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Gold Hits Fresh Peak : सोने की कीमतों में गुरुवार को जोरदार उछाल देखने को मिला. (Image : Pixabay)
Gold Bull Run continues, Hits Fresh Peak : सोने की कीमतों में गुरुवार को फिर से जोरदार उछाल देखने को मिला और यह 86,070 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए ऑलटाइम हाई लेवल पर पहुंच गया. लगातार बढ़ रही कीमतों के पीछे कमजोर रुपये, शेयर बाजार में गिरावट और मजबूत ग्लोबल इंडिकेटर्स को प्रमुख कारण बताया जा रहा है. अब बाजार की नजर शुक्रवार को आने वाली रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की (RBI) की मॉनेटरी पॉलिसी और अमेरिका के नॉन-फार्म पेरोल डेटा पर टिकी है, जिससे सोने की कीमतों की अगली दिशा तय होगी.
सोने ने बनाया 86,070 रुपये का नया रिकॉर्ड
राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 270 रुपये बढ़कर 86,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई. इसी तरह, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी बढ़कर 85,670 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. इससे पहले मंगलवार को यह 85,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. दिल्ली में विधानसभा चुनावों के कारण बुधवार को बुलियन बाजार बंद था.
विशेषज्ञों के अनुसार, घरेलू ज्वैलर्स की ओर से लगातार खरीदारी, रुपये की कमजोरी और शेयर बाजार में गिरावट से सोने की कीमतों में तेजी आई है. इस साल अब तक सोने की कीमत 6,680 रुपये यानी 8.41 प्रतिशत बढ़ चुकी है. हालांकि, चांदी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं देखा गया और यह 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी रही.
RBI पॉलिसी पर बाजार की नजर
गुरुवार को रुपये में भी भारी कमजोरी देखने को मिली और यह 14 पैसे गिरकर 87.57 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की शुक्रवार को होने वाली मौद्रिक नीति बैठक से पहले ब्याज दरों में कटौती की अटकलों ने रुपये पर दबाव बढ़ाया है. चूंकि भारत अपनी जरूरत का अधिकांश सोना आयात करता है, इसलिए रुपये की कमजोरी से सोने के आयात पर असर पड़ता है और कीमतें बढ़ती हैं.
वायदा बाजार में आई गिरावट
हालांकि हाजिर बाजार में सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहीं, लेकिन मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल डिलीवरी वाला सोना 41 रुपये गिरकर 84,526 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा और आने वाले दिनों में अमेरिकी अर्थव्यवस्था से जुड़े प्रमुख आंकड़े सोने के रुझान को प्रभावित कर सकते हैं.
LKP सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट और रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी ने कहा, "बाजार भागीदारों की नजर अब RBI की मौद्रिक नीति और शुक्रवार को जारी होने वाले अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल और बेरोजगारी आंकड़ों पर टिकी है. आने वाले दिनों में रुपये की चाल और कॉमेक्स गोल्ड के ट्रेंड से सोने की कीमतों की दिशा तय होगी."
ग्लोबल मार्केट्स में सोने का प्रदर्शन
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया. कॉमेक्स (Comex) पर अप्रैल डिलीवरी वाले सोने का वायदा भाव 12 डॉलर प्रति औंस (0.41 प्रतिशत) गिरकर 2,881 डॉलर प्रति औंस पर आ गया. हालांकि, बुधवार को कॉमेक्स पर सोना 2,906 डॉलर प्रति औंस के नए हाइएस्ट लेवल यानी उच्चतम स्तर पर पहुंचा था. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ग्लोबल मार्केट्स में अनिश्चितता बनी रहती है और ब्याज दरों में कटौती की संभावना मजबूत होती है, तो सोने की कीमतों में और तेजी देखने को मिल सकती है. वहीं, अगर डॉलर मजबूत होता है, तो सोने पर दबाव आ सकता है.
सोने की कीमतों में लगातार मजबूती देखने को मिल रही है और यह 86,000 रुपये के स्तर को पार कर चुका है. रुपये की कमजोरी, घरेलू और वैश्विक आर्थिक कारक तथा निवेशकों की सुरक्षित निवेश की मांग ने सोने की चमक को और बढ़ा दिया है. अब बाजार की नजर RBI की मौद्रिक नीति और अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों पर टिकी है, जो आगे सोने की कीमतों की दिशा तय करेंगे.