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DeepSeek Privacy Risks: चीन में बने एआई ऐप को अपने फोन का पूरा एक्सेस देना आपके निजी डेटा को खतरे में डाल सकता है. (Image : Reuters)
Should You Give Full Access of Your Device to Chinese App DeepSeek: चीन में बना एआई ऐप डीपसीक दुनियाभर में सुर्खियां बटोर रहा है. यह ऐप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक नई चुनौती बनकर उभरा है और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है. अमेरिका में यह ऐप टॉप डाउनलोड्स में शामिल है और अब तक इसे 1 करोड़ से ज्यादा बार इंस्टाल किया जा चुका है. लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या आप इस ऐप को अपने फोन का पूरा एक्सेस देना चाहेंगे? क्योंकि अगर आपने इसे इंस्टॉल किया, तो आपको ऐसा करना पड़ेगा. इस चाइनीज ऐप को ऐसी परमिशन देने पर आपको किन खतरों का सामना करना पड़ सकता है? ताजा खबर ये भी है कि अमेरिका की नेवी ने सिक्योरिटी रिस्क के कारण इस ऐप को इंस्टाल करने पर रोक लगा दी है. इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए क्या आपको डीपसीक को इंस्टाल करना चाहिए? इस सवाल के जवाब पर आने से पहले संक्षेप में जान लेते हैं कि आखिर डीपसीक ऐप है क्या.
क्या है डीपसीक ऐप?
DeepSeek एक चीनी टेक स्टार्टअप द्वारा विकसित किया गया AI चैटबॉट है, जिसे 2023 में लियांग वेनफेंग ने लॉन्च किया था. यह ऐप अमेरिका सहित कई देशों में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और Apple App Store में टॉप डाउनलोड में शामिल हो चुका है. डीपसीक का इंटरफेस ChatGPT जैसा है, जहां यूजर टेक्स्ट के जरिए सवाल पूछ सकते हैं और बातचीत के अंदाज में (Conversational) जवाब हासिल कर सकते हैं. हालांकि, फिलहाल इसमें इमेज जनरेशन जैसे फीचर्स नहीं हैं.
डेटा कलेक्शन और आपकी प्राइवेसी पर खतरा
हर एआई ऐप यूजर्स का डेटा प्रोसेस करता है, लेकिन चीनी ऐप्स को लेकर प्राइवेसी की गंभीर चिंताएं रहती हैं. डीपसीक भी यूजर इंटरैक्शन और तकनीकी जानकारी को स्टोर करता है. यह डेटा सिर्फ कंपनी के सर्वर तक सीमित नहीं रहता, बल्कि चीनी सरकार तक पहुंचने की संभावना भी रहती है. चीन के साइबर सिक्योरिटी कानूनों के तहत, सरकार किसी भी समय वहां की कंपनियों से यूजर डेटा की मांग कर सकती है. ऐसे में, अगर आप डीपसीक का उपयोग कर रहे हैं, तो यह समझना जरूरी है कि आपकी पर्सनल जानकारी किसी सुरक्षित जगह पर नहीं है. ऐसी ही चिंताओं के कारण एक और पॉपुलर चीनी ऐप टिकटॉक (TikTok) को भारत समेत कई देशों में बैन किया गया है.
चीनी नजरिये से सेंसरशिप
कई यूजर्स ने पाया है कि DeepSeek से सवाल-जवाब करने के दौरान यह कई ऐसे मुद्दों पर जवाब नहीं देता, जो चीन की सरकार के लिए संवेदनशील हैं. मिसाल के तौर पर यह 1989 के थियानमेन स्क्वायर नरसंहार या भारत-चीन सीमा विवाद से जुड़े सवालों का जवाब देने से पीछे हट जाता है. यह दर्शाता है कि डीपसीक चीन के नजरिये सेंसरशिप की नीति अपनाता है.
तकनीकी विशेषताएं
DeepSeek ऐप का मुख्य आकर्षण इसकी एडवांस AI क्षमताएं हैं. कंपनी का दावा है कि यह कम लागत में OpenAI और Google जैसी कंपनियों के चैटबॉट्स से अधिक प्रभावी है. उपयोग में आसान सिंपल यूजर इंटरफेस, मुफ्त एक्सेस यानी iOS या Android पर फ्री डाउनलोड और इस्तेमाल की सुविधा और बड़े पैमाने पर डेटा प्रोसेस करने की क्षमता, डीपसीक की कुछ प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं. हालांकि, इस ऐप में इस्तेमाल किए गए चिप्स तुलनात्मक रूप से कम एडवांस हैं, जिससे इसकी परफॉर्मेंस सीमित हो सकती है.
क्या आपको इसे इंस्टॉल करना चाहिए?
सबसे जरूरी सवाल यह है कि क्या आपको चाइनीज ऐप DeepSeek इंस्टॉल करना चाहिए? सबसे पहले तो यह जान लें कि डीपसीक को इंस्टॉल करते ही आपको इसे अपने फोन का पूरा एक्सेस देने की परमिशन देनी पड़ती है. इसमें आपकी व्यक्तिगत जानकारी, मैसेज, लोकेशन और अन्य संवेदनशील डेटा शामिल हो सकता है. इसीलिए इसे इंस्टाल करने से पहले आपको प्राइवेसी और डेटा सेफ्टी से जुड़े इन वालों पर जरूर विचार करना चाहिए:
क्या आप अपनी निजी जानकारी किसी अनजान विदेशी ऐप के साथ साझा करना चाहेंगे?
क्या आप अपना डेटा गलत हाथों में जाने का खतरा मोल ले सकते हैं?
अगर आपकी प्राथमिकता डेटा सिक्योरिटी और गोपनीयता है, तो डीपसीक जैसे ऐप्स को अपने डिवाइस पर इंस्टाल करना और उसका इस्तेमाल करना जोखिम भरा हो सकता है.
DeepSeek एक प्रभावशाली एआई चैटबॉट ऐप हो सकता है, लेकिन इस पर प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी के लिहाज से गंभीर सवालिया निशान लग चुके हैं. ऐसे में अगर आप इस ऐप का इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहे हैं, तो पहले इसके संभावित खतरों को ध्यान से समझ लें. किसी भी अनजान विदेशी ऐप को अपने फोन का पूरा एक्सेस देने से पहले सतर्क रहना जरूरी है, क्योंकि एक गलत फैसला आपके निजी डेटा को खतरे में डाल सकता है.