/financial-express-hindi/media/media_files/2025/07/14/gold-rate-today-14-july-2025-freepik-2025-07-14-19-33-21.jpg)
Gold Silver Price Today : मंगलवार को सोने और चांदी दोनों में अच्छी-खासी तेजी नजर आई. (Image : Freepik)
Gold Rate Today, Sone Chandi Ka Bhav Aaj Ka : सोने और चांदी के दामों में मंगलवार को जोरदार तेजी देखने को मिली. दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 600 रुपये उछलकर 1,00,770 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया. वहीं चांदी ने तो मानो रफ्तार पकड़ ली और 3,000 रुपये चढ़कर 1,18,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई. कमजोर रुपया, ग्लोबल मार्केट्स से मिले सकारात्मक संकेत और जियो-पोलिटिकल टेंशन इस तेजी की बड़ी वजह बने. अब सवाल उठता है कि आगे सोने-चांदी का रुझान कैसा रहेगा?
सोने में तेजी के प्रमुख कारण
सोने की कीमतों में मजबूती की अहम वजह रुपये की कमजोरी रही. मंगलवार को रुपया 12 पैसे गिरकर 87.68 पर बंद हुआ. वहीं, अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की योजना की खबर से घरेलू बाजारों में दबाव बना. इसका असर रुपये पर पड़ा और सोने को सपोर्ट मिला. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोना मजबूती के साथ कारोबार कर रहा है. न्यूयॉर्क में स्पॉट गोल्ड 0.37% बढ़कर 3,378.37 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड कर रहा है.
चांदी में जबरदस्त उछाल
सोने के साथ-साथ चांदी भी तेजी से उछली है. सोमवार को जहां यह 1,15,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी, वहीं मंगलवार को 3,000 रुपये चढ़कर 1,18,000 रुपये पर पहुंच गई. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी 0.21% गिरकर 38.48 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी.
अमेरिका में फेडरल रिजर्व पर दबाव
सोने में तेजी की दूसरी बड़ी वजह अमेरिका की राजनीति रही. HDFC सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट (कमोडिटीज) सौमिल गांधी ने कहा, "सोने की कीमतें इसलिए बढ़ीं क्योंकि निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प तलाशना शुरू किया. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेडरल रिजर्व की गवर्नर लिसा कुक को हटाने का फैसला किया, जिससे केंद्रीय बैंक की स्वतंत्रता पर सवाल उठे हैं."
उन्होंने आगे कहा कि ट्रंप का यह कदम फेड पर ब्याज दरें घटाने के लिए अतिरिक्त दबाव बना रहा है, और ब्याज दरों में कटौती आम तौर पर सोने के लिए फायदेमंद होती है.
डॉलर की कमजोरी और निवेशकों का भरोसा
कोटक सिक्योरिटीज की AVP कमोडिटी रिसर्च कायनात चैनवाला ने कहा, "स्पॉट गोल्ड में उछाल की बड़ी वजह डॉलर की कमजोरी रही. फेडरल रिजर्व की स्वतंत्रता को लेकर चिंता बढ़ने से डॉलर कमजोर हुआ और इसका सीधा फायदा सोने को मिला."
वहीं, अबान्स फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिन्तन मेहता ने कहा, "ट्रंप का भारत पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने का फैसला और रूस-यूक्रेन युद्ध की अनिश्चितता ने ट्रेडर्स को सतर्क कर दिया है. यही वजह है कि निवेशक सोने जैसे सुरक्षित एसेट की ओर रुख कर रहे हैं."
सेंट्रल बैंकों की खरीद का भी असर
हाल ही में चीन और तुर्की जैसे देशों के सेंट्रल बैंक लगातार सोने का भंडार बढ़ा रहे हैं, जिससे कीमतों को और सपोर्ट मिल रहा है. साथ ही, निवेशकों की निगाह अब अमेरिका के रोजगार से जुड़े आंकड़ों और जीडीपी के रिविजन पर होगी. इनसे यह संकेत मिल सकता है कि फेड ब्याज दरों में कटौती कब करेगा.
आगे क्या रहेगा रुझान
LKP सिक्योरिटीज के वीपी रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, "सोना फिलहाल रेंज-बाउंड लेकिन उतार-चढ़ाव भरे सत्र में है. कॉमेक्स पर 6 डॉलर और एमसीएक्स पर 200 रुपये की तेजी देखने को मिली. बाजार का ध्यान अब अगले हफ्ते के अमेरिकी रोजगार डेटा और नॉन-फार्म पेरोल्स पर होगा. इसके साथ ही सितंबर में फेड रेट कट की उम्मीदें भी बनी हुई हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध की अनिश्चितता और शांति वार्ता की सुस्ती से भी उतार-चढ़ाव बना रहेगा. कुल मिलाकर सोना पॉजिटिव बायस के साथ 99,000 से 1,02,000 रुपये के दायरे में रह सकता है."
सोने और चांदी की मौजूदा तेजी सिर्फ घरेलू कारणों से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों से भी जुड़ी हुई है. अमेरिकी राजनीति, डॉलर की कमजोरी, सेंट्रल बैंकों की खरीद और जियो-पोलिटिकल टेंशन ने मिलकर इनकी कीमतों को नई ऊंचाई दी है. ऐसे में निवेशकों की निगाहें अब आने वाले अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और फेड की अगली चाल पर रहेंगी, जो सोने-चांदी की दिशा तय करेंगे.