गए प्री-रेट-हाइक लेवल से नीचे हैं. इस तरह एमसीएलआर-लिंक्ड लोन के हायर मिक्स के कारण पीएसयू बैंकों के अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में रहने के साथ कई लेंडर्स के लिए मार्जिन के एक फुल साइकिल पूरा करने की उम्मीद है.
रेपो-लिंक्ड लोन में अधिक निवेश वाले निजी बैंकों को ब्याज दरों में कटौती से तत्काल मार्जिन प्रेशर का सामना करना पड़ेगा. इस बीच, AU स्मॉल फाइनेंस बैंक, इंडसइंड बैंक और इक्विटास जैसे फिक्स्ड रेट लोन की अधिक हिस्सेदारी वाले लेंडर अधिक फ्लेक्सीबल होंगे. वहीं, एमसीएलआर-लिंक्ड रीप्राइसिंग से लाभ लेने वाले पीएसयू बैंक, रिलेटिव स्टेबिलिटी प्रदर्शित करने की संभावना रखते हैं.
पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड जैसे अनसिक्योर्ड सेग्मेंट में बढ़ते तनाव के साथ, लेंडर अपना ध्यान सिक्योर्ड लोन देने पर फोकस कर रहे हैं. हाई यील्ड वाले अनसिक्योर्ड लोन ग्रोथ में मंदी इस रूट के जरिए मार्जिन का समर्थन करने की क्षमता को सीमित करती है.
FY26 और FY27 में PAT अनुमान
एलसीआर दिशानिर्देशों के कार्यान्वयन में स्थगन से बैंकों, विशेष रूप से निजी लेंडर्स को राहत मिलती है, जिससे कठिन माहौल में बेहतर लिक्विडिटी मैनेजमेंट संभव हो पाता है. यह रेगुलेटरी फ्लेक्सीबिलिटी, रेगुलेटरी कंप्लाएंस से दबाव को कम करता है और बैंकों के ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस को सपोर्ट करता है. ब्रोकरेज का कहना है कि वित्त वर्ष 2026 में अर्निंग ग्रोथ के निचले स्तर पर पहुंचने की उम्मीद के साथ बैंकिंग सेक्टर का मार्जिन दबाव में रहेगा. निजी बैंकों को FY26 और FY27 में सालाना आधार पर 10.8 फीसदी और 17.2 फीसदी की PAT ग्रोथ देने का अनुमान है, जबकि पीएसयू बैंक इस दौरान 5.6 फीसदी और 11.1 फीसदी की दर से PAT ग्रोथ दे सकते हैं.
फाइनेंशियल सेक्टर : वैल्युएशन और टॉप पिक
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक जैसे-जैसे बैंकिंग सेक्टर रेट साइकिल में बदलाव के दौर से गुजर रहा है, मार्जिन और ओवरआल ग्रोथ में सुधार के आउटलुक पर बारीकी से नजर रखनी होगी. जबकि फरवरी 2025 में 25 बेसिस प्वॉइंट रेट कट का FY25 की चौथी तिमाही के दौरान यील्ड पर सिर्फ आंशिक प्रभाव पड़ेगा, मार्जिन पर पूरा प्रभाव तब दिखेगा, जब बैंक अपने 1QFY26 रिजल्ट रिपोर्ट करेंगे.
ब्रोकरेज के अनुसार जबकि ओवरआल रेट साइकिल के शैलो होने की संभावना है, अप्रैल 2025 की पॉलिसी में आरबीआई द्वारा आगे के रेट एक्शन पर नजर रखना होगा. वित्त वर्ष 2026 में रेपो रेट में और कटौती से लोन यील्ड और मार्जिन पर दबाव पड़ने की उम्मीद है, जबकि फंड की लागत में देरी होगी.
ब्रोकरेज के अनुसार एलसीआर गाइडलाइन का स्थगन बैंकिंग सिस्टम, विशेष रूप से चुनिंदा निजी बैंकों को एक महत्वपूर्ण राहत प्रदान करता है, जिससे उन्हें चुनौतीपूर्ण माहौल के दौरान लिक्विडिटी को अधिक प्रभावी ढंग से मैनेज करने की अनुमति मिलती है. यह रेगुलेटरी फ्लेक्सीबिलिटी, रेगुलेटरी कंप्लाएंस से दबाव को कम करता है और अधिक स्थिर ऑपरेटिंग एन्वायरमेंट को बढ़ावा देता है.
बैंकिंग सिस्टम मार्जिन में और कमी?
ब्रोकरेज हाउस को उम्मीद है कि अगली कुछ तिमाहियों में बैंकिंग सिस्टम मार्जिन में और कमी आएगी और FY26E में अर्निंग ग्रोथ रेट निचले स्तर पर पहुंच जाएगी. ब्रोकरेज का कहना है कि उसकी बैंकिंग कवरेज यूनिवर्स की अर्निंग FY25, FY26 और 27E में 13.5 फीसदी, 8.4 फीसदी और 14.4 फीसदी सालाना बढ़ने की संभावना है. ब्रोकरेज हाउस ने आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक को अपना टॉप पिक बताया है.
स्टॉक : रेटिंग और टारगेट प्राइस
ICICI Bank
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 1,550 रुपये
रिटर्न अनुमान : 22%
HDFC Bank
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 2,050 रुपये
रिटर्न अनुमान : 17%
Axis Bank
रेटिंग : Neutral
टारगेट प्राइस : 1,175 रुपये
रिटर्न अनुमान : 15%
IndusInd Bank
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 1,200 रुपये
रिटर्न अनुमान : 13%
फेडरल बैंक
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 225 रुपये
रिटर्न अनुमान : 22%
AUBANK
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 730 रुपये
टारगेट प्राइस : 24%
SBI
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 925 रुपये
रिटर्न अनुमान : 23%
PNB
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 125 रुपये
रिटर्न अनुमान : 25%
BOB
रेटिंग : Neutral
टारगेट प्राइस : 250 रुपये
रिटर्न अनुमान : 14%
(Disclaimer: शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)