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SIP Calculator: 10 लाख रुपये से 1 करोड़ का सफर एसआईपी के जरिये आसान हो सकता है. (AI Generated Image)
How to Reach Rs 10 Lakh to 1 Crore With SIP : अगर आपके पास 10 लाख रुपये की बचत है और आप इसे 1 करोड़ रुपये तक पहुंचाना चाहते हैं, तो सिर्फ बैंक में पैसे रखकर ऐसा करना आसान नहीं है. खास तौर पर नीची ब्याज दरों के मौजूदा दौर में तो यह और भी मुश्किल होगा. लेकिन अगर आप युवा हैं और मार्केट से जुड़ा रिस्क लेने की क्षमता रखते हैं, तो म्यूचुअल फंड में निवेश करके अपने लक्ष्य को कम समय में हासिल कर सकते हैं.
इसके लिए आपको वन-टाइम इनवेस्टमेंट के साथ ही साथ लंबी अवधि के लिए सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (Long Term SIP) के जरिये नियमित निवेश का रास्ता अपनाना होगा. अब सवाल ये है कि इसके लिए कितनी SIP करनी होगी और कितना समय लगेगा? आइए इसे कैलकुलेशन की मदद से समझते हैं.
अगर आपके पास शुरुआत करने के लिए पहले से 10 लाख रुपये की बचत है, तो आपके लिए 1 करोड़ का रास्ता छोटा हो जाएगा. क्योंकि यह बेस अमाउंट लगातार कंपाउंडिंग के जरिये बढ़ता रहेगा. वैसे ही, अगर आप कोई SIP न करें और आपके 10 लाख रुपये के निवेश पर सालाना 10% औसत रिटर्न मिलता रहे, तो भी यह रकम लगभग 24 साल में 1 करोड़ रुपये में बदल जाएगी. लेकिन अगर इसके साथ SIP जोड़ दें, तो इसमें लगने वाला वक्त काफी कम होगा.
SIP यानी छोटे-छोटे कदमों से मिलेगी मंजिल
SIP की खूबसूरती यही है कि हर महीने का छोटा-सा निवेश लंबे समय में मिलकर बड़ा असर डालता है. एक तरफ आपका 10 लाख रुपये का निवेश बढ़ता रहेगा और आपकी SIP अलग से आपके कुल कॉर्पस में इजाफा करेगी. दोनों का मेल आपको करोड़पति बनने में मदद करता है. अब देखते हैं अलग-अलग रिटर्न और SIP अमाउंट पर 1 करोड़ रुपये तक पहुंचने में कितना समय लग सकता है.
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10% सालाना रिटर्न पर कितना समय लगेगा
अगर आपके म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो (Mutual Fund Portfolio) का सालाना औसत रिटर्न 10% हो तो 10 लाख रुपये के शुरुआती निवेश और हर महीने 10,000 रुपये की SIP से आपके पास करीब 17 साल में 1 करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे. लेकिन अगर आप ऊपर दिए कैलकुलेशन में सिर्फ मंथली SIP को 10 हजार रुपये की जगह 20,000 रुपये कर दें, तो 1 करोड़ रुपये का टारगेट 14 साल से भी कम समय में पूरा हो जाएगा. वहीं, अगर आप हर महीने 30 हजार रुपये की एसआईपी कर सकते हैं, तो 10 लाख के शुरुआती निवेश के साथ 1 करोड़ रुपये जमा करने में आपको 11 साल से कुछ ही ज्यादा वक्त लगेगा.
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सालाना रिटर्न 12% मिलने पर कितना लगेगा वक्त
वहीं, अगर आपको अपने निवेश पर 10% की जगह 12% सालाना रिटर्न मिले, तो 10 लाख रुपये के शुरुआती इनवेस्टमेंट के साथ 1 करोड़ रुपये के लक्ष्य तक पहुंचने में और भी कम वक्त लगेगा. इतने रिटर्न पर 10 हजार रुपये की मंथली एसआईपी आपको 15 साल से कम समय में 1 करोड़ के लक्ष्य तक पहुंचा देगी. वहीं 20 हजार रुपये की मंथली एसआईपी से यह काम करीब 12 साल में और 30 हजार की एसआईपी से करीब 10 साल में ही हो जाएगा.
इन सभी कैलकुलेशन को आप नीचे दी गई टेबल में देख सकते हैं, जिसमें बताया गया है कि 10 लाख रुपये की शुरुआती बचत और अलग-अलग मंथली SIP के साथ, 10% या 12% औसत सालाना रिटर्न पर 1 करोड़ रुपये बनने में कितने साल लगेंगे.
मंथली SIP | सालाना रिटर्न | कितने साल में जमा होंगे 1 करोड़ रु. |
₹10,000 | 10% | 16.9 |
₹20,000 | 10% | 13.4 |
₹30,000 | 10% | 11.2 |
₹10,000 | 12% | 14.9 |
₹20,000 | 12% | 12.1 |
₹30,000 | 12% | 10.2 |
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कैसे मिलेगा इतना रिटर्न
टेबल से साफ है कि आपका SIP अमाउंट अधिक होगा, या निवेश पर रिटर्न ज्यादा मिलेगा तो आप अपना टारगेट जल्दी हासिल कर पाएंगे. यानी ज्यादा SIP और ज्यादा रिटर्न आपके 1 करोड़ के सफर को छोटा कर सकते हैं. अगर आप अपने म्यूचुअल फंड पोर्टफोलियो में अच्छी क्वॉलिटी वाले इक्विटी फंड शामिल करते हैं, तो लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट से 10% का सालाना रिटर्न मिलना संभव है. वहीं, 12% सालाना रिटर्न के लिए आपको पोर्टफोलियो में इक्विटी फंड्स का हिस्सा बढ़ाना पड़ सकता है. आंकड़ों की बात करें, तो कम से कम 79 इक्विटी फंड्स ऐसे हैं, जिनका 20 साल का एनुअल रिटर्न 12% से ज्यादा रहा है.
निवेश का कुछ हिस्सा मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स में रखने से एवरेज रिटर्न बढ़ने की संभावना रहती है, लेकिन इनमें रिस्क लार्ज कैप से ज्यादा माना जाता है. बेहतर तो यही होगा कि आप निवेश के लिए मंथली SIP की रकम तय करते समय संभावित सालाना रिटर्न 10% मानकर चलें और 12% रिटर्न मिल जाए, तो उसे बोनस मान लें.
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यह बात भी हमेशा याद रखें कि म्यूचुअल फंड में रिटर्न की गारंटी नहीं होती. मार्केट से जुड़े निवेश में अक्सर ऊंचे रिटर्न के साथ ज्यादा रिस्क भी जुड़ा रहता है. इसलिए रिस्क और रिटर्न के बीच सही बैलेंस बनाने का फैसला आपको अपनी जोखिम बर्दाश्त करने की क्षमता को ध्यान में रखकर करना होगा.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश का कोई भी फैसला अपने इनवेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह-मशविरा करने के बाद ही करें)