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ITR Refund Fraud: इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नाम से कई लोगों को फर्जी ईमेल मिल रहे हैं. (Image : Pixabay)
Income Tax Refund Fraud: टैक्स रिफंड का इंतजार कर रहे हैं और अचानक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नाम से एक ईमेल आ जाए जिसमें 60,000 रुपये रिफंड मिलने की बात कही जाए, तो कोई भी खुश हो जाएगा. लेकिन ज़रा सावधान हो जाइए. ऐसा ईमेल फर्जी भी हो सकता है. सरकार ने हाल ही में ऐसे फर्जी ईमेल को लेकर चेतावनी दी है जो आपकी पर्सनल जानकारी चुराकर आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं.
टैक्स सीजन में बढ़ी फिशिंग की घटनाएं
इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग का सीजन शुरू होते ही साइबर ठग एक्टिव हो जाते हैं. ये ठग इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नाम पर ईमेल भेजते हैं, जिसमें ‘मैनुअल वेरिफिकेशन’ के बहाने आपकी निजी जानकारी मांगी जाती है. ईमेल में लिंक या अटैचमेंट भी होता है, जिस पर क्लिक करने से आप फर्जी वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं या आपके डिवाइस में वायरस आ सकता है.
PIB फैक्ट चेक ने दी चेतावनी
सरकारी एजेंसी PIB की फैक्ट चेक यूनिट ने स्पष्ट किया है कि ऐसा कोई भी ईमेल फर्जी है. यह ईमेल इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से नहीं भेजा गया है. PIB ने लोगों को आगाह किया है कि वे ऐसे किसी भी ईमेल पर क्लिक न करें और अपनी निजी जानकारी शेयर न करें.
ईमेल में क्या लिखा होता है?
इस फर्जी ईमेल में कुछ इस तरह की बातें लिखी होती हैं :
प्रिय करदाता,
यह आकलन वर्ष 2024-25 के लिए आपके आयकर रिफ़ंड के संबंध में एक आधिकारिक सूचना है. आपका रिफंड अमाउंट 60,000 रुपये है. RBI और PMLA के नवीनतम मानदंडों के अनुसार, 25,000 रुपये से अधिक के सभी रिफ़ंड के लिए अनधिकृत भुगतान को रोकने और करदाताओं की सुरक्षा के लिए प्राप्तकर्ता की पुष्टि आवश्यक है.
(Dear Taxpayer,
This is an official notification regarding your Income Tax Refund for Assessment Year 2024-25. Amount eligible: Rs 60,000. Why manual verification? As per latest RBI & PMLA norms, all refunds above Rs 25,000 require recipient confirmation to prevent unauthorized payouts and protect taxpayers.)
बहुत से टैक्सपेयर पहली नजर में इसे पढ़कर सोचेंगे कि यह ईमेल असली है. लेकिन असल में ये उन्हें फर्जीवाड़े में फंसाने का एक जाल है.
📩 Received an email from the ‘Income Tax Department’ asking for manual verification❓#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 19, 2025
❌This email is FAKE!
❌ Do NOT click on suspicious links or share personal, financial, or sensitive information via email, SMS, or call.
🚨Report such phishing attempts here:… pic.twitter.com/trK7moACJY
क्या है 'फिशिंग' और कैसे होता है धोखा?
फिशिंग एक तरीका है जिसमें ठग खुद को किसी भरोसेमंद संस्था (जैसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट) के रूप में पेश करते हैं और ईमेल या मैसेज के जरिए यूजर से पासवर्ड, बैंक डिटेल्स, या क्रेडिट कार्ड की जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं. ये फर्जी वेबसाइट दिखने में असली जैसी होती हैं, लेकिन आपकी जानकारी सीधे ठगों तक पहुंचा देती हैं.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट क्या कहता है?
इनकम टैक्स विभाग का कहना है कि वे कभी भी ईमेल के जरिए पासवर्ड, पिन नंबर या बैंक डिटेल्स नहीं मांगते. अगर आपको इस तरह का कोई ईमेल मिले, तो:
जवाब न दें
अटैचमेंट न खोलें
किसी लिंक पर क्लिक न करें
लिंक को कॉपी करके ब्राउज़र में न डालें
अपने सिस्टम में एंटीवायरस और फायरवॉल जरूर अपडेट रखें
फर्जी ईमेल की शिकायत कहां करें?
अगर आपको लगता है कि कोई ईमेल या वेबसाइट इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का नाम लेकर आपको गुमराह कर रही है, तो आपकी इसकी शिकायत कर सकते हैं. ये शिकायत webmanager@incometax.gov.in पर ईमेल भेजकर की जा सकती है.
ईमेल के साथ उसका हेडर भी भेज सकते हैं ताकि डिपार्टमेंट ठगों की पहचान कर सके. ईमेल भेजने के बाद उसे अपने इनबॉक्स से डिलीट कर दें.
अगर यह फिशिंग ईमेल इनकम टैक्स से संबंधित नहीं है, तो इसे इस ईमेल एड्रेस पर भेज सकते हैं: incident@cert-in.org.in