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NFOs Alert: Nippon India Mutual Fund ने दो नए इंडेक्स फंड लॉन्च किए हैं . (Image : Pixabay)
Nippon India Mutual Fund NFOs : निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने दो नए इंडेक्स फंड लॉन्च किए हैं - निप्पॉन इंडिया निफ्टी रियल्टी इंडेक्स फंड (Nippon India Nifty Realty Index Fund) और निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो इंडेक्स फंड (Nippon India Nifty Auto Index Fund). ये दोनों दो न्यू फंड ऑफर (NFO) उन निवेशकों के लिए निवेश का अच्छा विकल्प हो सकते हैं, जो इक्विटी म्यूचुअल फंड में पैसे लगाकर लॉन्ग-टर्म में वेल्थ क्रिएशन करना चाहते हैं. ये दोनों ही एनएफओ, इंडेक्स फंड के हैं, लिहाजा में इनमें निवेश करने वालों को बेंचमार्क इंडेक्स में शामिल स्टॉक्स में निवेश के जरिये रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में एक्सपोजर का मौका मिलेगा. इंडेक्स फंड्स को आमतौर पर लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ का ज्यादा व्यवस्थित और समझने में आसान तरीका माना जाता है.
दोनों NFO की जरूरी बातें
- सब्सक्रिप्शन की अवधि: 14 नवंबर 2024 से 28 नवंबर 2024 तक (दोनों NFO के लिए)
- मिनिमम इनवेस्टमेंट: 1,000 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टिपल में.
- बेंचमार्क इंडेक्स : Nifty Realty Index और Nifty Auto Index
- दोनों NFO का रिस्क लेवेल : बहुत अधिक (Very High)
- फंड मैनेजर: हिमांशु मांगे (दोनों फंड्स के लिए)
निप्पॉन इंडिया Nifty रियल्टी इंडेक्स फंड
निप्पॉन इंडिया Nifty रियल्टी इंडेक्स फंड एक ओपन-एंडेड स्कीम है, जो निफ्टी रियल्टी इंडेक्स को ट्रैक करेगी. यह फंड मुख्य रूप से निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में शामिल 10 प्रमुख रियल एस्टेट कंपनियों में उसी अनुपात में निवेश करेगा, जिस अनुपात में उन्हें इंडेक्स में जगह दी गई है. इसका उद्देश्य निवेशकों को रियल एस्टेट सेक्टर में बिना प्रॉपर्टी खरीदे एक्सपोजर देना है. इंडेक्स को ट्रैक करने वाले इस फंड में 95-100% तक निवेश निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में रहेगा, जबकि 0-5% तक निवेश कैश या मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में हो सकता है.
Nifty रियल्टी इंडेक्स में शामिल प्रमुख स्टॉक्स
(31 अक्टूबर 2024 तक)
- DLF Ltd.: 22.90%
- Macrotech Developers Ltd.: 14.60%
- Godrej Properties Ltd.: 14.48%
- Phoenix Mills Ltd.: 12.35%
- Prestige Estates Projects Ltd.: 12.02%
निप्पॉन इंडिया Nifty रियल्टी इंडेक्स फंड में क्यों करें निवेश
- डायवर्सिफाइड सेक्टर एक्सपोजर: यह फंड रियल एस्टेट सेक्टर में टॉप 10 कंपनियों में निवेश करता है, जो इस सेक्टर में ग्रोथ की संभावना को कैप्चर करता है.
- कम लागत: यह फंड कम लागत पर रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश का मौका मुहैया कराता है.
- SIP की सुविधा: निवेशक इस फंड में एसआईपी के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं.
- रिस्क में कमी: इंडेक्स फंड होने की वजह से इसमें पोर्टफोलियो के लिए स्टॉक्स के सेलेक्शन के दौरान फंड मैनेजर से होने वाली गलतियों का जोखिम नहीं रहता है.
निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो इंडेक्स फंड
निप्पॉन इंडिया Nifty ऑटो इंडेक्स फंड, अपने बेंचमार्क Nifty ऑटो इंडेक्स को ट्रैक करता है और ऑटोमोबाइल सेक्टर की टॉप 15 कंपनियों में निवेश करता है. इस फंड का उद्देश्य ऑटो सेक्टर में स्थिरता और ग्रोथ की संभावना को कैप्चर करना है. इंडेक्स फंड होने के कारण इस स्कीम का 95-100% निवेश निफ्टी ऑटो इंडेक्स में और बाकी 0-5% कैश या मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में हो सकता है.
Nifty ऑटो इंडेक्स में शामिल प्रमुख स्टॉक्स
(31 अक्टूबर 2024 तक)
- Mahindra & Mahindra: 22.16%
- Tata Motors Ltd.: 16.13%
- Maruti Suzuki India Ltd.: 13.28%
- Bajaj Auto Ltd.: 9.94%
- Eicher Motors Ltd.: 6.14%
निप्पॉन इंडिया Nifty ऑटो इंडेक्स फंड में निवेश के फायदे
- डायवर्सिफाइड एक्सपोजर: ऑटो सेक्टर के अलग-अलग सेगमेंट्स जैसे पैसेंजर व्हीकल्स, टू और थ्री व्हीलर्स, ट्रक्स, टायर्स, और इलेक्ट्रिक वाहनों में निवेश.
- कम लागत: यह फंड भी कम लागत पर ऑटो सेक्टर में निवेश का विकल्प उपलब्ध कराता है.
- जोखिम में कमी: यह फंड भी इंडेक्स फंड होने के कारण फंड मैनेजर के स्टॉक सेलेक्शन से जुड़े रिस्क को कम करता है और निवेशकों को ऑटो सेक्टर में तुलनात्मक रूप से ज्यादा स्टेबल रिटर्न पाने का मौका देता है.
- SIP निवेश: यह फंड भी एसआईपी के माध्यम से निवेश की सुविधा देता है.
क्या निवेश के लिए सही हैं दोनों NFO?
अगर आप लंबे समय तक निवेश करने की तैयारी रखते हैं और ऑटो या रियल एस्टेट सेक्टर में एक्सपोजर चाहते हैं, तो ये दोनों एनएफओ में निवेश पर विचार कर सकते हैं. इंडेक्स फंड होने के कारण दोनों ही NFO आपको कम लागत पर व्यवस्थित ढंग से निवेश का विकल्प मुहैया कराते हैं. अगर इनमें सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश किया जाए, तो न सिर्फ नियमित रूप से निवेश करना आसान होता है, बल्कि रिस्क घटता है और रुपी कॉस्ट एवरेजिंग का लाभ भी मिलता है. हालांकि दोनों ही फंड इंडेक्स पर आधारित होने के कारण इनमें निवेश के साथ मार्केट रिस्क जुड़ा हुआ है. बेंचमार्क इंडेक्स में गिरावट का सीधा असर इन फंड्स के निवेश पर भी पड़ेगा. इस जोखिम के कारण ही दोनों एनएफओ को वेरी हाई रिस्क कैटेगरी में रखा गया है. इसके अलावा इंडेक्स फंड्स में कुछ हद तक ट्रैकिंग एरर भी संभव है, जो रिटर्न को प्रभावित कर सकता है. कुल मिलाकर, निप्पॉन इंडिया के दोनों इंडेक्स फंड्स - रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में ग्रोथ की संभावना से फायदा उठाने का मौका साबित हो सकते हैं, लेकिन इनमें निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला करने से पहले रिस्क-रिटर्न के संतुलन को समझना जरूरी है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश से जुड़े फैसले अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)