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Gold Rate Today : लगातार 6 कारोबारी सेशन में तेजी के बाद शुक्रवार को सोने की कीमतें स्थिर रहीं. (File Photo : Reuters)
Gold Rate Today : सोने की कीमतों में लगातार 6 कारोबारी सेशन से जारी रिकॉर्डतोड़ तेजी का सिलसिला शुक्रवार को रुक गया. देश की राजधानी दिल्ली में सोने की कीमतें 86,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बनी रहीं. एक दिन पहले, गुरुवार को भी सोना इसी स्तर पर बंद हुआ था, जो सोने का अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. शुक्रवार को लगातार 6 कारोबारी सेशन में तेजी के बाद सोने की कीमतें स्थिर रहीं. बाजार विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल (NFP) डेटा और डॉलर इंडेक्स में हल्की रिकवरी के चलते निवेशकों की सतर्कता बढ़ी है, जिससे सोने की तेजी फिलहाल थमी है.
सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर टिकीं
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, गुरुवार को 99.9% शुद्धता वाले सोने की कीमतें 270 रुपये की बढ़त के साथ 86,070 रुपये के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थीं. हालांकि, शुक्रवार को यह कीमतें स्थिर रहीं. वहीं, 99.5% शुद्धता वाला सोना भी 85,670 रुपये प्रति 10 ग्राम पर सपाट रहा.
चांदी में भी बदलाव नहीं
चांदी का भाव भी पिछले कारोबारी सेशन की तुलना में बिना किसी बदलाव के 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बना रहा. हालांकि, वायदा बाजार में सोने और चांदी दोनों में हल्की तेजी देखी गई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल डिलीवरी वाले सोने का वायदा भाव 249 रुपये बढ़कर 84,693 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया, जो इसके रिकॉर्ड हाइएस्ट लेवल के करीब था. इसी तरह, मार्च डिलीवरी वाली चांदी का वायदा भाव 105 रुपये बढ़कर 95,693 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया.
ग्लोबल मार्केट में सोने का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमतों में हल्की तेजी देखी गई. कॉमेक्स (Comex) पर अप्रैल डिलीवरी वाले सोने का वायदा भाव 13.90 डॉलर यानी 0.48% की बढ़त के साथ 2,890.60 डॉलर प्रति औंस हो गया. वहीं, चांदी का मार्च डिलीवरी वाला वायदा भाव 0.27% बढ़कर 32.73 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया.
क्यों थमी सोने की तेजी?
विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल (NFP) डेटा और डॉलर इंडेक्स में रिकवरी से सोने की कीमतों पर दबाव बना है. एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च एनालिस्ट - कमोडिटी एंड करंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, "सोने में सकारात्मक रुझान जारी है. निवेशकों की नजर अब अमेरिकी नौकरियों और बेरोजगारी के आंकड़ों पर है, जिससे आगे की नीतियों को लेकर फेडरल रिजर्व के संकेत मिल सकते हैं."
सोने में क्या रहेगा आगे का रुझान?
JM फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट (EBG - कमोडिटी एंड करंसी रिसर्च) प्रणव मेर ने कहा, "सोना अपने ऑल टाइम हाई लेवल के आसपास बना हुआ है. अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल डेटा और डॉलर इंडेक्स में हल्की रिकवरी के बावजूद, बाजार की अनिश्चितता बनी हुई है. खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर निवेशकों में असमंजस है, जिससे ग्लोबल लेवल पर फाइनेंशियल मार्केट्स में अस्थिरता बढ़ सकती है."
टेक्निकल एनालिसिस के हिसाब से सोने की कीमतें अभी भी पॉजिटिव ट्रेंड दिखा रही हैं. प्रणव मेर के मुताबिक "तकनीकी रूप से, सोने का ट्रेंड अभी भी ऊपर की ओर बना हुआ है. इसका सपोर्ट लेवल 83,850 रुपये और 83,000 रुपये के आसपास है, जबकि ऊपर की ओर 85,550 रुपये और 86,200 रुपये पर रेजिस्टेंस देखने को मिल सकता है."
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
मौजूदा माहौल में सोने में निवेश करने वालों को सावधानी से काम लेना चाहिए. अगर अमेरिका के आर्थिक आंकड़े कमजोर आते हैं, तो सोने की कीमतों में फिर से उछाल देखने को मिल सकता है. लेकिन अगर फेडरल रिजर्व ने मॉनेटरी पॉलिसी पर सख्त रुख अपनाय, तो डॉलर मजबूत हो सकता है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बनेगा. कुल मिलाकर, लगातार 6 सेशन की तेजी के बाद शुक्रवार को सोने का भाव स्टेबल भले ही रहा हो, लेकिन बाजार में आगे चलकर फिर से उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. अमेरिका के आर्थिक डेटा और डॉलर इंडेक्स के डायरेक्शन पर निवेशकों की नजरें टिकी रहेंगी.