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Motilal Oswal Innovation Opportunities Fund NFO खासतौर पर इन्नोवेशन थीम पर फोकस करेगा. (Image : Pixabay)
Motilal Oswal Innovation Opportunities Fund NFO Review : इक्विटी म्यूचुअल फंड में दिलचस्पी रखने वाले इनवेस्टर्स के लिए मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड (MOMF) के नए फंड ऑफर (NFO) में सब्सक्रिप्शन खुला हुआ है. मोतीलाल ओसवाल इन्नोवेशन ऑपर्च्युनिटीज फंड (Motilal Oswal Innovation Opportunities Fund) के नाम से लॉन्च यह फंड खासतौर पर इन्नोवेशन थीम पर फोकस करेगा. इसका मतलब यह है कि यह फंड ऐसी कंपनियों में निवेश करेगा, जो नए और असरदार तरीकों को अपनाकर इंडस्ट्री में बड़े बदलाव लाने का काम कर रही हैं.
क्या है इस NFO की खासियत?
मोतीलाल ओसवाल इन्नोवेशन ऑपर्च्युनिटीज फंड (Motilal Oswal Innovation Opportunities Fund) एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो इन्नोवेशन थीम पर आधारित कंपनियों में निवेश करेगी. इस फंड का उद्देश्य लंबी अवधि में कैपिटल ग्रोथ हासिल करना है. यह फंड 29 जनवरी 2025 से 12 फरवरी 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. इस फंड की रणनीति मार्केट कैप एग्नॉस्टिक है, यानी इसके जरिये स्मॉल कैप, मिड कैप से लेकर लार्ज कैप तक, मार्केट कैप के लिहाज से तमाम अलग-अलग सेगमेंट्स में आने वाली कंपनियों में निवेश किया जा सकता है. इसके पोर्टफोलियो में करीब 35 स्टॉक्स रखे जाएंगे, जिममें हाई-एक्टिव शेयर और हाई-कॉन्फिडेंस वाली कंपनियां शामिल होंगी.
इन्नोवेशन थीम क्यों है खास?
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ प्रतीक अग्रवाल ने कहा, “भारत इन्नोवेशन के क्षेत्र में शानदार प्रगति कर रहा है. 2013 में 66वें पायदान से 2024 में 39वें नंबर पर पहुंचने के साथ-साथ ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स में तीसरी रैंक हासिल करना इस प्रगति को दर्शाता है. डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्टार्टअप ईकोसिस्टम, ग्रीन एनर्जी को अपनाना और PLI व मेक इन इंडिया जैसी सरकारी योजनाएं इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं. हमें विश्वास है कि भारत की डेमोग्रैफी और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतें इसे इन्नोवेशन के क्षेत्र में और आगे बढ़ाएंगी, जिससे निवेशकों के लिए नए अवसर खुलेंगे.”
NFO की निवेश रणनीति
यह फंड बॉटम-अप इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी अपनाएगा, जिसमें बाजार के उतार-चढ़ाव का सामना करने और उनसे लाभ उठाने के लिए एंटी-फ्रैजाइल पोर्टफोलियो तैयार किया जाएगा. इस फंड का लक्ष्य उन कंपनियों में निवेश करना है जो डिसरप्टिव टेक्नोलॉजी और इन्नोवेटिव बिजनेस मॉडल को अपनाकर उद्योगों में बदलाव ला रही हैं.
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भारत की ग्रोथ स्टोरी में मौजूद मौकों पर फोकस
मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) निकेत शाह ने कहा, “हमारा इन्नोवेशन फंड उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है जो भारत की ग्रोथ स्टोरी में ट्रांसफॉर्मेटिव अवसरों का लाभ उठाना चाहते हैं. यह फंड कंपनियों, सेक्टरों या अर्थव्यवस्था में होने वाले अवसरों या चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करेगा और रिसर्च एक्सपर्टीज के आधार पर निवेश करेगा. यह QGLP (क्वालिटी, ग्रोथ, लॉन्गविटी और प्राइस) फिलॉसफी का पालन करेगा, जिसमें ROCE/ROE की मिनिमम लिमिट तय रखी जाएगी. इस फंड में 65% निवेश हाउस थीम्स में, 25% इन्नोवेटिव कंपनियों में और 10% रिस्क को कम से कम रखने (risk mitigation) के लिए होगा.”
NFO में निवेश से जुड़ी जरूरी जानकारियां
मोतीलाल ओसवाल इन्नोवेशन ऑपर्च्युनिटीज फंड (Motilal Oswal Innovation Opportunities Fund) के NFO में सब्सक्रिप्शन से जुड़ी कुछ जरूरी जानकारियां आप यहां देख सकते हैं:
- NFO खुलने की तारीख : 29 जनवरी 2025
- NFO बंद होने की तारीख : 12 फरवरी 2025
- स्कीम दोबारा खुलने की तारीख : 24 फरवरी 2025
- स्कीम का बेंचमार्क : Nifty 500 Total Return Index
- रिस्क लेवल : बहुत अधिक (Very High Risk)
- NFO में मिनिमम इनवेस्टमेंट : 500 रुपये
NFO में मिनिमम SIP
- डेली SIP : 100 रुपये
- वीकली, मंथली SIP : 500 रुपये
- तिमाही SIP : 1500 रुपये
- सालाना SIP : 6000 रुपये
- एंट्री लोड : कुछ नहीं
- एग्जिट लोड : अलॉटमेंट के 90 दिनों के भीतर 1%, उसके बाद कुछ नहीं.
फंड मैनेजमेंट : निकेत शाह (चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर, फंड मैनेजर), अतुल मेहरा (फंड मैनेजर), राकेश शेठी (फंड मैनेजर - डेट कंपोनेंट), सुनील सावंत (फंड मैनेजर - ओवरसीज कंपोनेंट)
क्या आपको इस NFO में निवेश करना चाहिए?
यह फंड उन निवेशकों के लिए सही विकल्प हो सकता है,. जो लंबी अवधि के लिए निवेश करके कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं. अगर आप इन्नोवेशन थीम में दिलचस्पी रखते हैं और लंबी अवधि में हाई ग्रोथ की संभावना वाली कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं, तो यह फंड आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन यह बात हमेशा ध्यान में रखें कि इक्विटी फंड में मार्केट रिस्क जुड़ा होता है और इसमें रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती. यही वजह है कि रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk) की कैटेगरी में रखा गया है. लिहाजा, इस NFO में पैसे लगाने के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले निवेशकों को अपनी जोखिम बर्दाश्त करने की क्षमता का आकलन जरूर करना चाहिए.
(डिस्क्लेमर : इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. निवेश से जुड़े फैसले करने से पहले सेबी से मान्यता प्राप्त इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह लें.)